शनिवार, 26 जून 2010

पदक के लिए मशक्कत शुरू

राष्ट्रीय जूनियर बालिका फुटबॉल में खेलने जाने वाले प्रदेश की टीम का प्रशिक्षण शिविर आज से यहां प्रारंभ हुआ। पिछले साल कांस्य पदक जीतने वाली छत्तीसगढ़ की टीम इस बार भी पदक जीतने के इरादे से अभ्यास में जुट गई है। शिविर में पहले दिन दुर्ग और जशपुर की खिलाडिय़ों को छोड़कर बाकी १९ खिलाड़ी आई हैं।
सप्रे स्कूल के मैदान में तैयार किए गए मैदान में शिविर के प्रारंभ होने से पहले शिविर में आई खिलाडिय़ों को प्रशिक्षक सरिता कुजूर ने मैदान के पांच चक्कर लगाने के निर्देश दिए। खिलाडिय़ों के तैयार होने के बाद शिविर का उद्घाटन वरिष्ठ खेल पत्रकार राजकुमार ग्वालानी ने खिलाडिय़ों ने परिचय प्राप्त कर किया। इस अवसर पर उन्होंने खिलाडिय़ों से अपने राज्य के लिए पदक जीतने की बात कहीं। खिलाडिय़ों ने एक स्वर में कहा कि उनका प्रयास पदक जीतने का रहेगा।
शिविर के उद्घाटन के बाद खिलाडिय़ों को कड़ा अभ्यास करवाने में कोच सरिता कुजूर जुट गई। इसके पहले उन्होंने बताया कि पिछले साल उड़ीसा में हुई राष्ट्रीय जूनियर स्पर्धा में छत्तीसगढ़ के हाथ तीसरा स्थान लगा था। उन्होंने कहा कि इस बार टीम का प्रदर्शन ग्रुप के ऊपर निर्भर है। अगर हमारी टीम पिछले साल की विजेता उड़ीसा और उपविजेता मणिपुर के ग्रुप में रहती है तो पदक तक पहुंचना मुश्किल होगा, वरना हमारी टीम पदक तक जरूर पहुंच जाएगी। खिलाडिय़ों को मार्गदर्शन देने के साथ शिवि का प्रभार संभाल रहे मुश्ताल अली प्रधान ने कहा कि टीम अच्छी है खिलाडिय़ों ने मेहनत की तो पदक मिल सकता है। आज के शिविर में १९ खिलाड़ी आई हैं जिसमें रायपुर की ज्योति पांडे, शालिनी यादव, सुमन वर्मा, दीक्षा वर्मा, सरिता यादव, पूनम दीप, दिव्या दीप, देवयंती निषाद, प्रतिभा चन्द्राकर, कल्याणी महापात्र, नेहा निषाद और जागेश्वरी, कांकेर की बालेश्वरी, खिलेश्वरी, कोरबा की सुमन राज, रितु भगत बस्तर की बुलंदी ठाकुर शामिल हैं। जशपुर और दुर्ग की खिलाड़ी अभी नहीं आई हैं उनके कल तक आने की संभावना है।

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