गुरुवार, 18 नवंबर 2010

खेल महोत्सव का ऐतिहासिक आगाज

दो घंटे बाद ही सही, जैसे ही खिलाडिय़ों को मुख्यअतिथि के आने की सूचना मिली, सभी ने राहत की सांस ली, और जुट गए अपना-अपना मोर्चा संभालने में। इसके बाद उद्घाटन में करीब दो घंटे तक ऐसा शमा बंधा कि कोई भी अपनी कुर्सी छोडऩे की हिम्मत नहीं जुटा पाया। दावे के मुताबिक जिला खेल महोत्सव का ऐतिहासिक उद्घाटन हुआ। इस खेल महोत्सव में राजधानी रायपुर के साथ रायपुर के १५ विकासखंडों के करीब तीन हजार खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
स्पोट्र्स काम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम में सुबह १० बजे से ही गहमागहमी का माहौल था। हर किसी को बस मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के आने का इंतजार था। थोड़ी-थोड़ी देर में खबर आती रही है कि मुख्य अतिथि आ रहे हैं। लेकिन अंत में इंतजार जाकर समाप्त हुआ १२ बजे। जैसे ही मुख्य अतिथि आए, मार्च पास्ट का प्रारंभ हुआ। मार्च पास्ट में सबसे पहले एक छोटी सी लड़की गुडग़ुड़ी लेकर चल रही थी। इस लड़की के पीछे पांच लड़कियां सायकलों पर थीं। इसके बाद ओलंपिक रिंग लिए पांच खिलाड़ी चल रहे थे। इनके बाद प्रारंभ हुआ खिलाडिय़ों के कारवां के आने का सिलसिला। सबसे पहले स्थान पर अभनपुर का दल था, इसके बाद क्रमश: बिलाईगढ़, बलौदाबाजार, भाटापारा, छूरा, देवभोग, धरसीवां, बास्केटबॉल, बॉडी बिल्डिंग, के बाद धूमाल की धूम रही इसके बाद अंखाड़ा और अन्य विकासखंडों के साथ कई खेलों के खिलाड़ी अपने-अपने खेल का प्रदर्शन करते हुए मार्चा पास्ट करते रहे। मार्च पास्ट के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मायाराम सुरजन स्कूली को छात्राओं द्वारा नृत्य किया गया। तबले, सितार और हारमोनियम की जुगलबंदी ने सबको ङाूमने पर मजबूर कर दिया। अंत में जंप रोप का प्रदर्शन किया गया। एयरक्राफ्ट से फुल बरसाएं गए।
छत्तीसगढ़ का परचम दुनिया में लहराए
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों को चाहिए कि वे अपनी प्रतिभा से देश और दुनिया में छत्तीसगढ़ का परचम लहराने का काम करें। उन्होंने माना कि कार्यक्रम बहुत विलंब से (वे खुद दो घंटे विलंब से आए थे) प्रारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह खिलाडिय़ों का ही दम है जो वे कड़ी धूप में भी खड़े हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि पहले राज्य के १० वर्ष पूर्ण होने पर राज्योत्सव का आयोजन किया गया अब मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मंशा के मुताबिक खेलोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन से राज्य में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहां आए खिलाडिय़ों में से ही कई खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय खेलों में खेलने का मौका मिलेगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि आयोजन में कुछ कमियां रहीं है, लेकिन हम वादा करते हैं कि जब राजधानी में ही राज्य खेल महोत्सव का आयोजन होगा तो खिलाडिय़ों को कोई कमी नजर नहीं आएंगी। हमारे अधिकारी इस आयोजन से सबक लेंगे। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज इस बात की जरूरत है कि बच्चों को मैदान और खेलों से जोड़ा जाए, बच्चे घरों में कैद होकर रह गए हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत है। उन्होंने भी सबसे पहले कहा कि कार्यक्रम बहुत विलंब से प्रारंभ हुआ इसके बाद भी खिलाडिय़ों ने यह दिखाया कि खेल भावना क्या होती है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से राष्ट्रीय खेलों के लिए प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर विधायक कुलदीप जुनेजा, जिला पंचायत की अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, नगर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव, नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी, प्रभारी जिलाधीष ओपी चौधरी, खेल संचालक जीपी सिंह, पुलिस अधीक्षक दीपांशु काबरा सहित सभी खेल संघों के पदाधिकारी मौजूद थे।
बास्केटबॉल में ग्रेटर रायपुर जीता
खेलों में बास्केटबॉल में ग्रेटर रायपुर ने गरियाबंद को १४-२ से हराया। विजेता टीम के लिए पूजा, गोपीका ने ४-४, सीमा, धनांजली, अस्मिता ने दो-दो अंक बनाए। फुटबॉल में भाटापारा ने टाईब्रेकर में अभनपुर को ४-३ से मात दी। विजेता टीम के लिए देवेन्द्र, प्रेमशरण, प्रतीक और विक्रांत ने गोल किए। महिला फुटबॉल के एक मैच में कसडोल ने कड़े मुकाबले में तिल्दा को टाईब्रेकर में २-१ से हराया। हॉकी में गरियाबंद, रायपुर एकादश के साथ लड़कियों के मैच में खारून वे अरपा को १-० से हराया।

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