भारतीय हॉकी के लिए रविवार का दिन स्वर्णिम दिन था जब भारत ने 13 साल बाद अजलान शाह कप जीता। यह सब तब हुआ है जब भारतीय हॉकी संघ से केपीएस गिल हटे हैं। इस समय भारतीय महासंघ की कमान पांच सदस्यों वाली एक कमेटी के पास है और इस कमेटी में पूरी तरह से पूर्व ओलंपिक खिलाडिय़ों का कब्जा है। कमेटी की कमान खिलाडिय़ों के हाथ में जब से आई है तभी से हॉकी फिर से शिखर की तरफ लौट रही है। सबका एक स्वर में मानना है कि गिल का जाना भारतीय हॉकी के लिए सुखद रहा है। खिलाडिय़ों की भावना को खिलाड़ी प्रशासक ही समझ सकते हैं।
अजलान शाह कप हॉकी का खिताब उड़ाकर भारतीय हॉकी टीम से यह बता दिया है कि भारत हॉकी अभी चूकी नहीं है। भारत की इस जीत से पूरे देश में उत्साह है। हर कोई इस जीत को अमूल्य बता रहा है। भारत की जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पांच सदस्यों की कमेटी के एक सदस्य हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के पुत्र पूर्व ओलंपियन अशोक कुमार ने कहा कि वास्तव में यह खुशी की बात है कि भारत के हाथ १३ साल बाद इतनी बड़ी सफलता लगी है। उन्होंने कहा हमारी कमेटी तो हॉकी को निखारने के लिए हर संभव प्रयास रही है। उन्होंने कहा कि इस जीत से जरूर टीम का उत्साह बढ़ेगा और टीम आगे ज्यादा अच्छा करेगी। पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी नीता डुमरे ने कहा कि भारतीय टीम के कप्तान संदीप ने जो कहा वह कर दिखाया। उन्होंने कहा कि लंबे समय बाद अजलान शाह कप जीतना सुखद है। उन्होंने कहा कि यह जीत भारतीय हॉकी के लिए आक्सीजन का काम करेगी। बकौल नीता हॉकी को जिंदा रखने के लिए अब लगातार जीत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वैसे भी अब भारतीय टीम का प्रदर्शन लगातार निखर रहा है। इसके पीछे उन्होंने भी भारतीय संघ का खिलाडिय़ों के हाथ में आना माना।
जूनियर विश्व कप की संभावित टीम में शामिल छत्तीसगढ़ के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मृणाल चौबे ने कहा कि भारत की जीत से सभी खिलाडिय़ों में उत्साह है। उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाडिय़ों की यह जीत हम जूनियर खिलाडिय़ों को प्रेरणा देगी और हमारी टीम जून में होने वाले विश्व कप में कमाल करने का प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि अजलान शाह कप जीतने वाली टीम से ही हमारी जूनियर टीम का भोपाल में एक मैच होने वाला है। यह टीम वहां से सीधे यहां आने वाली है। मृणाल के भारतीय टीम के प्रशिक्षण शिविर में शामिल टीम के कप्तान उत्तर प्रदेश के दिवाकर राम के साथ जय करण और उड़ीसा के अमददीप इक्का ने कहा कि भारत की जीत ने साबित कर दिया है कि भारतीय हॉकी में अभी बहुत दम है।
हॉकी के कोच और राष्ट्रीय अंपायर नोमान अकरम हामिद ने कहा कि अब यह बात साबित हो गई है कि भारतीय संघ की कमान पांच सदस्यों जफर इकबाल, अशोक कुमार, धनराज पिल्ले, अजीत पाल सिंह और असलम शेर खान के हाथों में आने से ही हॉकी फिर से निखरने लगी है। उन्होंने कहा कि होना तो यही चाहिए कि भारतीय संघ खिलाडिय़ों के पास ही रहे। इसी तरह की बातें हॉकी के कोच मुश्ताक अली प्रधान ने भी कहीं। उन्होंने कहा कि वास्तव में भारत की जीत हॉकी खिलाडिय़ों की जीत है। इस जीत के लिए संघ की कमान संभाल रहे उन खिलाडिय़ों को बधाई देनी चाहिए जिनके कारण आज भारतीय टीम के चयन में राजनीति नहीं हो रही है। अगर सही खिलाडिय़ों का चयन होगा तो भारतीय हॉकी को आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता है।
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