प्रदेश की नई राजधानी में एक बड़ा गोल्फ कोर्स बनाने की तैयारी चल रही है। प्रदेश सरकार ने प्रदेश के खेल प्रेमियों को एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम देने के बाद प्रदेश में आने वाले बड़े-बड़े उद्योगों के अधिकारियों के साथ विदेशी निवेशकों को ध्यान में रखते हुए सबसे महंगे खेल गोल्फ की तरफ भी ध्यान दिया है। इसका मैदान बनाने के लिए नई राजधानी में सौ एकड़ जमीन रखी गई है। इस मैदान की पूरी योजना भी बन गई है।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद यहां पर कई नए खेलों के लिए सरकार ने काफी कुछ किया है। एक तरफ जहां पुराने खेलों के लिए सरकार काफी कुछ कर रही है और खेलमंत्री बृजमोहन अग्रवाल की पहल पर जहां नई राजधानी में सौ करोड़ की लागत का क्रिकेट स्टेडियम बन गया है, वहीं नए खेलों के भी मैदान बनाने में कोई कसर नहीं रखी जा रही है। पुलिस लाइन में रोलर स्केटिंग का एक मैदान बना दिया गया है। इधर प्रदेश में लगातार बड़े-बड़े उद्योग घरानों के साथ विदेशी उद्योग घराने भी आने लगे हैं उसके बाद से यहां पर एक गोल्फ कोर्स की कमी महसूस की जाने लगी थी। इस मैदान के लिए वर्तमान राजधानी में तो कोई ऐसा स्थान बचा ही नहीं है जहां पर मैदान बन सके। गोल्फ के मैदान के लिए काफी बड़ी जगह की जरुरत होती है। ऐसे में नई राजधानी की योजना में इसको शामिल किया गया है। इसका काम भी नई राजधानी को बनाने वाली कंपनी के हवाले हैं। इस मैदान के लिए सौ एकड़ जमीन रखी गई है। इस मैदान की तरफ सरकार ने ध्यान देना प्रारंभ किया है। इसको बनने में हालांकि काफी समय लगेगा लेकिन गोल्फ के मैदान की योजना की जानकारी से ही इस खेल के शौकीनों में काफी उत्साह है। गोल्फ खेलने वालों में केन्द्र सरकार के कई विभागों से जुड़े आला अधिकारियों के साथ राज्य सरकार के कई आला अधिकारियों के अलावा बड़े उद्योग घरानों से जुड़े लोग इस खेल का शौक रखते हैं। लेकिन प्रदेश में इस खेल का मैदान न होने के कारण अपना शौक लोग पूरा नहीं कर पाते हैं। कई अधिकारी और गोल्फ के शौकीन अपनी छुट्टियों के अलावा जब अपने काम से मप्र या फिर दिल्ली जाते हैं तो वहां पर अपना शौक पूरा करते हैं। केन्द्रीय उत्पाद शुल्क विभाग में कार्यरत एक अधिकारी अशोक सिंह जो कि प्रदेश सायकल पोलो संघ के अध्यक्ष भी हैं वे कहते हैं कि प्रदेश में गोल्फ का एक मैदान तो होना ही चाहिए। गोल्फ खेलने का अपना एक अलग मजा होता है, गोल्फ कोर्स में कई बड़े उद्योगपति अपनी कई योजनाएं भी बनाते हैं। गोल्फ के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह फिटनेस के लिए भी कारगर रहता है। इस खेल की तरफ कपिल देव जैसे खिलाड़ी ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब रूख किया था। भारत में इस समय इस खेल के लिए सबसे अच्छे खिलाड़ी के रूप में उड़ान सिख मिल्खा सिंह के पुत्र जीव मिल्खा सिंह जाने जाते हैं। वैसे गोल्फ के भारत में भी काफी अच्छे खिलाड़ी हैं। लेकिन इसके देश में काफी कम मैदान होने के कारण इस खेल के खिलाड़ी नहीं निकल पाते हैं। अब छत्तीसगढ़ में इसका मैदान बन रहा है तो यहां से भी उम्मीद की जा सकती है कि यहां से भी जीव मिल्खा सिंह जैसे खिलाड़ी निकल सकेंगे।
1 टिप्पणी:
अच्छी बात है, बड़े साहेब लोगों का मनोरंजन होगा और आम लोग कैडी बनेंगे.
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