सोमवार, 23 मार्च 2009

टूटी आस- सब निराश

इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल का आयोजन भारत से बाहर जाने की वजह से रायपुर को भी मैचों की मेजबानी से वंचित होना पड़ा है। इस खबर के आते ही छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के सभी पदाधकारियों के साथ प्रदेश के सभी खेल प्रेमियों में निराशा छा गई है। लेकिन इसी के साथ एक बात यह अच्छी हुई है कि जहां रायपुर का अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के साथ आईपीएल की नजर में आ गया है, वहीं इस बात की संभावना बढ़ गई है अब रायपुर को निकट भविष्य में कभी भी अंतरराष्ट्रीय मैच मिल सकता है। रविवार के दिन जब लोग इस उम्मीद में बैठे थे कि आज आईपीएल के मैचों की मेजबानी का फैसला हो जाएगा और यह मालूम हो जाएगा कि छत्तीसगढ़ की जमीं पर कौन-कौन से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अपने बल्लों का जलवा दिखाने आ रहे हैं तब ऐसे में अचानक यह दुखद खबर आई कि आईपीएल का आयोजन ही भारत में नहीं होगा और इस आयोजन को आयोजकों ने देश से बाहर करने का फैसला कर लिया है। यह फैसला सुरक्षा कारणों से किया गया है। इस खबर के आते ही सभी तरफ निराशा का माहौल हो गया है। न हो निराश-पूरी होगी आस:- छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के ज्यादातर पदाधिकारी यूं तो निराश हैं, लेकिन इसके बाद भी उनके मन में एक आस है कि चलो इस बार नहीं तो अगली बार जरूर सफलता मिल जाएगी। संघ के सचिव राजेश दवे ने कहा कि आईपीएल का भारत में न होना दुर्भाग्यजनक है। पूरे प्रदेश में एक अच्छा माहौल बन गया था, और सभी चाह रहे थे कि यहां ज्यादा से ज्यादा मैच हों। उन्होंने कहा कि रायपुर में मैच न हो पाना निराशाजनक तो है, लेकिन इसी के साथ एक बात यह अच्छी है कि आज कम से कम रायपुर का अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बीसीसीआई के साथ आईपीएल की नजर में आ गया है। इसी के साथ हमारे संघ को भी यह मालूम हो गया है कि अंतरराष्ट्र्रीय मैचों के लिए आईसीसी का पैमाना क्या है। ऐसे में अब उन सारी कमियों को पूरा कर दिया जाएगा जो अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए स्टेडियम में हैं। वैसे भी इन कमियों को पूरा करने का प्रयास युद्ध स्तर पर चल ही रहा है। पूर्व अंतरराष्ट्रीय अंपायर और तकनीकी कमेटी से जुड़े गिरीधरन ने कहा कि आईपीएल का भारत से बाहर जाना पूरे देश के खेल प्र्रेमियों के लिए निराशा का विषय है। रायपुर के लिए भी यह निराशाजनक है, लेकिन इसका एक सुखद पहलू यह भी है कि रायपुर का स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय नक्शे में आ गया है। ऐसे में जब भी किसी देश की टीम भारत के दौरे पर आएगी तो बीसीसीआई से जब मैच मांगा जाएगा तो वह इंकार नहीं करेगा क्योंकि यहां का स्टेडियम कितना अच्छा है यह बीसीसीआई की कमेटी देख चुकी है। उन्होंने कहा कि एक और अच्छी बात यह हुई है कि प्रदेश संघ का उत्साह भी बीसीसीआई की नजर में आया है इससे अब संघ को मान्यता मिलने में जो विलंब हुआ था और जिसके कारण प्रदेश का क्रिकेट चार-पांच साल पीछे चला गया था उसकी भी भरपाई हो जाएगी और रायपुर को बीसीसीआई से रणजी और दिलीप ट्रॉफी के मैच जरूर जल्द मिल जाएंगे। संघ के उपाध्यक्ष राजय सिंह परिहार ने भी कहा कि निराशा तो है, पर निराश होने की जरूरत इसलिए नहीं है क्योंकि आज नहीं तो कल जरूर रायपुर के स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। उन्होंने कहा कि अब हमारे संघ को इस बात की सारी जानकारी हो गई है कि अंतरराष्ट्रीय मैच में किस तरह के विकेट और आउटफील्ड की जरूरत होती है। ऐसे में स्टेडियम की सारी कमियों को पूरा कर दिया जाएगा और जल्द से जल्द एक अंतरराष्ट्रीय मैच लेने का प्रयास किया जाएगा। एक और उपाध्यक्ष अवघेष गुप्ता ने कहा कि मैच का न होना दुखद है। संघ ने इसके लिए काफी मेहनत की थी, लेकिन कोई बात नहीं इस प्रयास को आगे जारी रखा जाएगा और कोई दूसरा मैच लेने का प्रयास करेंगे। संयुक्त सचिव एचपी सिंह नोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के क्रिकटरों का भविष्य संवर जाता। उन्होंने कहा कि मैच होने का फायदा यह मिलता कि छत्तीसगढ़ को बीसीसीआई से स्थाई मान्यता जल्द मिल जाती और यहां की रणजी टीम बन जाती तो प्रदेश के खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिल जाता। खेलों को सुरक्षा न देना निराशाजनक:- प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने आईपीएल को महज सुरक्षा के कारण देश के बाहर ले जाने को गलत बताते हुए कहा कि खेलों को अगर सरकार सुरक्षा नहीं दे पाती है तो यह गलत है ऐसे में तो खेलों का काला अध्याय प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के खेल प्रेमियों में जो एक उत्साह था उस पर पानी फिर गया