रविवार, 29 मार्च 2009
बेंगलूर की जीत में चेलुराज का शतक
बेंगलूर ने चेलुराज के शतक के साथ ही अपने गेंदबाजों एम. नागराज, योगेश और पाटिल की घातक गेंदबाजी की मदद से चेन्नई को रोमांचक मुकाबले में ३४ रनों से मात दी। पहले खेलते हुए बेंगलूर ने चेलुराज के १२२ रनों के साथ एसके जैन ने ७८ रनों की मदद से चैंपियनशिप का सबसे बड़ा स्कोर २७४ रन खड़ा किया। इसके बाद बेंगलूर के गेंदबाजों ने चेन्नई की पारी को २४० रनों पर ही समेट दिया। डब्ल्यूआरएस के मैदान में चल रही चैंपियनशिप में बेंगलूर टीम के कप्तान के. येरेगौड़ा ने टॉस जीतकर पहले बल्ले चलाने का फैसला किया। अपने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए वी. चेलुराज और एसके जैन की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए १४८ रनों की साङोदारी करके मजबूत नींव रखी। पहले विकेट के रूप में आउट होने वाले जैन ने ८५ गेंदों का सामना किया और सात चौकों के साथ एक छक्के की मदद से ७८ रन बनाए। बेंगलूर की पारी में कप्तान येरेगौड़ा ने ५२ गेंदों का सामना करके ३० रनों की पारी खेली। इसमें दो चौके शामिल हैं। सबसे बड़ी पारी खेलने का काम चेलुराज ने किया। उन्होंने १४० गेंदों का सामना करते हुए ८ चौकों और एक छक्के की मदद से १२२ रन बनाए। चेलुराज के शतक की मदद से ही बेंगलूर ने २७४ रनों का स्कोर खड़ा किया। यह स्कोर अब तक का चैंपियनशिप में सबसे बड़ा स्कोर है। चेन्नई के लिए रंजीत ने तीन और पी. प्रशांत ने दो विकेट लिए। २७५ रनों की कठिन चुनौती को पाने का चेन्नई की टीम से पूरा प्रयास किया। उसके दो बल्लेबाजों रोहन प्रेम और रंजीत ने काफी आतिशी हाथ दिखाए। रोहन ने ७० गेंदों पर सात चौकों और दो छक्कों की मदद से ६९ रन बनाए। ६२ रनों की पारी खेलने वाले रंजीत ने ५३ गेंदों का ही सामना किया और चार छक्के उड़ाने के साथ तीन चौके जड़े। लेकिन इन दो बल्लेबाजों के अलावा और कोई बल्लेबाज कमाल नहीं कर सका जिसके कारण चेन्नई की पारी ४७.४ ओवरों में २४० रनों पर सिमट गई। बेंगलूर के एम. नागराज ने ३५ रन देकर सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। इसके अलावा योगेश एवं टीपी पाटिल ने दो-दो विकेट लिए। मैच के अंपायर कुमार नायडु और राजु सोनी तथा मैच रेफरी वासुदेवन थे। स्कोरर सचिन टांक एवं अभिषेक जैन थे। चैंपियनशिप में सोमवार को चेन्नई का मुकाबला पटियाला से होगा। पटियाला की टीम अपने पहले दोनों मैच हार चुकी है।
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1 टिप्पणी:
गजब के लिख्खाड़ हो भाई।
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