शनिवार, 24 अप्रैल 2010

साई सेंटर की राह का रोड़ा हटा

भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साई द्वारा राजधानी रायपुर में बनाए जाने वाले साई सेंटर के लिए रखी गई एक नई शर्त को नगर निगम ने समङाने के बाद इसको मंजूरी दे दी है। इसी के साथ निगम ने साई सेटर के लिए स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स को ३० साल की लीज पर भी देने की मंजूरी दे दी है। निगम की सहमति के बाद अब राजधानी में साई सेंटर के खुलने का रास्ता साफ हो गया है। निगम ने सेंटर को मंजूरी देने के बाद अंतिम मंजूरी के लिए सरकार के पास भेज दिया है। वहां से मंजूरी मिलते हैं साई सेंटर जल्द प्रारंभ हो जाएगा।
राजधानी रायपुर के साथ प्रदेश की खेल बिरादरी के लिए खुशी की खबर है कि नगर निगम ने रायपुर स्पोट्र्स काम्पलेक्स के साई सेंटर को मंजूरी दे दी है। इस सेंटर के लिए रखी गई दो शर्तों पर निगम को पहले आपत्ति थी। पहली शर्त ३० साल की लीज पर तो फिर भी निगम की महापौर सहमत थीं, पर एक दूसरी शर्त पर पहले महापौर से आपत्ति जताई थी। रायपुर के साई सेंटर को प्रारंभ करने का मामला जब केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रतीक प्रकाश बापू पाटिल के सामने रखा गया था तो इसके बाद यह बात सामने आई थी कि सेंटर को प्रारंभ करने की राह में दो बातें प्रमुख रूप से बाधा हैं। एक तो साई यह चाहता है कि एमओयू में स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स को ३० साल की लीज पर दिया जाया। दूसरी अहम शर्त यह है कि साई आज की तारीख में सेंटर के विकास में जो राशि खर्च करेगा उस राशि का कुछ हिस्सा नगर निगम को तब देना पड़ेगा जब साई सेंटर छोड़ेगा। वैसे इस शर्त को केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री पाटिल ने महज औपचारिक बताते हुए यह कहा था कि साई आज की तारीख में अगर चार से पांच करोड़ भी खर्च करता है तो ३० साल बाद निगम को बमुश्किल २० लाख के आस-पास की राशि देनी होगी।
इस संबंध में निगम की महापौर किरणमयी नायक ने तब कहा था कि हमें लीज को ३० साल करने में तो कोई आपति नहीं है, लेकिन जिस तरह से श्री पाटिल ने शर्त का सरलीकरण करके बताया है, वह निगम को साई लिखित में दे दे। उनका ऐसा मानना था कि अगर साई करोड़ों खर्च करने के बाद वह राशि निगम से मांगेगा तो निगम कहां से देगा। साई की इस नई के बारे में तब एक खेल अधिकारी ने बताया था कि जब राजनांदगांव में साई सेंटर के लिए एमओयू हुआ था तो ऐसी कोई शर्त नहीं थी, फिर इस बार अचानक यह शर्त कहां से आ गई है। क्या-क्या अलग अलग सेंटर के लिए अलग-अलग शर्त होती है।
बहरहाल निगम की महापौर को जब इस शर्त के बारे में समङााया गया तो उनकी समङा में बात आ गई, और एमआईसी में अंतत: साई सेंटर के लिए स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स की लीज ३० साल करने के साथ साई की ३० साल बाद पैसे लागत के कुछ पैसे वापस देने की भी शर्त को मंजूरी दे दी गई है।
गेंद अब मंत्रालय के पाले में
निगम की एमआईसी में साई सेंटर को मंजूरी मिलने के बाद अब गेंद प्रदेश सरकार के नगरीय निकाय मंत्रालय के पाले में है। निगम से मंजूरी के बाद फाइल को अंतिम मंजूरी के लिए नगरीय निकाय मंत्रालय भेजा गया है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद साई को जानकारी भेजी जाएगी और फिर साई सेंटर प्रारंभ करने की कवायद करेगा। वैसे निगम द्वारा साई की शर्त को मंजूर किए जाने के जानकारी खेल विभाग को भेजने के बाद खेल विभाग ने इस बारे में साई के भोपाल कार्यालय को अवगत करवा दिया है। इस संबंध में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि निगम से उनके विभाग के पास एमआईसी में साई की बची दोनों शर्तों को पास करने की जानकारी आने के बाद हमने आज ही उस पत्र के साथ अपना एक पत्र बनाकर भोपाल के साई कार्यालय को जानकारी भेज दी है। उन्होंने कहा कि यह इसलिए किया गया है ताकि साई सेंटर को प्रारंभ करने की अपनी कार्रवाई लें और मंत्रालय से सेंटर को शर्तों पर अंतिम मुहर लगने के बाद सेंटर के प्रारंभ होने में विलंब न हो।
खेल बिरादरी में खुशी
साई सेंटर की राह में आए रोड़े दूर होने के बाद अब प्रदेश की खेल बिरादरी में खुशी है। सभी का ऐसा मानना है कि साई सेंटर प्रारंभ होने से प्रदेश की प्रतिभाओं को अपना खेल कौशल दिखाने का मौका मिलेगा। प्रदेश वालीबॉल संघ के मो. अकरम खान, शेरा क्लब के मुश्ताक अली प्रधान, ट्रायथलान संघ के विष्णु श्रीवास्तव, नेटबॉल संघ के संजय शर्मा, कराते संघ के अजय साहू, कबड्डी संघ के रामबिसाल साहू, जिला फुटबॉल संघ के दिवाकर थिटे, जंप रोप संघ के अखिलेश दुबे कहते हैं कि राजधानी में साई सेंटर का खुलना खिलाडिय़ों के लिए सबसे बड़ा तोहफा होगा। इस सेंटर के प्रांरभ होने से छत्तीसगढ़ में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए भी मदद मिलेगी। इन्होंने एक स्वर में कहा सभी को काफी पहले से इस सेंटर के खुलने का इंतजार है, अब जबकि सब काम हो गए हैं तो सेंटर को जल्द खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ करनी चाहिए।
पाटिल का वादा आया याद
खेल बिरादरी को केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री प्रतीक प्रकाश बापू पाटिल का वह वादा भी याद आया जिसमें उन्होंने साई सेंटर को तीन माह में प्रारंभ करने की बात कही थी। उन्होंने तब रायपुर प्रवास पर कहा था कि साई की दो छोटी शर्तें निगम द्वारा पूरी करने के बाद सेंटर खोल देंगे। लेकिन पाटिल के इस वादे पर सभी को उस समय संदेह हो गया था जब निगम एक शर्त को मानने के लिए तैयार नहीं था। लेकिन अब निगम के मानने के बाद श्री पाटिल के वादे को खेल बिरादरी से आज याद किया और उनको इस बात की खुशी है किश्री पाटिल के वादे के मुताबिक यहां पर अब जल्द साई का सेंटर प्रारंभ हो जाएगा।

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