अंडर १९ साल राष्ट्रीय क्रिकेट के समापन समारोह में पहुंचे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सीएओ रत्नाकर सेट्ठी से साफ कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बना लेना ही अंतरराष्ट्रीय मैच मिलने का पैमाना नहीं होता है। यहां पांच साल तक कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं हो सकता है। पहले स्थाई मान्यता मिलेगी इसी के बाद रोटेशन में मौका आने पर मैच मिल पाएगा।
नए स्टेडियम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि छत्तीसगढ़ में इतना अच्छा स्टेडियम बना है। लेकिन जो लोग भी ऐसा सोचते हैं कि महज स्टेडियम बना लेने से ही अंतरराष्ट्रीय मैच मिल जाएगा तो मैं उनको बता देना चाहता हूं कि बीसीसीआई के नियमों के विपरीत कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने खुलासा किया कि छत्तीसगढ़ का अभी एसोसिएशट सदस्यता मिली है, उसको अभी स्थाई सदस्य बनने में पांच साल का समय लगेगा। पांच साल बाद जब स्थाई सदस्यता मिलेगी तभी जहां अंतरराष्ट्रीय मैच का मिलना संभव होगा, वहीं रणजी की टीम बन पाएगी। रणजी की मेजबानी जरूर मिल सकती है। और जहां तक आईपीएल का सवाल है तो इससे बीसीसीआई को मतलब नहीं है। आईपीएल की कमेटी चाहे तो मैच दे सकती है।
इधर बीसीसीआई के सह सचिव संजय जगदाले ने कहा कि यहां खेली गई अंडर १९ साल स्पर्धा का यही फायदा हो सकता है कि यहां के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में जाने का मौका मिल सकता है। बीसीसीआई का काम करने का अपना तरीका है। रोटेशन में जब छत्तीसगढ़ का नंबर आएगा तभी कोई अंतरराष्ट्रीय मैच मिल पाएगा, इसमें कितना भी समय लग सकता है।
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आशा का दीप जलाये रखिये!
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