संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया के नेतृत्व में स्टेडियम का जायजा प्रदेश संघ की तकनीकी कमेटी के सदस्यों ने लिया और स्टेडियम का काम करने वाली कंपनी को काम में तेजी लाने के लिए कहा गया। सोमवार को दोपहर दो बजे छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया के नेतृत्व में संघ की तकनीकी कमेटी के सदस्यों विनीत राव, केविन कास्टर, अंतरराष्ट्रीय अंपायरों गिरीधरन और आरटी रामचन्द्रन के साथ प्रदेश संघ के राजेश दवे, राजय सिंह परिहार, अवधेश गुप्ता, विजय शाह, योगेश शाह सहित कई पदाधिकारियॊं का काफिल नई राजधानी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पहुंचा। इन सदस्यों ने वहां पहुंचकर पूरे स्टेडियम का जायजा लिया और देखा कि कहां पर क्या कमियां हैं। सबसे पहले कमेटी ने विकेट को देखा इसके बाद ड्रेसिंग रूम का मुआयना किया। कमेटी ने पूरे स्टेडियम में उन सभी चीजों का जायजा लिया जो मेजबानी लेने के लिए महत्वपूर्ण हैं। विकेट बनाने का काम प्रारंभ:- तकनीकी कमेटी ने जैसे ही विकेट को देखा उसके बाद कमेटी के सदस्यों की सलाह के बाद विकेट पर उगी घास को हटाने का काम तत्काल प्रारंभ करवा दिया गया। जब यहां पर आईपीएल की कमेटी आएगी तो सबसे पहले उसका ध्यान विकेट पर ही रहेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए विकेट को ठीक करवाने का काम पहले किया गया। इस विकेट के बारे में विशेषज्ञ का कहना है कि विकेट तो अच्छा है इसको 15 दिनों के अंदर पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच के लायक बना दिया जाएगा। अब जहां तक आउटफील्ड का सवाल है तो वह तो इतनी अच्छी है कि कोई भी विशेषज्ञ यहां आकर इसको देखेगा तो इसकी तारीफ किया बिना रह ही नहीं सकता है। स्टेडियम की आउटफील्ड को देखकर मोहाली की आउटफील्ड की याद आती है। ड्रेसिंग रूम की कमियां भी दस दिनों में दूर हो जाएंगी:- मैच की मेजबानी के लिए दूसरी सबसे बड़ी जरूरी चीज ड्रेसिंग रूम है। इसके ठीक रहे बिना मैच मिलना संभव नहीं है। इसका जब कमेटी ने जायजा लिया तो इसमें कुछ कमियों थीं। इन कमियॊं के बारे में जब कमेटी ने स्टेडियम का निर्माण करने वाली कंपनी के इंजीनियरों से बात की तो उन्होंने साफ कहा कि जो भी काम बचा है, वह महज 10 दिनों में पूरा हो जाएगा। इंजीनियरों ने तकनीकी कमेटी को भरोसा दिलाया कि कोई भी ऐसा काम नहीं है जो मैच होने की स्थिति में अधूरा रहेगा। एक मीडिया रूम का ही काम थोड़ा बचा हुआ है, लेकिन इंजीनियरों ने इसके बारे में भी कहा कि यह काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा और वहां पर कुर्सियां लगाने के साथ ही बाकी व्यवस्था भी कर दी जाएगी। कुल मिलकर स्टेडियम में जो भी थोड़ी बहुत कमियां हैं उनको दूर करने का जहां भरोसा इंजीनियरों ने दिलाया है, वहीं प्रदेश संघ को भी भरोसा है कि ऐसा कुछ नहीं बचेगा जिससे मेजबानी हाथ ले निकल जाए। मैत्री मैच के आयोजन से मिला है बल आज से करीब पांच माह पहले जब स्टेडियम का उद्धाटन हुआ था उस समय स्टेडियम की हालत देखकर कोई नहीं कह सकता था कि यहां कोई मैच हो सकता है, लेकिन एक असंभव से काम को सबकी मदद से किया गया था और यहां एक ऐसा मैच हुआ था जो कल्पना से परे था। उस मैच को देखने के लिए जितने दर्शक आए थे उसकी भी कल्पना किसी ने नहीं की थी। ऐसे में उस मैच के आयेजन ने ही आज सबको यह विश्वास दिलाया है कि जब पांच माह पहले की स्थिति में एक मैच हो सकता है तो आज तो स्टेडियम काफी अच्छी स्थिति में है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मैच क्यों नहीं हो सकता है। इस मैच के लिए सारी कवायद करने का दम इंजीनियरों की टीम में है और मैच की मेजबानी लेने के लिए कोई भी कसर बाकी नहीं रखना चाहते हैं। स्टेडियम की तारीफ कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने की है:- जब उद्धाटन अवसर पर मैची मैच हुआ था तो उस मैच में खेलने आए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों दिलीप वेंगसरकर, नयन मोंगिया, चेतन शर्मा, मनोज प्रभाकर, अतुल वासन, अतुल बेडाडे, रॉबिन सिंह, विवेक राजदान, वेंकटपति राजू, कीर्ति आजाद सहित कई खिलाड़ियों ने एक स्वर में यह माना था कि स्टेडिमय अंतरराष्ट्रीय मैच के लायक है। और अब आज उनकी बात को सच करने का समय आ गया है। छत्तीसगढ़ के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और स्टेडियम निर्माण के समय से ही स्टेडियम से जुड़े रहे राजेश चौहान भी मानते हैं कि स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच हो सकता है।
बीसीसीआई से मिले क्रिकेट को बढ़ाने के लिए 50 लाख रुपए
संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि आज ही बीसीसीआई से संघ को उस 50 लाख रुपए का चेक मिला है जो राशि बीसीसीआई से संघ को एसोसिएट सदस्यता देने के समय देने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि यह चेक भी इस बात का सबूत है कि हमारे संघ को बीसीसीआई से मान्यता मिली हुई है। उन्होंने कहा कि बिना वजह संघ को मान्यता न मिलने की बात कहते हुए कुछ लोग बदनाम करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि संघ को जो राशि मिली है वह छत्तीसगढ़ में क्रिकेट को बढ़ाने के लिए दी गई है। इन पैसों से प्रदेश में ग्रामीण स्तर से लेकर शहरी स्तर तक क्रिकेट के विकास के लिए काम किया जाएगा।
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