बुधवार, 8 जून 2011

मैदान में जान लेवा खुला नाला

स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के आउटडोर स्टेडियम के फुटबॉल मैदान के चारों तरफ जान लेवा खुला नाला है। इस नाले के ओचित्य पर खेल विशेषज्ञ सवाल खड़ा कर रहे हैं कि आज के आधुनिक दौर में इतने बड़े नाले की क्या जरूरत थी। नाला बना भी दिया गया तो कम से कम उनको ढक दिया जाता। नाले के खुले रहने से खिलाड़ियों के चोटिल होने का खतरा है। इसी के साथ स्टेडियम का वाटर लेबल भी सही नहीं होने की बात की जा रही है। साई सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान तो कहते हैं कि मैदान को नए सिरे से बनाने की जरूरत है।
आउटडोर स्टेडियम को साई सेंटर के लिए दिए जाने के बाद इस सेंटर के लिए आए विशेषज्ञों ने इस बात पर सवाल खड़े किए हैं कि आखिर नगर निगम ने स्टेडियम के मैदान में इतना चौड़ा नाला क्या सोच कर बनाया है। फुटबॉल के कोच स्नप्निश पाठक, विक्रम दस्तीदार, मुश्ताक अली प्रधान, वालीबॉल के अजीत कुट्टन, जूडो की कोच नरेन्द्र कम्बोज को इस बात की हैरानी है कि आखिर आज के आधुनिक समय में इतना बड़ा नाला क्यों बनाया गया है। हंगरी से दो दिन पहले ही कयाकिंग में लेबल 3 कोर्स करने लौटने वाले अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और कोच नवीन साहू कहते हैं कि ऐसे मैदान तो बरसों पहले तब बनते थे, जब लोगों को जानकारी नहीं थी, लेकिन आज आधुनिक समय में ऐसे मैदान की कल्पना नहीं की जा सकती है। नवीन बताते हैं कि ऐसे स्टेडियमों के बीच में फुटबॉल मैदान होता है और उसके बाद चारों तरफ एथलेटिक्स का ट्रेक निकाला जाता है। इस ट्रेक के अंतिम सिरे में ही एक छोटा सा नाला पानी निकासी के लिए रहता है। लेकिन यहां तो बहुत बड़ा नाला बना दिया गया है। इससे खिलाड़ियों के लिए हमेशा चोटिल होने का खतरा रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर निगम से इतना बड़ा नाला बना ही दिया है तो कम से कम उसको ढक तो दिया जाए ताकि किसी भी तरह से घटना से बचा जा सके। विशेषज्ञ एक मत से कहते हैं कि मैदान का वाटर लेबल भी ठीक नहीं है जिसके कारण मैदान का पानी मैदान में ही रह जाएगा।
नए सिरे से बनाना पड़ेगा मैदान
साई सेंटर के प्रभारी शाहनवाज खान कहते हैं कि मैदान बहुत खराब है, इसे नए सिरे से बनाने की जरूरत है। वे बताते हैं कि निगम के साथ साई का जो एमओयू हुआ है, उसमें यह शर्त है कि मैदान सही बनाकर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे इस बारे में निगम के अधिकारियों से बात करेंगे कि मैदान ठीक करके दिया जाए। श्री खान ने कहा कि वे मैदान के नाले के बारे में भी बात करेंगे कि इसको ढक दिया जाए।

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