शुक्रवार, 2 अप्रैल 2010

क्रीड़ाश्री होंगे फिट तो खिलाड़ी होंगे हिट होंगे फिट तो खिलाड़ी होंगे हिट

प्रदेश 18 जिलों से आए 100 से ज्यादा क्रीड़ाश्री को यहां पर फिटनेस के गुर सिखाते हुए इनको खिलाड़ियों को हिट करने की कला सिखाई जा रही है। इस दूसरे चरण में परीक्षाओं के कारण कम क्रीड़ाश्री आ सके हैं। इनको तराशकर ठीक उसी तरह से इनके गांव भेजा जाएगा जिस तरह से पहले चरण के 250 क्रीड़ाश्री को भेजा गया है। क्रीड़ाश्री को प्रशिक्षण शिविर में प्रदेश सरकार की प्रतिभा खोज के साथ अयोजन कैसे करवाए जाए इसके बारे में जानकारी दी जा रही है।
प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने पायका योजना से जुड़े प्रदेश के 982 क्रीड़ाश्री को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम यहां पर आयोजित किया है। इस कार्यक्रम के पहले चरण में 250 क्रीड़ाश्री को तराशने के बाद अब दूसरे चरण में 100 क्रीड़ाश्री को तराशने का काम चल रहा है। इन सभी को सुबह के सत्र में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम में फिटनेस के गुर सिखाने का काम किया जा रहा है। यहां पर फिटनेस के गुर सिखाने का काम निंगराज रेड्डी, सरिता कुजूर, वरूण पांडे, संजय पाल, मुकेश गंभीर और अखिलेश आदित्य कर रहे हैं। सभी क्रीड़ाश्री जिस तरह से हर स्टेप को आसानी से कर रहे हैं उससे कहीं से नहीं लगता है कि इनके लिए यह काम नया है। वैसे भी ज्यादातर क्रीड़ाश्री खेलों से जुड़े हुए हैं।
मास्टर टेÑनर निंग राज रेड्डी कहते हैं कि क्रीड़ाश्री को इसलिए फिटनेस में मास्टर बनाने की तैयारी है क्योेंकि इनको ही आगे अपने-अपने गांव में जाकर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को निखारने का काम करना है। अगर इसको ही यह मालूम नहीं होगा कि खिलाड़ियों को प्रारंभिक तौर पर कैसे तैयार करना है तो खिलाड़ी कैसे तैयार होंगे। सुबह के सत्र में जहां फिटनेस के गुर बताए गए, वहीं इनको प्रदेश सरकार की प्रतिभा खोज योजना से क्रीड़ाश्री को अवगत कराया गया। इस योजना में पंचायत स्तर से लेकर राज्य स्तर तक खिलाड़ियों का विभिन्न तरीकों से चयन किया जाएगा। राज्य स्तर पर चुने जाने के बाद खिलाड़ियों को सरकार गोद लेकर उनको तैयार करने का काम करेगी। क्रीड़ाश्री को बताया कि उनको आयोजन करने के लिए क्या-क्या तैयारी करनी है। सभी क्रीड़ाश्री को अपने-अपने गांवों के साथ विकासखंड स्तर पर भी पांच खेलों के आयोजन करने है। आयोजन को सफल बनाने के गुर इनको बताए गए। शाम के सत्र में निंगराज रेड्डी ने क्रीड़ाश्री को बताया कि कैसे गांव के एक छोटे से मैदान में कई खेलों के मैदान बनाकर आयोजन किया जा सकता है। फुटबॉल की एनआईएस कोच सरिचा कुजूर ने सभी को फुटबॉल के बारे में विस्तार से जानकारी दी कि कैसे इस खेल का आयोजन करना है।

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