भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा प्रारंभ किए जा रहे क्लब नेशनल गेम्स में जोनल नेशनल चैंपियनशिप की मेजबानी छत्तीसगढ़ को दी है। इस चैंपियनशिप में सात खेलों को नए तरह से खेला जाएगा। चैंपियनशिप में सेंट्रल जोन की पांच राज्यों की टीमें शामिल होंगी। प्रदेश ओलंपिक संघ ने इस आयोजन को करने के लिए प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग को पत्र लिखा है। अब खेल विभाग इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजेगा और इसके लिए बजट की मांग करेगा।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने बताया कि भारतीय ओलंपिक संघ ने पूरे देश में खेलों का क्लब कल्चर विकसित करने के लिए एक नई योजना बनाई है। इस योजना में सात खेलों वालीबॉल, फुटबॉल, हैंडबॉल, बास्केटबॉल, कबड्डी, हॉकी और खो-खो को शामिल किया गया है। इन सात खेलों की जो क्लब चैंपियनशिप होगी वह कुछ इस तरह से होगी कि इन खेलों के लिए अलग तरह से छोटे मैदान बनाए जाएंगे। इसी के साथ हर खेल में जो खिलाड़ी रहते हैं वे भी कम होंगे। वालीबॉल में तीन खिलाड़ी, दो अतिरिक्त खिलाड़ी के साथ एक अधिकारी होंगे। इसी तरह से फुटबॉल में ५ खिलाडिय़ों की टीम बनेगी। इसमें पांच खिलाड़ी अतिरिक्त रहेंगे। हैंडबॉल में चार खिलाडिय़ों की टीम बनेगी। इसमें तीन खिलाडिय़ों को अतिरिक्त रखा जाएगा। बास्केटबॉल टीम में तीन खिलाड़ी, तीन खिलाड़ी अतिरिक्त, कबड्डी में ५ खिलाड़ी, दो खिलाड़ी अतिरिक्त, हॉकी में ११ के स्थान पर ६ खिलाडिय़ों की टीम बनेगी। खो-खो में पांच खिलाडिय़ों की टीम रहेगी। ज्यादातर खेलों में मुख्य खेल की तुलना में आधे ही खिलाड़ी टीम में रहेंगे और इन खिलाडिय़ों को कुछ नए नियमों से छोटे मैदान में खिलाया जाएगा।
पांच राज्यों की टीमें खेलेंगी- श्री खान ने बताया कि छत्तीसगढ़ को जो सेंट्रल जोन की मेजबानी मिली है इसमें मेजबान छत्तीसगढ़ के साथ मप्र, दिल्ली, उत्तराखंड और उप्र की टीमें शामिल होंगी। कुल मिलाकर ६ जोन बनाए गए हैं। सबसे बड़ा नार्थ-ईस्ट जोन है जिसमें ८ राज्यों को रखा गया है। तीन जोन में जहां ६-६ राज्यों की टीमें शामिल हैं, वहीं तीन जोन में पांच-पांच राज्य रखे गए हैं। छत्तीसगढ़ में होने वाली चैंपियनशिप २००९ के अंत में होगी। उन्होंने बताया कि सेंट्रल जोन की मेजबानी छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ को दी गई है। लेकिन यह आयोजन राष्ट्रीय खेलों की तरह ही प्रदेश सरकार आयोजित करेगी। ऐसे में एक पत्र लिखकर इसकी जानकारी खेल विभाग को दी गई है। अब खेल विभाग की भारतीय ओलंपिक संघ को सूचना देगा कि वह यह आयोजन करने के लिए तैयार है।
आयोजन के लिए अलग बजट मांगेगे- खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि उनके पास प्रदेश ओलंपिक संघ का एक पत्र आया है। इस पत्र के बाद अब प्रदेश ओलंपिक संघ को एक पूरी योजना बनाकर देने के लिए कहा गया है ताकि इस योजना के साथ सरकार से चैंपियनशिप के लिए बजट मांगा जाए। उन्होंने कहा कि यह नए तरह का आयोजन है जिसको खेल विभाग जरूर करवाना चाहेगा। उन्होंने कहा कि वास्तव में क्लब कल्चर से प्रदेश में खेलों का विकास होगा। इस आयोजन से प्रदेश में खेलों के क्लब बनेंगे और पहले चरण में कम से कम उन सात खेलों का विकास होगा जो इस आयोजन में शामिल हैं।
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