प्रदेश टेबल टेनिस संघ ने राजधानी रायपुर में जिस तरह से सेंट्रल इंडिया टेबल टेनिस चैंपियनशिप का आयोजन किया उस आयोजन ने भारतीय टेबल-टेनिस महासंघ को भी दीवाना बना दिया है। अब महासंघ चाहता है कि छत्तीसगढ़ में एक बड़ा आयोजन हो। ऐसे में महासंघ ने जहां छत्तीसगढ़ के सामने एशियन चैंपियनशिप का एक प्रस्ताव रखा, वहीं एक प्रस्ताव राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप का रखा है। इस प्रस्ताव में से राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन को करने की हिम्मत प्रदेश संघ ने दिखाने का मन बनाया है। पर इसके पीछे एक सबसे बड़ी बाधा यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के इंडोर स्टेडियम की कमी है। इस कमी को स्पोट्र्स काम्पलेक्स से पूरा किया जा सकता है, पर अब तक यह काम्पलेक्स बन नहीं सका है। वैसे इस काम्पलेक्स के जल्द बनने की संभावना जिस तरह से जताई जा रही है। अगर वह संभावना सही साबित हुई तो जरूर छत्तीसगढ़ के हाथ राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप की मेजबानी लग सकती है। वैसे भी छत्तीसगढ़ की मेजबानी के कायल अपने देश के ही नहीं विदेश के खिलाड़ी भी हैं। रायपुर में सेंट्रल इंडिया रैंकिग टेबल टेनिस का आयोजन 21 से 25 दिसंबर 2008 तक किया गया। इस चैंपियनशिप में देश के नामी खिलाडिय़ों ने भाग लिया। इस चैंपियनशिप में जिस तरह की व्यवस्था प्रदेश टेबल टेनिस संघ ने की थी उस व्यवस्था ने ही देश के सभी खिलाडिय़ों को तारीफ करने पर मजबूर किया। इन खिलाडिय़ों की तारीफ का ही नतीजा रहा कि जब सूरत में एक राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन किया गया और यहां पर भारतीय टेबल टेनिस महासंघ की बैठक हुई तो इस बैठक में न सिर्फ छत्तीसगढ़ की मेजबानी की खुले दिल ने महासंघ ने तारीफ की बल्कि प्रदेश संघ के अध्यक्ष शरद शुक्ला को राष्ट्रीय महासंघ में संयुक्त उपाध्यक्ष के पद से भी नवाजा गया। इतना ही नहीं महासंघ ने तो छत्तीसगढ़ के सामने एशियन चैंपियनशिप की मेजबानी का भी प्रस्ताव रख दिया। यह चैंपियनशिप इसी साल होनी है और इसकी मेजबानी का जिम्मा भारत को मिला है। ऐसे में जबकि पूरे एशियाई देशों के दिग्गज खिलाडिय़ों का जमावड़ा अपने देश में लगेगा तो छत्तीसगढ़ के पास इसकी मेजबानी लेने का सुनहरा मौका था। लेकिन यह अपने राज्य का दुर्भाग्य है कि यह मौका अपने हाथ से महज इसलिए निकल गया क्योंकि यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोई भी इंडोर हॉल नहीं है। ऐसा इंडोर हॉल जिसमें कम से दो दर्जन से ज्यादा टेबल लग सके उसके बिना एशियन चैंपियनशिप क रवाना संभव नहीं है। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष शरद शुक्ला के पास इस प्रस्ताव को न मनाने के अलावा कोई चारा नहीं था। उन्होंने महासंघ को बताया कि उनके राज्य में कोई बड़ा इंडोर हॉल नहीं है। इसी के साथ उन्होंने महासंघ को यह भी जानकारी दी कि राजधानी रायपुर में एक स्पोट्र्स काम्पलेक्स बन रहा है जो पूर्णत: की ओर है। ऐसे में महासंघ ने प्रदेश संघ के सामने एक और प्रस्ताव राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप का रखा है। इस प्रस्ताव पर प्रदेश संघ ने महासंघ से कुछ समय मांगा है। प्रदेश संघ चाहता है कि पहले वह इस बात की तसली कर ले कि राजधानी का स्पोट्र्स काम्पलेक्स इस चैंपियनशिप से पहले बन जाएगा। प्रदेश संघ के अध्यक्ष शरद शुक्ला और महासचिव अमिताभ शुक्ला कहते हैं कि उनका संघ महापौर सुनील सोनी के साथ मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप की मेजबानी मिलने कि जानकारी देर उनके सामने मांग रखेगा कि स्पोट्र्स काम्पलेक्स को जल्द पूरा कर दिया जाए कि इस साल के अंत में चैंपियनशिप का आयोजन किया जा सके । इन्होंने बताया कि इस चैंपियनशिप के लिए ऐसा हाल जरूरी है जहां पर कम से कम 30 टेबलें लग सके । इन्होंने बताया कि जूनियर चैंपियनशिप में एकल, युगल के साथ मिश्रित युगल और टीम मुकाबले भी होते हैं। ऐसे में यह तो संभव ही नहीं है कि सप्रे टेबल टेनिस हॉल के एक हॉल में यह चैंपियनशिप हो सके । इस हॉल में एक दर्जन टेबलें भी नहीं पाती हैं। छत्तीसगढ़ तो है ही मेजबान नंबर वन इसमें कोई दो मत नहीं है कि छत्तीसगढ़ मेजबान नंबर वन है। अपना राज्य बनने के बाद से आज तक जितने भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजन यहां पर हुए हैं सभी खिलाड़ी छत्तीसगढ़ की तारीफ कर के लौटे हैं। कई खेलों के राष्ट्रीय आयोजनों के साथ यहां पर शतरंज और केरम की अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप हो चुकी है। इसी के साथ पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी जहां भारतीय खिलाडिय़ों के साथ कोरबा में एक मैत्री मैच खेल चुके हैं, वहीं सायकल पोलो में भी पाकि स्तान की टीम यहां आकर खेली है। ऐसा कोई भी आयोजन नहीं रहा है जिसमें छत्तीसगढ़ की मेजबानी की तारीफ नहीं हुई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें