देश भर के जांबाज मोटर बाइक सवार आएंगे
उबड़-खाबड़ खतरनाक रास्ता और तेज रफ्तार से एक साथ कई बाइक चली जा रही हैं। सामने एक बड़ा सा टीले जैसा ब्रेकर बना हुआ है, उसके ऊपर जाने के बाद बाइक हवा में कई फीट ऊपर चली जाती है और जांबाज बाइक सवार अपने बेहतरीन संतुलन से बाइक को नीचे ले आते हैं। ऐसे कई ब्रेकर रास्ते में आते हैं और हर ब्रेकर में बाइक हवा में छलांग लगाकर फिर से जमीन पर आकर दौडऩे लगती है। यह किसी फिल्म का सीन नहीं है, बल्कि हकीकत है जो सुपर क्रास बाइक रेसिंग में नजर आती है और इसी हकीकत से दो-चार होने का मौका छत्तीसगढ़ वासियों को बहुत जल्द मिलने वाला है। यहां पर प्रदेश मोटर संघ नेशनल सुपर क्राफ्ट चैंपियनशिप ३ से और ४ अक्टूबर को करावा रहा है। वैसे तीन साल पहले यहां पर ऐसी ही राष्ट्रीय स्तर की मोटर बाइक रेसिंग हो चुकी है। लेकिन तब चैंपियनशिप डर्ट ट्रैक की हुई थी।
उबड़-खाबड़ खतरनाक रास्ता और तेज रफ्तार से एक साथ कई बाइक चली जा रही हैं। सामने एक बड़ा सा टीले जैसा ब्रेकर बना हुआ है, उसके ऊपर जाने के बाद बाइक हवा में कई फीट ऊपर चली जाती है और जांबाज बाइक सवार अपने बेहतरीन संतुलन से बाइक को नीचे ले आते हैं। ऐसे कई ब्रेकर रास्ते में आते हैं और हर ब्रेकर में बाइक हवा में छलांग लगाकर फिर से जमीन पर आकर दौडऩे लगती है। यह किसी फिल्म का सीन नहीं है, बल्कि हकीकत है जो सुपर क्रास बाइक रेसिंग में नजर आती है और इसी हकीकत से दो-चार होने का मौका छत्तीसगढ़ वासियों को बहुत जल्द मिलने वाला है। यहां पर प्रदेश मोटर संघ नेशनल सुपर क्राफ्ट चैंपियनशिप ३ से और ४ अक्टूबर को करावा रहा है। वैसे तीन साल पहले यहां पर ऐसी ही राष्ट्रीय स्तर की मोटर बाइक रेसिंग हो चुकी है। लेकिन तब चैंपियनशिप डर्ट ट्रैक की हुई थी।
मोटर बाइक की रोमांचक रेसिंग का मजा अब तक छत्तीसगढ़ के खेल प्रेमी टीवी पर ही लेते रहे हैं। वैसे एक बार यह पर तीन साल पहले जब २००६ में साइंस कॉलेज में मोटर बाइक रेसिंग का आयोजन किया गया था तो इस आयोजन को देखकर लोग दंग रह गए थे। कारण साफ है अब तक बाइक के जिन स्टंड को लोग फिल्मों में या फिर टीवी पर देखते रहे हैं वो साक्षात सामने हो तो रोमांचित होना लाजिमी है। उस समय साइंस कॉलेज के मैदान में जब यह आयोजन किया गया तो वहां पर पैर रखने की जगह नहीं थी। छत्तीसगढ़ के हर कोने से इस आयोजन को देखने के लिए खेल प्रेमी आए थे। यह आयोजन डर्ट ट्रैक का था। इसमें जिस रास्ते से मोटर बाइक सवारों को गुजरना रहता है कि वह इतना ज्यादा खराब रहता है कि सामान्य मोटर बाइक सवार उस पर चल ही नहीं सकते हैं। इसी के साथ रास्ते काफी घुमादार रहते हैं। तेज गति की बाइक जब मोड़ के पास आती है तो बाइक सवार के संतुलन की असली परीक्षा होती है। जब मोड़ पर बाइक सवार की गाड़ी के चक्कों से मिट्टी की परत उखड़ जाती है तो देखने वाले दर्शक दांतों तले उंगलिया दबा लेते हैं। यह तो है डर्ट ट्रैक का रोमांचक। लेकिन इस बार राजधानी में जिस सुपर क्राफ्ट बाइक रेसिंग का मेला लगने वाला है, उसके रोमांच मात्र की कल्पना से मन रोमांचित हो जाता है। इस सुपर क्रास रेसिंग में बाइक का हवा में छलांग लगाना देखना कितना रोमांचकारी हो सकता है यह बताने की जरूरत नहीं है। इसी सुपर क्राफ्ट का रोमांच छत्तीसगढ़ में लाने की योजना पर प्रदेश मोटर स्पोट्र्स संघ ने बनाई है। फेडरेशन ऑफ इंडिया मोटर स्पोट्र्स ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। इस बारे में संपर्क करने पर प्रदेश संघ के महासचिव उज्जवल दीपक ने बताया कि संघ को सुपर क्राफ्ट की मेजबानी मिल गई है और खेल एवं युवा कल्याण विभाग के साथ पर्यटन विभाग की सहायता से यह आयोजन होने जा रहा है।
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