मंगलवार, 24 मार्च 2009
रणजी में भी हो ट्वंटी-20
इंडियन प्रीमियर लीग के लिए विजय माल्या की रायल चैलेंजर्स टीम के संभावितों में स्थान बनाने वाले राजस्थान के रणजी खिलाड़ी राजेश विश्नोई का मानना है कि रणजी को रोमांचक बनाने के लिए अब उसमें भी ट्वंटी-20 का प्रारंभ करना चाहिए। आज पूरे विश्व में ट्वंटी -20 का ही जलवा है। यहां पर अखिल भारतीय रेलवे क्रिकेट में खेलने आए राजेश ने विशेष बातचीत में कहा कि आईपीएल का देश से बाहर जाना है तो दुर्भाग्यजनक पर सुरक्षा का सवाल है तो क्या किया जा सकता है। उन्होंने पूछने पर बताया कि उनको आईपीएल की रायल चैलेंजर्स टीम के संभावितों में रखा गया है। उन्होंने बताया कि वे इसके ट्रायल में गए थे। रणजी में 15 मैच खेल चुके इस खिलाड़ी का कहना है कि रणजी में जबसे वनडे मैच जुड़े हैं इसका रोमांच बढ़ गया है, अब जबकि ट्वंटी-20 का जमाना है तो इसको भी रणजी में जरूर जोडऩा चाहिए। उन्होंने बताया कि पिछले साल जरूर रणजी में ट्वंटी-20 को रखा गया था, लेकिन इसको नियमित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर ट्वंटी-20 को रणजी में नियमित कर दिया जाए तो इसके रोमांच में इजाफा हो जाएगा। उन्होंने पूछने पर कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं कि असली क्रिकेट तो टेस्ट क्रिकेट ही है, पर दर्शकों की मांग के अनुरूप अगर क्रिकेट में बदलाव नहीं होगा तो इसका रोमांच समाप्त हो जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि राजस्थान से काफी कम खिलाड़ी भारतीय टीम में स्थान बना पाए हैं, उन्होंने बताया कि गगन खोड़ा के बाद पंकज सिंह भारत की टीम के साथ आस्ट्रेलिया गए थे। अभी अंडर 19 की टीम में राजस्थान के अशोक मिनारिया है। उन्होंने कहा कि चाहते तो वे भी भारतीय टीम में आना है, लेकिन वहां तक पहुंचने की राह काफी कठिन है। राजेश ने बताया कि वे रणजी के साथ देवधर ट्रॉफी में भी खेल चुके हैं। अभी तो बस आईपीएल की अंतिम एकादश में स्थान बनाने का इंतजार है। उन्होंने रेलवे चैंपियनशिप में अपनी टीम के बारे में कहा कि फिलहाल हमारा मकसद क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का है।
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