मंगलवार, 30 नवंबर 2010

सालोमन भारतीय टीम में

जर्मनी में होने वाली विश्व कप के लिए भारतीय बॉडी बिल्डिंग टीम में छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन को भी रखा गया है। इस टीम के कोच छत्तीसगढ़ के संजय शर्मा हैं।
जर्मनी में ४ दिसंबर से मिस्टर वाबा वल्र्ड के साथ मिस्टर और मिस यूनिवर्स का आयोजन किया गया है। इस स्पर्धा में खेलने के लिए जो भारतीय टीम जाएगी उस टीम में छत्तीसगढ़ के पी. सालोमन शामिल है। सालोमन ने इस साल रायपुर में हुई भारतश्री और पश्चिम भारतश्री स्पर्धा में दोनों खिताब जीते थे। सालोमन ने पिछले साल भी दोनों खिताब जीते थे।
भारतीय टीम इस प्रकार है- रौशन फेररा, दीपक कुंजपा, बालाकृष्णनन (कर्नाटक), आर्थर प्रधान (उड़ीसा), पी. सालोमन (छत्तीसगढ़)।

रविवि जीता तो चैंपियन

उत्तर-पूर्वी अंतर विश्वविद्यालयीन खोखो में मेजबान रविशंकर विश्वविद्यालय को विजेता बनने के लिए अब एक जीत की जरूरत है। स्पर्धा के अंतिम दिन रविवि का मुकाबला रोहतक से होगा। सुबह के सत्र लीग के दो मैचों के बाद समापन समारोह होगा।
रविवि के मैदान में चल रही स्पर्धा के लीग मैचों में मेजबान रविवि ने अपना शानदार खेल जारी रखते हुए सोमवार को अपने दोनों लीग मैच जीत लिए। पहले मैच में रविवि ने कुरूक्षेत्र विवि को दो अंकों और ढाई मिनट के समय से मात देकर दो अंक प्राप्त किए। इस मैच में विजेता टीम के जफर सिद्दकी ने पहली पारी में डेढ़ और दूसरी पारी में ढाई मिनट तक डिफेंस करने के साथ तीन अंक बनाए। योगेन्द्र कुमार ने दोनों पारियों में दो मिनट २० सेकेंड तक डिफेंस किया और दो ्अंक बनाए। रविवि ने इस मैच में १३ अंक बनाए, जबकि कुरुक्षेत्र की टीम ११ अंक ही बना सकी।
दूसरे मैच में रविवि ने गुरुनानक देव विवि को दो अंक से मात देकर दो अंक और जुटाए। एक अन्य मैच में रोहतक विवि ने गुरुनानक देव विवि को ११-८ से मात दी। शाम के सत्र में रोहतक विवि को कुरूक्षेत्र विवि ने हराया। अब मंगलवार को सुबह रविवि का मुकाबला रोहतक से और कुरूक्षेत्र का मुकाबला गुरुनानाक देव विवि से होगा। मैचों के बाद होने वाले समापन समारोह की मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडी होंगी। समापन ९.३० बजे होगा।

महिला क्रिकेट टीम घोषित

बीसीसीआई द्वारा ५ दिसंबर मणिपुर में आयोजित महिला एसोसिएट क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये छत्तीसगढ़ की महिला क्रिकेट टीम ४ दिसंबर को फ्लाई से कोलकाता के लिये रवाना होगी। यह पहला अवसर है जब छत्तीसगढ़ की महिला क्रिकेट टीम बीसीसीआई द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में शिरकत कर रही है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली अंतिम १५ सदस्यीय महिला टीम की घोषणा कर दी गई है।
यह जानकारी छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के सचिव राजेश दवे ने दी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये संभावित महिला क्रिकेट टीम का प्रशिक्षण पहले से चल रहा था और चयनीत अंतिम १५ खिलाडिय़ों का अभ्यास शिविर चल रहा है। उन्होंने बताया कि राजय परिहार को टीम का मैनेजर बनाया गया है वही शांतनु घोष टीम के प्रशिक्षक होगें। प्रतियोगिता ५ दिसंबर से मणिपुर में प्रारंभ हो रही है और छत्तीसगढ़ को अपना पहला मैच ६ दिसंबर को मेजबान मणिपुर के खिलाफ ही खेलना है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये महिला टीम ४ दिसंबर को कोलकाता के लिये विमान से रवाना होगें औद अगले दिन मणिपुर के लिये रवाना होगें।
प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छत्तीसगढ़ महिला टीम इस प्रकार है।
अचला विश्वकर्मा, बित्ती धु्रव, नेहल वर्मा, प्रेमीन वर्मा, प्रिया वर्मा, संगीता रामटेके, मंजीत कौर सभी दुर्ग, आदिला खान, सुमन सोरी, विजय लक्ष्मी, सोनिया मंचल चारों रायपुर, बुद्धीप्रदा भिलाई, नेहा बड़वाईक राजनांदगांव, उर्मिला वर्मा सरगुजा, अनुप्रिया मंडल कांकेर। स्टैंड बाई खिलाड़ी : नीति आसवाल, इंदर कौर दोनों भिलाई, काजल गिरेपूंजे रायपुर। राजय परिहार टीम मैनेजर और शांतनु घोष प्रशिक्षक होंगे।

