राष्ट्रीय शालेय खेलों में जंप रोप की राष्ट्रीय चैंपियनशप न होने से प्रदेश के स्कूली खिलाड़ी निराश हैं। इन खिलाडिय़ों को भरोसा था कि स्कूल नेशनल में भी प्रदेश को ज्यादा से ज्यादा पदक दिलाने का काम करेंगे। लेकिन स्कूल फेडरेशन ऑफ इंडिया ने एक राज्य कम होने के कारण स्पर्धा करवाने से मना कर दिया। छत्तीसगढ़ ने अगर समय पर पहल की होती तो जरूर यह स्पर्धा हो सकती थी।
राष्ट्रीय शालेय खेलों में इस बार जंप रोप को भी शामिल किया गया था। लेकिन स्पर्धा के आयोजन के लिए स्कूल फेडरेशन ऑफ इंडिया के नियमों के मुताबिक ८ राज्यों की टीमों की एंट्री जरूरी रहती है। सात राज्यों ने तो एंट्री भेज दी थी, लेकिन छत्तीसगढ़ से एंट्री जाने में विलंब होने के कारण यह राष्ट्रीय स्पर्धा नहीं हो सकी है। इसके बारे में जानकारों का कहना है कि जुलाई माह तक एंट्री जाने पर यह स्पर्धा हो सकती थी, लेकिन छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग की बैठक विलंब से होने के कारण इसके लिए एंट्री नहीं जा सकी। लेकिन यहां से इस खेल की मेजबानी लेने का प्रस्ताव जरूर गया था, पर तब तक विलंब होने के कारण न तो इसकी मेजबानी मिल सकी और न ही इस खेल की राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए स्कूल फेडरेशन तैयार हुआ। स्पर्धा के लिए तैयार न होने के पीछे कारण यही रहा है कि स्पर्धा में ८ टीमें पूरी नहीं हो रही थी।
जंप रोप की राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन दिल्ली में होने वाली बाकी खेलों के साथ होना था, लेकिन वहां के आयोजन में जो खेल शामिल हैं, उनमें जंप रोप शामिल नहीं है। वहीं से खेलों की सूची आने पर ही मालूम हुआ कि जंप रोप की राष्ट्रीय स्पर्धा नहीं हो रही है। इस स्पर्धा के न होने से प्रदेश के स्कूली खिलाड़ी बहुत ज्यादा निराश हैं। यहां के खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्पर्धा में ओपन स्पर्धा की तरह ही पदक जीतने की तैयारी की थी। राज्य स्पर्धा में रायपुर के खिलाडिय़ों ने जोरदार खेल दिखाते हुए अंडर १९ साल वर्ग में ओवरआल चैंपियनशिप का खिताब तिल्दा में जीता। इसके बाद महासमुन्द में चल रही स्पर्धा में भी रायपुर के अंडर १४ और १७ के खिलाड़ी कमाल कर रहे हैं। जंप रोप के प्रशिक्षक अखिलेश दुबे बताते हैं कि हमारे राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर लगातार पदक जीत रहे हैं। प्रदेश को पदक दिलाने वाले ज्यादातर खिलाड़ी स्कूली खिलाड़ी हैं। ऐसे में यह बात तय थी कि अगर स्कूली स्पर्धा होती तो इसमें छत्तीसगढ़ के हाथ सबसे ज्यादा पदक लगते और छत्तीसगढ़ ओवरआल चैंपियन बन सकता था। उन्होंने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ी अब अगली चैंपियनशिप का ही इंतजार करने के लिए मजबूर हैं।
मेजबानी मांगी थी
शिक्षा विभाग के सहायक संचालक (खेल) एसआर कर्ष बताते हैं कि छत्तीसगढ़ ने ६ अगस्त को जंप रोप की मेजबानी के लिए दावा करते हुए स्कूल फेडरेशन ऑफ इंडिया को पत्र लिखा था। लेकिन मेजबानी नहीं दी गई। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि विलंब के कारण मेजबानी नहीं मिल पाई। वैसे मेजबानी लेने के लिए शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के कहने पर पत्र लिखा गया था। अगर यह पत्र समय पर जाता तो जहां छत्तीसगढ़ के हाथ मेजबानी लग जाती, वहीं इसकी राष्ट्रीय स्पर्धा भी हो जाती।
1 टिप्पणी:
khiladiyon ki hmare desh men buri dasha hai ye mujhe tab maaluum huaa jab maine in par aur inki bimariyon par shodh kiya ,mera kaam aaj bhi jari hai
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