मेजबान छत्तीसगढ़ ने राष्ट्रीय अंडर १९ क्रिकेट का खिताब जीतकर अपने खिलाडिय़ों के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का रास्ता खोल दिया है। स्पर्धा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रदेश के खिलाडिय़ों की जानकारी लेकर यहां से अकादमी के प्रमुख पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी संदीप पाटिल के साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी लौटे हैं।
सात राज्यों के एसोसिएट सदस्यों के बीच खेली गई अंडर १९ साल की चैंपियनशिप में खिताब मेजबान छत्तीसगढ़ के हाथ लगा। इस पूरी स्पर्धा में मेजबान टीम के सामने कोई भी टीम ठहर नहीं सकी। बिहार की जिस टीम से छत्तीसगढ़ का फाइनल में सामना हुआ, वह टीम भी मेजबान के सामने बौनी साबित हुई। पहले लीग मैच में फिर फाइनल में भी बिहार को छत्तीसगढ़ ने आसानी से मात दी। स्पर्धा में छत्तीसगढ़ के कई खिलाड़ी जिनमें कप्तान प्रखर राय के साथ विशाल कुशवाहा, वी. नीतिश राय और विकेट कीपर बल्लेबाज इयान कास्टर शामिल हैं, के साथ कोरिया जैसे आदिवासी जिले से निकले स्पिनर अखंड प्रताप सिंह भी शामिल हैं, ने अपने खेल के दम पर सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है। फाइनल मैच में उपस्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख संदीप पाटिल छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों के खेल से बहुत ज्यादा प्रभावित हुए। उन्होंने मैच के बाद सभी से परिचय भी प्राप्त किया। उनको छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि कैसे उनकी टीम में कोरिया जैसे जिले का भी एक ऐेसा खिलाड़ी शामिल है जिनके पास सुविधाएं नहीं हैं। इसी के साथ उनको बताया गया कि छत्तीसगढ़ में क्रिकेट पर ग्रामीण अंचल में खासा ध्यान दिया जा रहा है। श्री पाटिल के साथ राष्ट्रीय अकादमी के अजय ङाा भी आए थे। उन्होंने भी प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों के बारे में जानकारी ली और उनसे मुलाकात की।
इधर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सह सचिव संजय जगदाले ने भी खिलाडिय़ों से मिलने के साथ बताया कि इन खिलाडिय़ों को जरूर राष्ट्रीय अकादमी में जाने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस अकादमी में देेश के हर राज्य के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को मौका दिया जाता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की टीम ने खिताब जीतकर साबित कर दिया है कि यहां पर प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्होंने प्रदेश संघ की तारीफ करते हुए कहा कि आज अगर छत्तीसगढ़ की टीम को खिताब जीतने का मौका मिला है, तो उसके पीछे संघ के साथ जुड़े वे खिलाड़ी हैं जो मप्र के समय से संघ से जुड़े हैं। छत्तीसगढ़ के संघ में ज्यादातर पदाधिकारी खिलाड़ी रहे हैं, ऐसे में संघ की योजनाएं सही बन रही हैं और सफलता मिल रही है। उन्होंने पूछने पर कहा कि अगर छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों में प्रतिभा होगी तो उनको मप्र की रणजी टीम से जरूर खेलने का मौका मिल सकता है। श्री जगदाले ने कहा कि जहां छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय अकादमी में मौका मिलेगा, वहीं यहां के प्रशिक्षकों को भी इस अकादमी में निखारने का काम किया जाएगा, ताकि ये प्रशिक्षक प्रदेश के खिलाडिय़ों को तैयार कर सकें।
प्रदेश के खिलाड़ी और संघ के पदाधिकारी जहां इस बात से उत्साहित हैं कि उनके खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय अकादमी में जाने का मौका मिलेगा, वहीं इस बात से जरूर उनमें कुछ निराशा है कि बीसीसीआई के सीएओ रत्नाकर सेट्ठी से कह दिया है कि छत्तीसगढ़ में पांच साल से पहले अंतरराष्ट्रीय मैच संभव नहीं है, साथ ही पांच साल बाद ही छत्तीसगढ़ की रणजी टीम बन पाएगी। ऐसे में सभी का ध्यान अंडर १९ साल के बाद अंडर २२ साल की टीम पर है। अब इस टीम को राष्ट्रीय स्तर पर खेलने की मान्यता दिलाने का पहला मकसद है। वैसे अंडर १९ की टीम के अच्छे प्रदर्शन के बाद यह उम्मीद है कि अंडर २२ में बहुत जल्द छत्तीसगढ़ को मौका मिल सकता है। वैसे प्रदेश संघ के पदाधिकारी कल उस समय बहुत ज्यादा खुश हो गए थे जब विकेटों के साथ मैदान की तारीफ संदीप पाटिल ने की थी। ऐसे में सबको उम्मीद लग रही थी कि यहां जल्द ही कोई अंतरराष्ट्रीय मैच होगा, लेकिन सारी उम्मीद पर श्री सेट्ठी के बयान के बाद पानी फिर गया। लेकिन फिर भी संघ के पदाधिकारी उत्साहित हैं और सबकी नजरें एक बार फिर से आईपीएल पर गई है, ताकि अंतरराष्ट्रीय मैच ना सही अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों को जरूर प्रदेश के खेल प्रेमियों के सामने लाया जा सके।
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