प्रदेश में अच्छे अंपायर तैयार करने के लिए राज्य के ५५ अंपायरों की क्लास शनिवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल में शुरू हुई। इन नवोदित अंपायरों को क्रिकेट के नियमों से अवगत कराने का काम अंतरराष्ट्रीय अंपायर गिरीधरन कर रहे हैं। पहले दिन अंपायरों की क्लास के बाद अब दूसरे दिन रविवार को उनकी परीक्षा होगी।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से मान्यता मिलने के बाद उससे मिली ५० लाख की सहायता राशि के बाद अब तेजी से प्रदेश में क्रिकेट के विकास के लिए काम करना प्रारंभ किया है। इसी कड़ी में सबसे पहले राज्य से ज्यादा से ज्यादा अच्छे अंपायर बनाने के लिए यहां पर दो दिनों की क्लास लगाने का काम किया गया है। इस क्लास को लेने का जिम्मा अंतरराष्ट्रीय अंपायर एवं बीसीसीआई के मान्यता प्राप्त तथा छत्तीसगढ़ के लिए अधिकृत गिरीधरन को दिया गया है। उनके साथ एक और अंतरराष्ट्रीय अंपायर टी. रामचन्द्रन भी शामिल हैं। शनिवार को लगी क्लास के बारे में जानकारी देते हुए गिरीधरन ने बताया कि प्रदेश संघ राज्य में अच्छे अंपायर बनाना चाहता है ताकि यहां पर स्तरीय क्रिकेट हो सके। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों के ऐसे वरिष्ठ खिलाडिय़ों को यहां बुलाया गया है जिनकी रूचि अंपायरिंग में है। ऐसे ५५ लोग यहां आए हैं जिनको आज अंपायरिंग के बारे में जानकारी दी गई। इनको बताया गया है कि क्रिकेट के नियमों के मुताबिक किस तरह से खिलाडिय़ों को आउट दिया जाता है। नवोदित अंपायरों को क्रिकेट के ४२ नियमों के बारे में पूरी जानकारी देने के साथ उनको मैदान में ले जाकर प्रैक्टिकल भी कराया गया और बताया गया कि कैसे रन आउट, पगबाधा, क्लीन बोल्ड, कैच आउट आदि दिया जाता है। गिरीधरन ने बताया कि अगर उनको अंपायरिंग के बारे में जानकारी देने के लिए किसी भी जिले में जाना पड़ेगा तो वे जरूर राज्य संघ की तरफ जाएंगे। गिरीधरन ने बताया कि अब इन अंपायरों की लिखित परीक्षा रविवार को होगी।
उन्होंने बताया कि यहां पर अंपायरों की परीक्षा और क्लास लेने के लिए वही बीसीसीआई से अधिकृत हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वे अभी मुंबई में लेबल दो अंपायरों की क्लास में गए थे। यहां पर आस्ट्रेलिया के विशेषज्ञ आए थे जिन्होंने जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि आस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के साथ बीसीसीआई का एक समाङाौता है जिसके तहत उनके विशेषज्ञ यहां आते हैं। इस क्लास में शामिल होने वाले गिरीधरन छत्तीसगढ़ से अकेले थे। वैसे देश भर से इस क्लास में २० अंपायर शामिल हुए थे।
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