पंचायत एवं ग्रामीण युवा कल्याण योजना यानी पायका के दूसरे चरण में रायपुर जिले के ११५ गांव खेलों से जुड़ेंगे। इसके लिए खेल संचालनालय को प्रस्ताव भेज दिया गया है। अब यह प्रस्ताव केन्द्र सरकार सभी जिलों के साथ भेजा जाएगा।
यह जानकारी देते हुए रायपुर जिले के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि पायका के लिए २००८-०९ के प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजने हैं। ऐसे में खेल संचालनालय से मिले निर्देश के बाद रायपुर जिले का प्रस्ताव बनाकर वहां भेज दिया गया है। इस प्रस्ताव में जिले के १५ विकासखंड़ों के ११५ गांवों का ेशामिल किया गया है। इस प्रस्ताव में पलारी के ९, बलौदाबाजार के ८, बिलाईगढ़ के १२, गरियाबंद के ६, अभनपुर के ९, मैनपुर के ६, सिमगा के ८. तिल्दा के ९, धरसीवां के ३, फिगेंश्वर के ७, कसडोल के ८, भाटापारा के ६, आरंग के ११, छूरा के ८ और देवभोग के ५ गांव शामिल हैं। इन सभी गांवों को केन्द्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद खेलों से जोड़ा जाएगा। इसी के साथ इस प्रस्ताव में दो विकासखंडों गरियावंद और आरंग को शामिल किया गया है। इसके पहले गए प्रस्ताव में जहां १२१ गांवों को शामिल किया गया था, वहीं बलौदाबाजार और अभनपुर विकासखंडों को शामिल किया गया था। इस योजना में जहां विकासखंड़ों को खेल मैदानों के लिए पांच-पांच लाख की राशि मिलती है, वहीं हर गांव के लिए एक-एक लाख की राशि मिलती है। पहले चरण के १२१ गांवों के लिए केन्द्र सरकार से एक-एक लाख की राशि मिल गई है। इसी के साथ हर गांव के लिए खेल सामना लेने १०-१० हजार की राशि मिलती है। यह राशि भी मिल गई है।
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