मंगलवार, 22 दिसंबर 2009

चैंपियन बनना ही लक्ष्य है

राष्ट्रीय अंडर १९ क्रिकेट चैंपियनशिप में मेजबान छत्तीसगढ़ को फाइनल की राह दिखाने वाले टीम के सितारा खिलाड़ी कप्तान प्रखर राय के साथ विशाल कुशवाहा, वी। नितीश कुमार राव के साथ गेंदबाज अखंड प्रताप सिंह का एक स्वर में कहना है कि हम लोगों का पहला लक्ष्य छत्तीसगढ़ को चैंपियन बनाना है। हमारी टीम अगर चैंपियन बन जाती है तो हम लोगों के लिए कम से कम राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के लिए भी रास्ता खुल जाएगा। इसी के साथ हमारी टीम का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ को रणजी टीम बनाने का रास्ता दिखाने का भी काम करेगा।

प्रदेश में पहली बार आयोजित राष्ट्रीय क्रिकेट चैंपियनशिप में मेजबान छत्तीसगढ़ को लगातार तीन मैचों में जीत दिलाने वाले ये प्रमुख खिलाड़ी कहते हैं कि पहली बार ही छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिला है, और इस मौके का फायदा उठाते हुए हम लोग अपनी टीम को विजेता बनाने का मकसद लेकर ही चल रहे हैं। पूछने पर ये खिलाड़ी कहते हैं कि अभी यह तय नहीं है कि इस स्पर्धा की विजेता टीम को बीसीसीआई द्वारा मुख्य राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने का मौका मिलेगा या नहीं। ऐसे में हम लोगों का यह लक्ष्य है कि अपने मैचों में अच्छा प्रदर्शन करके कम से कम हम लोग बीसीसीआई की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में स्थान बनाने का काम करें। अगर हम लोग वहां तक पहुंच जाते हैं तो हम अंडर १९ या फिर अंडर २१ की भारतीय टीम में स्थान बनाना का रास्ता मिल जाएगा। इन्होंने कहा कि इसी के साथ इस स्पर्धा में किया गया हमारी टीम का प्रदर्शन बीसीसीआई से छत्तीसगढ़ को रणजी टीम बनाने के लिए भी मदद करेगा। अंडर १९ टीम के प्रदर्शन के स्तर को देखकर ही बीसीसीआई किसी राज्य की रणजी टीम का फैसला करता है।

भारतीय टीम में स्थान पाना भी मकसद है

टीम के कप्तान बिलासपुर के प्रखर राय पूछने पर कहते हैं कि मकसद तो भारतीय टीम में स्थान बनाना ही है, पर अंडर १९ टीम में स्थान मिल पाना अभी इसलिए मुश्किल लग रहा है क्योंकि मेरी उम्र १९ साल है और भारतीय टीम में आने के लिए १८ साल का होना चाहिए ताकि एक साल का समय रहे। पूछने पर उन्होंने बताया कि वे छत्तीसगढ़ टीम की कप्तानी करने से पहले २००६ में विजय मर्चेन्ट ट्रॉफी में मप्र की टीम से खेल चुके हैं। यहां पर उन्होंने गुजरात के खिलाफ ३७ रनों की पारी खेली थी। प्रखर पांच बार राष्ट्रीय स्कूली चैंपियनशिप में भी खेल चुके हैं। वर्तमान में चल रही स्पर्धा के बारे में वे बताते हैं कि उन्होंने मेघालय के खिलाफ पहले मैच में तो महज एक रन बनाया, लेकिन इसके बाद उन्होंने नागालैंड के खिलाफ शतक जड़ते हुए १०६ रनों की पारी खेली। इसके बाद सिक्किम के खिलाफ भी उनका बल्ला चमका और उन्होंने ७६ रन बनाए। एक सवाल के जवाब में वे कहते हैं कि छत्तीसगढ़ की टीम फाइनल में पहुंच ही गई है। हम लोग बचे तीनों मैचों के साथ फाइनल भी जीतने का प्रयास करेंगे।

राष्ट्रीय अकादमी में स्थान मिल सकता है

टीम के एक और धमाकेदार बल्लेबाज विशाल कुशवाहा पूछने पर कहते हैं कि १९ साल के होने की वजह से वे अंडर १९ भारतीय टीम में स्थान बनाने की बात तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में स्थान जरूर मिल सकता है। अब तक मेघालय के खिलाफ १२०, नागालैंड के खिलाफ ५७ और सिक्किम के खिलाफ ४३ रनों की पारी खेलने वाले इस खिलाड़ी का कहना है कि वे लगातार अच्छा प्रदर्शन करके राष्ट्रीय अकादमी में स्थान बनाना चाहते हैं। यहां स्थान मिल गया तो भारत की अंडर २१ टीम में भी जाने का रास्ता मिल जाएगा। विशाल बताते हैं कि वे ४ चार बार राष्ट्रीय स्कूली क्रिकेट में खेलने के साथ कॉलेज की विजी ट्रॉफी में भी खेल चुके हैं। विजी ट्रॉफी में नार्थ जोन की तरफ से उन्होंने शतक बनाया था।
टीम के एक और खिलाड़ी वी। नितीश कुमार राव का बल्ला भी स्पर्धा भी बोल रहा है। उन्होंने मेघालय के खिलाफ ७६ और नागालैंड के खिलाफ पांच रनों की पारी के बाद सिक्किम के खिलाफ ९१ रनों की पारी खेली। वे कहते हैं कि अगर हमारी टीम का प्रदर्शन अच्छा रहेगा और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इससे संतुष्ट होता है तो छत्तीसगढ़ को रणजी टीम बनाने का मौका जल्द मिल सकता है। वे भी कहते हैं कि मेरा भी लक्ष्य राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में स्थान बनाना है।

गांव से निकला स्पिन का जादूगर

छत्तीसगढ़ की टीम से खेल रहे अखंड प्रताप सिंह कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ के हैं। सुविधाविहीन क्षेत्र के होने के बाद भी उन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर प्रदेश की टीम में स्थान बनाया है। उनको जो मौका मिला है, उसको उन्होंने भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने अब तक नागालैंड के खिलाफ ५, मेघालय के खिलाफ ३ और सिक्किम के खिलाफ १ विकेट लिया है। अखंड अभी १७ साल के हैं और उनकी प्रतिभा को देखकर यह कहा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ का यह खिलााड़ी अंडर १९ साल की भारतीय टीम में स्थान बना सकता है। पूछने पर वे कहते हैं कि अब जबकि उनको छत्तीसगढ़ की टीम से खेलने का मौका मिला है तो अच्छा प्रदर्शन करके भारतीय टीम में स्थान बनाना ही पहला लक्ष्य है।

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