शुक्रवार, 19 अगस्त 2011

सालेम, सप्रे, होलीक्रास की खिताबी जीत

स्वर्गीय वीके चौबे स्मृति अंतर शालेय फुटबॉल में अंडर 14 में सालेम, अंडर 19 में सप्रे और अंडर 17 में होलीक्रास स्कूल कांपा ने खिताब जीता। पहली बार विवेकानंद विद्या पीठ की दो टीमें फाइनल में पहुंचने के बाद खिताब नहीं जीत सकीं। विजेता टीमों को खेलमंत्री लता उसेंडी ने पुरस्कार बांटे।

सप्रे स्कूल के मैदान में पहला फाइनल मैच अंडर 14 का पिछले साल की विजेता विवेकानंद विद्या पीठ और सालेम स्कूल के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से आशा के विपरित सालेम स्कूल के पक्ष में एकतरफा रहा। मैच में मोरिस दास ने 19वें और 29वें मिनट में गोल करके अपनी टीम को खिताब दिला दिया। अंडर 19 के फाइनल में भी विवेकानंद की टीम खिताब नहीं जीत सकी। यहां पर उसे सप्रे स्कूल ने एक मात्र गोल से मात देकर खिताब से वंचित कर दिया। सप्रे स्कूल के लिए विजयी गोल खेल के 46वें मिनट में कुलदीप टोपो ने किया। पिछले साल विवेकानंद की तीनों टीमें फाइनल में पहुंची थी और दो खिताब अपने नाम किए थे।

तीसरा फाइनल मैच राजकुमार कॉलेज और होलीक्रास कांपा के बीच खेला गया। इस मैच से पहले मैदान में पहुंचीं पुरस्कार वितरण की मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडी के साथ अन्य अतिथियों युवा चेंबर के अध्यक्ष संजय बाजपेयी, वन विभाग के सीए राकेश चतुर्वेदी, जेसीबी के अश्वनी महेन्दु्र का खिलाड़ियों ने परिचय कराया गया। इसके बाद मैच प्रारंभ हुआ। यह मैच काफी रोमांचक रहा। मैच में निर्धारित समय में एक-एक से मुकाबला बराबर रहने पर मैच का फैसला करने के लिए टाईब्रेकर का सहारा लिया। इसमें होलीक्रास ने 3-2 से जीत प्राप्त की।

फाइनल मैचों के बाद विजेता टीमों को अतिथियों ने पुरस्कार बांटे। इस अवसर पर खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा इसमें कोई दो मत नहीं है कि राजधानी में भी मैदानों की कमी है, लेकिन आने वाले समय में छत्तीसगढ़ की मेजबानी में 37वें राष्ट्रीय खेल होने हैं, इसके आयोजन के लिए हर खेल के अच्छे मैदान बन जाएंगे। हम मैदानों के निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं।

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