बुधवार, 1 दिसंबर 2010

अव्यवस्था के बीच व्यवस्था करने की कवायद

राज्य खेल महोत्सव के लिए मैदानों से लेकर खाने और खिलाडिय़ों के रहने की व्यवस्था करने की जो कवायद चल रही है, उसमें ही अव्यवस्था है। अव्यवस्था के शिकार खेल विभाग के अधिकारी कुछ बोल तो नहीं पा रहे हैं, लेकिन अपनी नाराजगी जरूर मीडिया के सामने जाहिर कर रहे हैं।
राजधानी में होने वाले राज्य खेल महोत्सव के लिए खेल संचालक जीपी सिंह ने मंगलवार को आउटडोर स्टेडियम के साथ रविशंकर शुक्ल विवि और साइंस कॉलेज के मैदानों का दौरा किया। उनके साथ खेल विभाग का अमला भी था। खेल संचालक ने किस मैदान में क्या होना है इसके निर्देश देने के साथ इंडोर स्टेडियम में खेलों के लिए कंट्रोल रूम बनाने की भी बात कही। उन्होंने विप्र कॉलेज में खिलाडिय़ों के खाने के व्यवस्था करने के साथ आउटडोर स्टेडियम में भी खिलाडिय़ों के खाने की व्यवस्था करने के लिए विभाग को निर्देशित किया है।
खेल संचालक के साथ जहां उनका विभाग का अमला था, वहीं विभाग का अमला लगातार राजधानी में खेल मैदानों के साथ खिलाडिय़ों के रहने की व्यवस्था करने की कवायद में लगा। खेल अधिकारियों में इस बात को लेकर नाराजगी है, कि इतने बड़े आयोजन के लिए उनको काम करने का जिम्मा तो दिया गया है, लेकिन वे सुविधाविहीन हैं। अधिकारियों का साफ कहना है कि हमें न तो वाहन उपलब्ध करवाएं गए और न ही किसी भी तरह के फोन और मोबाइल की सुविधा दी गई है। अधिकारी कहते हैं कि उनको अपने वाहनों में अपने खर्च के पेट्रोल डलवाकर भाग-दौड़ करनी पड़ रही है।

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