रविवार, 19 अप्रैल 2009

राष्ट्रीय कबड्डी रायपुर में

राष्ट्रीय जोनल कबड्डी चैंपियनशिप का आयोजन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में किया जाएगा। इसकी मेजबानी रायपुर को देने का फैसला प्रदेश कबड्डी संघ की बैठक में किया गया। इस बैठक में प्रदेश की कबड्डी टीमों में चुने जाने के बाद भी प्रशिक्षण शिविर में लगातार न आने वाले रेलवे और पुलिस के खिलाडिय़ों के कारण प्रदेश के दूसरे प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों के हो रहे नुकसान को देखते हुए संघ ने एक कड़ा कदम उठाया है। प्रदेश संघ की बैठक में सर्वसम्मति सेयह फैसला किया गया है कि अगर रेलवे और पुलिस के खिलाडिय़ों को यही क्रम जारी रहा तो टीमों की मान्यता समाप्त कर दी जाएगी। पहले कदम पर दोनों टीमों को नोटिस दिया जाएगा। बैठक में राष्ट्रीय जोनल चैंपियनशिप की मेजबानी रायपुर को देने के साथ राज्य सीनियर वर्ग की मेजबानी दंतोवाड़ा का काफी विचार-विमर्श के बीद दी गई। दंतेवाड़ा के नक्सली क्षेत्र होने के कारण वहां चैंपियनशिप के आयोजन को लेकर संदेह है। इसके बाद भी दंतेवाड़ा जिला संघ द्वारा लगातार मांग करने पर अंतत: सभी जिला संघों ने वहां पर आयोजन के लिए हामी भर दी।
प्रदेश कबड्डी संघ की बैठक में राष्ट्रीय जोनल चैंपियनशिप की मेजबानी का भी फैसला किया गया। इस चैंपियनशिप सेंट्रल जोन की आठ टीमें शामिल होंगी। इस चैंपियनशिप को लेने के लिए रायपुर के साथ कोरबा ने भी प्रस्ताव रखा था। इन प्रस्तावों पर चर्चा के बार अंत: में इसकी मेजबानी रायपुर को देने का फैसला किया गया। यह चैंपियनशिप दिसंबर में या फिर अगले साल जनवरी में होगी। बैठक में एक अहम फैसला यह भी किया गया कि अब रेलवे और पुलिस टीमों के खिलाडिय़ों की मनमर्जी बर्दाश्त नहीं जाएगी। यहां पर यह बताना लाजिमी है कि हमेशा इन दोनों टीमों के खिलाड़ी प्रदेश की टीमों में चुने जाने के बाद छुट्टी न मिलने की बात कहते हुए प्रशिक्षण शिविरों में नहीं आते हैं। ऐसे में संघ ने ऐसे खिलाडिय़ों के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बनाया और इस मुद्दे को सामान्य सभा की बैठक में रखा गया। बैठक में सभी जिलों से आए अध्यक्ष और सचिवों ने ऐसे खिलाडिय़ों को टीम में ही न रखने का प्रस्ताव रखा। इसके बाद यह तय किया गया कि पहले कदम पर रेलवे और पुलिस टीमों के संघों को चेतावनी के रूप में नोटिस दिया जाए और उनसे जवाब मांगते हुए उनकी मान्यता समाप्त करने की बात की जाए। इस बात पर सबकी सहमति बनी। इसी के साथ यह भी कहा गया कि जिलों की टीमों में चुने जाने वाले ऐसे किसी भी खिलाड़ी से घोषणापत्र लिए जाएंगे जिनके बारे में आशंका रहेगी कि वह प्रदेश की टीम में चुने जाने पर प्रशिक्षण शिविर में शामिल नहीं होगा।
नक्सली क्षेत्र में राज्य चैंपियनशिप- राज्य चैंपियनशिपों की मेजबानी के फैसलों में दंतेवाड़ा को भारी मशक्कत के बाद अंतत: सीनियर वर्ग की मेजबानी मिली। दंतेवाड़ा की मेजबानी पर पहले तो कई जिलों संघों ने यह कहते हुए आपति की कि दंतेवाड़ा का क्षेत्र नक्सली क्षेत्र है और वहां जाकर खेलना सभी टीमों के लिए खतरनाक होगा। दंतेवाड़ा को मेजबानी से वंचित रखने के लिए पाकिस्तान में श्रीलंका टीम पर हुए हमले का उदाहरण भी दिया गया। लेकिन अंत में जब सभी जिला संघों को दंतेवाड़ा कबड्डी संघ के सचिव डी. साहू ने यह भरोसा दिलाया कि जहां पर चैंपियनशिप का आयेजन होने है, वहां कभी नक्सली घटनाएं नहीं हुईं है तब जाकर सभी संघों से हामी भरी। अन्य चैंपियनशिप में धमतरी को सब जूनियर चैंपियनशिप दी गई। यह चैंपियनशिप १० से १५ सितंबर के बीच होगी क्योंकि एक अक्टूबर से राष्ट्रीय चैंपियनशिप होने है। जूनियर वर्ग की मेजबानी भिलाई को दी गई। भिलाई को जहां अगले साल की बीच कबड्डी की भी मेजबानी दी गई, वहीं इस साल का बीच कबड्डी का आयोजन बिलसपुर की अअरपा नदी के किनारे होगा। यह चैंपियनशिप २२ से २४ मई तक होगी। बैठक में प्रदेश कबड्डी संघ के महासचिव रामबिसाल साहू के साथ उपाध्यक्ष डीडी साहू. बंसत शर्मा, संगठ सचिव बंसत अंचल, रेफरी बोर्ड के चेयरमैन शंकर यादव, तकनीकी कमेटी के चेयरमैन ओपी जायसवाल, चयन समिति के चेयरमैन जीपी सिंह के साथ सभी मान्यता प्राप्त जिला संघों के अध्यक्ष एवं सचिव उपस्थित थे।

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