रविवार, 29 मार्च 2009
आईपीएल में खेलकर ही भारतीय टीम निखरी
डेढ़ दशक से रणजी टीम में खेल रहे रेलवे के क्रिकेटर के. येरेगौड़ा का मानना है कि आज भारतीय टीम में जो निखारा आया है उसका सबसे बड़ा कारण आईपीएल है। बकौल येरेगौड़ा भारतीय खिलाड़ी पिछले साल से आईपीएल से जुड़े हैं और इसके बाद टीम धमाकेदार प्रदर्शन कर रही है। आईपीएल में चियर्स गल्र्स के डांस को वे गलत नहीं मानते हैं। यहां पर अखिल भारतीय अंतर जोनल रेलवे क्रिकेट में बेंगलूर की टीम से खेलने आए इस खिलाड़ी ने विशेष बातचीत में कहा कि आईपीएल के दूसरे संस्करण का भारत में न होना दुर्भाग्यजनक है। अगर यह आयोजन भारत में होता तो दर्शकों को ज्यादा मजा आता। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि आईपीएल के आने के बाद आज महेन्द्र सिंह धोनी की सेना जोरदार प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि धोनी आज सबसे सफल कप्तान हो गए हैं। १२ साल से रेलवे टीम की रणजी में कमान संभालने वाले येरेगौड़ा को आईपीएल में चियर्स गल्र्स से डांस करवाने गलत नहीं लगता है। इनका कहना है कि जब मैच के बीच में ब्रेक लिया जाता है तो ऐसे में दर्शक बोर होने लगते हैं यही वजह है कि आयोजकों ने दर्शकों के मंनोरजन के लिए ही ऐसा किया है। उन्होंने कहा कि इससे खेल को कोई नुकसान नहीं होना है। वे इस बात से इंकार करते हैं कि आईपीएल तीन घंटे का सिनेमा बनकर रह गया है। उनकी नजर में खिलाडिय़ों का बाजार लगाकर उनकी नीलामी करना भी गलत नहीं है।चयन में नहीं होती राजनीति:- रणजी में पिछले १४ से अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी भारतीय टीम में स्थान न बना पाने वाले इस खिलाड़ी का चयनकर्ताओं के प्रति नजरिया सकारात्मक ही है। उनका कहना है कि चयन में कोई राजनीति नहीं होती है। जिस खिलाड़ी में दम रहता है उसका चयन जरूर होता है। उन्होंने कहा कि उनको एक मौका २००२ में तब भारतीय टीम में स्थान बनाने का मिला था जब इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर आई थी। अभ्यास मैच में मेरा प्रदर्शन इतना दमदार नहीं था कि मुङो भारतीय टीम में स्थान मिल जाता। मोहिन्दर अमरनाथ द्वारा एक समय चयनकर्ताओं को जोकरों का समूह और मनोज प्रभाकर द्वारा लाला कहे जाने के बारे में येरेगौड़ा ने कहा कि यह उन बड़े खिलाडिय़ों का अपना मत था, मेरी नजर में तो चयनकर्ता गलत नहीं है और टीम के चयन में किसी भी तरह का कोटा सिस्टम नहीं चलता है। अगर ऐसा होता तो जरूर मुङो भी स्थान मिल जाता। रणजी में भी हो टी-२०:- आज क्रिकेट में जिस तरह से टी-२० की धूम मची है, उसके कारण अब घरू क्रिकेट में भी इसको शामिल करने की बात होने लगी है। येरेगौड़ा का मानना है कि टी-२० को रणजी में शामिल करने से खिलाडिय़ों का खेल निखरेगा। उन्होंने कहा कि वैसे इस बात की पूरी संभावना है कि अगले सत्र से टी-२० को रणजी में शामिल कर लिया जाएगा। प्रयोग के तौर पर इसका आयोजन रणजी में हो चुका है। क्या टी-२० क्रिकेट को ओलंपिक में स्थान दिलाने का रास्ता दिखाएगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल होने के लिए कम से कम अभी १० साल का समय लगेगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनके पास आज तक आईपीएल और आईसीएल का कोई ऑफर नहीं आया है। उन्होंने पूछने पर कहा कि उनके पास आईसीएल का ऑफर आएगा तो भी वे उसमें शामिल होना नहीं चाहेंगे। कर्नाटक सरकार खिलाडिय़ों का पूरा ध्यान रखती है:- एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी कर्नाटक सरकार खिलाडिय़ों का पूरा ध्यान रखती है। खिलाडिय़ों को जहां राज्य का पुरस्कार एकलव्य दिया जाता है, वहीं खिलाडिय़ों को रोजगार दिलाने में भी सरकार पीछे नहीं है। उन्होंने पूछने पर बताया कि रेलवे में रहने के बाद भी उनको कर्नाटक की रणजी टीम की दो बार राहुल द्रविड़ के पहल पर दी गई थी। उन्होंने बताया कि उनकी कप्तानी में श्री द्रविड़ भी खेल चुके हैं। छत्तीसगढ़ में प्रशिक्षण देने बुलाने पर आऊंगा:- एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने के लिए बुलाया जाता है तो समय होने पर जरूर आऊंगा। उन्होंने कहा कि उनका क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद खिलाडिय़ों को तैयार करने का इरादा है। अभी ३७ सालकी उम्र में पूरी तरह से फिट रहने वाले इस खिलाड़ी का कहना है कि उनका एक साल और खेलने का इरादा है। रायपुर के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के बारे में उन्होंने पूछने पर कहा कि इसको देखने का मौका तो नहीं मिला, पर समय रहा तो जरूर देखने जाऊंगा मैंने स्टेडियम की तारीफ सुनी है। रेलवे के मैदान के बारे में उन्होंने कहा कि मैदान काफी अच्छा है और यहां आयोजन भी काफी अच्छा किया गया है। इसके पहले रेलवे के आयोजनों में कहीं भी खिलाडिय़ों पर इतना ध्यान नहीं दिया जाता था जितना रायपुर में दिया जा रहा है।
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1 टिप्पणी:
बहुत-बहुत बधाई, इतने सुन्दर और सटीक लेखन के लिये।
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