है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि आईपीएल के मैचों की मेजबानी लेने के प्रयास ने एक बात यह भी साफ कर दी कि बलदेव सिंह भाटिया की अध्यक्षता वाले संघ को बीसीसीआई से मान्यता मिल गई है। प्रदेश संघ को ५० लाख की राशि क्रिकेट के विकास के लिए मिलना भी सुखद है। उन्होंने कहा कि प्रदेश संघ को आगे यह प्रयास करना चाहिए कि जल्द से जल्द कोई अंतरराष्ट्रीय मैच छत्तीसगढ़ को मिल सके ताकि आईपीएल के मैच के न हो पाने की भरपाई हो और प्रदेश के खेल प्रेमियों को एक अंतरराष्ट्रीय मैच देखने का मौका मिल सके। अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों को देखने का मौका हाथ से गया:- राजधानी के साथ प्रदेश भर के क्रिकेट प्रेमियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को अपने मैदान पर खेलते देखने का सपना संजोया था लेकिन वह सपना टूट गया जिससे सब निराश है। स्कूल के छात्र मुकेश ठाकुर के साथ प्रदीप महाजन ने कहा कि उनकी इस समय १०वीं की परीक्षा चल रही है। हमने परीक्षा के बाद आईपीएल के मैच देखने की योजना बनाई थी। एक ही परिवार ही सीमा और विमला ठाकुर ने कहा कि उन्होंने तो अपने पूरे परिवार के साथ मैच देखने की योजना बनाई थी। इन बहनों ने बताया कि जहां उनके पापा जहां क्रिकेट के दीवाने हैं, वहीं मम्मी भी कम दीवानी नहीं है। टीवी पर पूरा परिवार एक साथ मैच देखता है। पुरानी बस्ती में रहने वाली एक गृहिणी सीमा चन्द्राकर ने कहा कि उनको जब से मालूम हुआ था कि रायपुर में आईपीएल के मैच होने वाले हैं, तभी से अपने पति से कह दिया था कि जिस दिन मैच होंगे वे अपने आफिस से छुट्टी लेकर उनको मैच दिखाने जरूर ले जाएंगे। खेल शिक्षिका ज्योति बजाज ने बताया कि जब से आईपीएल के मैच की चर्चा चल रही है उनके बेटे ने उनको परेशान कर रखा है कि मम्मी जैसे ही मैच तय होता है आप तुरंत टिकट लेकर रख ले ताकि परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि मैच न होने की खबर से उनके बेटे आदित्य के चेहरे का रंग उड़ गया है। आदित्य ने कहा कि मैच होता तो वे भी अपने मनपसंद क्रिकेटरों को खेलते अपने सामने देख पाते। इसी तरह का हाल हर उस खेल प्रेमी का है जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को छत्तीसगढ़ की जमीं पर देखना का सपना संजोया था। हर खेल प्रेमी के चेहरे पर जहां एक तरफ निराशा है, वहीं इस बात का गुस्सा भी है कि सरकार ने क्यों कर मैचों के लिए सुरक्षा प्रदान नहीं की। अब टीवी का ही सहारा:- रायपुर में मैच न देख पाने की निराशा की बीच कई युवाओं ने एक स्वर में कहा कि अब इसका क्या किया जा सकता है कि रायपुर में क्या देश में ही आईपीएल के मैच नहीं हो रहे हैं। ऐसे में राजेन्द्र डेकाटे, विजय कुमार, अजय साहू, मुश्ताक अली प्रधान, लिंगराज रेड्डी, ए. चौबे, बालाराम साहू, अनुराग दीक्षित, राजेश गुप्ता, उत्तम सोनी, चन्द्रकांत सोनी के साथ कॉलेज की छात्राओं ज्योति सिंह, भावना तिवारी, नीलिमी गेड़ेकर, मंजू लता देवांगन के साथ स्कूली छात्राओं स्वेता शर्मा, चंचल ध्रुव, रागिनी मिश्रा ने एक स्वर में कहा कि अब रायपुर में मैच नहीं हो रहे हैं तो जहां भी आईपीएल के मैचों का आयोजन होगा उसका आनंद उठाने के लिए टीवी पर ही मैच देखना एक मात्र सहारा है।
केन्द्र सरकार पुर्नविचार करे: भाटिया:- छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया का कहना है कि महज सुरक्षा के कारण इंडियन प्रीमियर लीग का भारत में न होना निराशाजनक है। इसके लिए केन्द्र सरकार को एक बार फिर से सोचना चाहिए। आईपीएल क्योंकि भारत का प्रारंभ किया गया आयोजन है और इसमें ज्यादातर भारतीय खिलाड़ी ही खेलते हैं तो ऐसे में यह आयोजन भारत में ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोजन के बाहर जाने से जहां भारतीय खेल प्रेमियों में निराशा है, वहीं देश के राजस्व में भी हानि होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मैच न होने से हर कोई निराश है। उन्होंने कहा कि आगे आईपीएल की भरपाई के लिए हमारा संघ जरूर बीसीसीआई के कोई वनडे मैच या फिर टेस्ट मैच की मेजबानी मांगेगा। उन्होंने कहा कि यह बात तो तय थी कि अगर आईपीएल का आयोजन भारत में होता तो रायपुर में जरूर मैच होते। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई की कमेटी ने रायपुर के स्टेडियम को वैसे भी मैचों के लायक माना था। उन्होंने कहा कि अब चंूकि हमारा संघ अंतरराष्ट्रीय मैचों को लेकर काफी गंभीर है ऐसे में जहां भी आईपीएल का आयोजन होगा वहां छत्तीसगढ़ संघ का एक प्रतिनिधि मंडल जरूर जाएगा ताकि देखा जाए कि अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए क्या जरूरी होता है। सारी बातों की जानकारी होने पर भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मैच लेने में परेशानी नहीं होगी।

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