स्वर्गीय नीरज अग्रवाल स्मृति अंतर शालेय, अंतर कॉलेज फुटबॉल में आरकेसी और एनआईटी ने फाइनल मैच जीतकर खिताब जीत लिया। कॉलेज वर्ग में एनआईटी ने सेंट थामस भिलाई को २-१ से और स्कूल वर्ग में आरकेसी ने होलीक्रास को २-० से मात दी।
शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा सप्रे शाला मैदान में आयोजित स्पर्धा में पहला फाइनल मैच कॉलेज वर्ग का खेला गया। एनआईटी और सेंट थामस कॉलेज भिलाई के बीच खेला गया यह मैच काफी रोमांचक रहा। मैच का पहला गोल एनआईटी के महिपाल ने खेल के ४६ वें मिनट में किया। महिपाल ने ही दूसरा गोल खेल के ६२ वें मिनट में किया। सेंट थामस के लिए एक मात्र गोल खेल समाप्त होने के चार मिनट पहले चरणजीत ने किया।
स्कूल वर्ग के फाइनल में आरकेसी और होलीक्रास के बीच खेला गया मैच एक तरफा रहा। इस मैच में पहला गोल Ÿोयांस ने खेल के १३वें मिनट में किया। इसके एक मिनट बाद ही अनुराग डागा ने एक गोल करके अपनी टीम को २-० से आगे कर दिया। मैच में होलीक्रास की टीम ने गोल करने के सारे जतन किए, पर उसके फारवर्ड आरकेसी की रक्षापंक्ति को भेद नहीं सके।
फाइनल मैचों के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी ने विजेता टीमों को पुरस्कार बांटे। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार खेल और खिलाडिय़ों को बढ़ाने के लिए सारे प्रयास कर रही है। सरकार पाइका योजना से ग्रामीण खिलाडिय़ों को भी निखारने का काम कर रही है। सरकार ने प्रदेश के खिलाडिय़ों को नौकरी देने के लिए उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने का काम किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मैदानों की कमी भी दूर करने के लिए सरकार काम कर रही है। इस अवसर पर ओलंपियन अशोक ध्यानचंद ने खिलाडिय़ों से सफलता पाने के लिए जी-जान से मेहनत करने की बात कही और उन्होंने शेरा क्लब की तारीफ की कि वह अंतर स्कूल और अंतर कॉलेज की स्पर्धाओं का आयोजन करके खिलाडिय़ों की प्रतिभाओं को निखारने का काम कर रहा है। पुरस्कार वितरण के अवसर पर खेल संचालक जीपी सिंह के साथ कई और अतिथि मौजूद थे। इसके पहले शाम को कार्यक्रम के विशेष अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी आए और उन्होंने करीब एक घंटे तक मैदान में बैठकर कॉलेज वर्ग का मैच देखा। उसी समय महापौर सुनील सोनी भी आए थे। उन्होंने भी कॉलेज वर्ग का फाइनल पूरा देखा।
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