शनिवार, 19 दिसंबर 2009

छत्तीसगढ़-बिहार में खिताबी भिड़ंत

सिक्किम की उम्मीदों पर फिरा पानी

अंडर १९ राष्ट्रीय क्रिकेट में आज हुई बारिश के कारण जहां मेजबान छत्तीसगढ़ के साथ बिहार की खिताबी भिड़ंत तय हो गई है, वहीं सिक्किम के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। छत्तीसगढ़ की टीम १७ अंकों के साथ पहले नंबर पर और बिहार की टीम १६ अंकों के साथ दूसरे और सिक्किम की टीम १४ अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। सिक्किम की टीम अब स्पर्धा से एक तरह से बाहर हो गई है, क्योंकि उसके खाते में एक मैच है और यह मैच जीतकर भी उसका फाइनल में पहुंचना संभव नहीं है क्योंकि बिहार की टीम के खाते में दो मैच हैं और इनमें से एक मैच तो उसके लिए आसान है ही।
शुक्रवार को अचानक मौसम में आए बदलाव के बाद हुई बारिश ने अंडर १९ राष्ट्रीय क्रिकेट के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद लगाए बैठी सिक्किम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। सिक्किम के पास फाइनल में पहुंचने के लिए यही एक मौका था कि वह बिहार की उस टीम को मात देने का काम करती जिस टीम ने अब तक अपने तीनों मैच जीते थे। यह राह आसान तो नहीं थी, पर फिर भी सिक्किम की टीम जरूर इस मैच में अपना सब कुछ दांव पर लगाने को तैयार बैठी थी। लेकिन इसका क्या किया जाए कि उसकी किस्मत ही खराब रही और बारिश ने उसके अरमानों तो कुचल दिया। सिक्किम के लिए अब फाइनल की राह पूरी तरह से असंभव है। सिक्किम के खाते में एक मैच है, यह मैच तो वह नागालैंड की टीम से जीत जाएगी, लेकिन इस जीत के बाद भी उसके खाते में होंगे १८ अंक। इतने अंकों के साथ उनका फाइनल में पहुंचना इसलिए संभव नहीं होगा, क्योंकि दूसरे स्थान पर चल रही बिहार की टीम के अभी चार मैचों में १६ अंक हैं, और उसे दो मैच खेलने हैं। बिहार के लिए मेजबान छत्तीसगढ़ से मुकाबला सरल नहीं होगा, लेकिन बिहार की टीम मेघालय से जीत जाएगी। इस जीत से उसके २० अंक हो जाएंगे। अगर किसी कारणवश बिहार यह मैच हार जाती है, तो उसे छत्तीसगढ़ से मैच जीतना होगा। ऐसे में बिहार इस मैच में अपना सब कुछ दांव पर लगाएगा।

बिहार का वैसे मेघालय से हारना संभव नहीं है। मेघालय के खाते में एक भी जीत नहीं हैं और ऐसे में यह सोचा ही नहीं जा सकता है कि एक ऐसी टीम जिसके खाते में कोई जीत नहीं है, वह बिहार जैसी टीम को मात दे सकती है। अब रही बात मेजबान छत्तीसगढ़ की तो आज की बारिश के कारण छत्तीसगढ़ को कोई फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन उसके लिए एक बात यह रही कि उसके हाथ से बोनस अंकों का मौका चला गया। आज के मैच में जरूर छत्तीसगढ़ की टीम मणिपुर के खिलाफ स्पर्धा का सबसे बड़ा स्कोर ४०० करने के इरादे से खेलने वाली थी। अगर उसके खाते में एक और बड़ा स्कोर और बड़ी जीत आ जाती तो उसे बोनस अंक मिल जाते। बहरहाल इससे छत्तीसगढ़ को कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। मेजबान टीम तो फाइनल में पहुंच गई है। उसके खाते में इस समय सबसे ज्यादा १७ अंक हैं। उसे अभी दो मैच खेलने हैं। शनिवार को उसका मुकाबला अरूणाचल की टीम से होगा। यह टीम भी बहुत ज्यादा कमजोर है। इस टीम के खाते में कोई अंक नहीं है, बल्कि यह एक अंक माइनस में चल रही है। ऐसे में जरूर छत्तीसगढ़ की टीम का कल के मैच में यही लक्ष्य रहेगा कि वह मैच जीतकर अपना स्थान फाइनल में सुरक्षित कर ले। इसी के साथ टीम आज जो काम मणिपुर के खिलाफ नहीं कर पाई वह काम अरूणाचल के खिलाफ करने का काम करेगी। मेजबान टीम अरूणाचल के खिलाफ आसानी से पहले खेली तो ४०० रन बना सकती और अरूणाचल को काफी कम स्कोर पर समेटकर एक बड़ी जीत प्राप्त कर सकती है। कल के मैच में मेजबान के हाथ ६ अंक लगने की पूरी संभावना है। इतने अंक मिले तो मेजबान के खाते में २३ अंक हो जाएंगे। ऐसे में अगर किसी कारणवश उसको अंतिम मैच में बिहार से हार भी मिल गई तो उसका फाइनल खेलना तय ही रहेगा। कुल मिलाकर स्पर्धा में मेजबान और बिहार का फाइनल खेलने पूरी तरह से तय है।

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