सोमवार, 29 नवंबर 2010

रविवि क्वार्टर फाइनल में

उत्तर-पूर्वी अंतर विश्वविद्यालयीन खोखो में मेजबान रविशंकर विश्वविद्यालय ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया है।
रविवि के मैदान में खेली जा रही स्पर्धा में शाम के सत्र में रविवि का मुकाबला कल्याणी विवि पं. बंगाल से हुआ। इस मैच में रविवि ने शानदार खेल दिखाते हुए ९ अंकों से जीत प्राप्त की। रविवि ने २६ अंक बनाए, जबकि कल्याणी विवि की टीम १७ रविवि के लिए योगेन्द्र ने डेढ़ मिनट तक डिफेंस करने के साथ तीन अंक बनाए। जफर सिद्दकी ने अपनी टीम को चार अंकों का योगदान दिया। इसके पहले सुबह के सत्र में रविवि ने मधेपुरा को एक पारी ९ अंकों से हराया।
इस मैच में रविवि के जफर सिद्दकी ने साढे पांच मिनट डिफेंस करने के साथ चार अंक बनाए। एक अन्य मैच में नार्थ बंगाल ने उत्कल विवि को ११ अंकों से मात दी। इस मैच में विजेता टीम के लिए तुखजल हुसैन ने दो मिनट ५० सेकेंड डिफेंस करने के साथ चार अंक बनाए। सुबह के सत्र में खेले गए मैचों में पश्चिम बंगाल विवि ने दिल्ली विवि को एक पारी एक अंक से, सीएमजे कानपुर ने कल्याणी विवि को १५अंकों से,विद्यासागर विवि ने लवली प्रोफेशनल विवि को ९ अंकों से एचपीविवि शिमला ने गुरु घासीदास विवि बिलासपुर को एक पारी एक अंक, पंजाब विवि पटियाला ने वर्धमान विवि को एक अंक दो मिनट से मात दी। मैचों के निर्णायक सुनील शुक्ला, रिंकू तिवारी, प्रमोद शर्मा, आरपी गुप्ता, श्याम सुंदर, पुष्पा वर्मा, मुरली रेड्डी, सुनीता सिंह थीं।

प्रखर को टीम की कमान

छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाली अंडर २२ की एसोसिएट ट्राफी क्रिकेट स्पर्धा के लिए मेजबान टीम की कमान प्रखर राय को दी गई है। छत्तीसगढ़ का पहला मैच एक दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में मेघालय से होगा।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि कनाडा की टीम के जाने के बाद प्रदेश में एसोसिएट ट्राफी का आगाज एक दिसंबर से हो रहा है। इसमें सात राज्यों छत्तीसगढ़, मेघालय, अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर, बिहार, सिक्कम, नागालैंड की टीमें खेलने आ रही हैं। सात दिसंबर को फाइनल मैच अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जाएगा। एक, तीन और पांच दिसंबर को तीन-तीन मैच खेले जाएंगे। ये मैच रायपुर के साथ भिलाई और राजनांदगांव में होंगे। स्पर्धा के लिए छत्तीसगढ़ की टीम घोषित कर दी गई है।
टीम इस प्रकार है- प्रखर राय (कप्तान), अभुदय कुमार, सन्नी दास (बिलासपुर), विशाल कुशवाहा (उपकप्तान), इयान कास्टर, सतनाम सिंह. अतुल यादव (रायपुर),वी. नितीश राय, हरप्रीत सिंह, विशाल विश्वकर्मा, गौरव टंडन, इमरान खान (भिलाई), प्रतीक राज (भिलाई एकादश), अखंड प्रताप सिंह (कोरिया), शेख वसीम (राजनांदगांव) को टीम में रखा गया है।

शनिवार, 27 नवंबर 2010

नए साल में मिलेगी साई सेंटर की सौगात

राजधानी रायपुर में खुलने वाले भारतीय प्राधिकरण के साई सेंटर के लिए अब प्रदेश के खिलाडिय़ों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। प्रदेश का खेल विभाग और साई एक साथ इस प्रयास में लगा है कि छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव के अंतर्गत तीन फरवरी से होने वाले फेडरेशन कप बास्केटबॉल के उद्घाटन अवसर पर साई सेंटर का भी प्रारंभ कर दिया जाए। सेंटर के रास्ते में जो भी बाधाएं थीं, उन्हें मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल पर दूर कर दिया गया है।
राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में साई सेंटर प्रारंभ करने की कवायद पिछले एक साल से चल रही है। इस कवायद को अंतिम रूप दे भी दिया गया था, लेकिन बाद में मालूम हुआ कि नगर निगम को साई की दो शर्तो पर आपति है। पहली शर्त ३० साल की लीज और दूसरी शर्त साई सेंटर के लिए जो भी राशि खर्च करेगा उस राशि का कुछ प्रतिशत निगम तो उस स्थिति में देना पड़ेगा जब साई ३० बाद सेंटर छोडऩे की स्थिति में रहेगा। अगर सेंटर नहीं छोड़ा गया तो निगम को कोई राशि नहीं देनी होगी। इन शर्तों को समङाने के बाद निगम ने अपनी एमआईसी की बैठक में काफी पहले मंजूर कर लिया है। इस मंजूरी के बाद अंतिम मंजूरी के लिए फाइनल नगरीय निकाय मंत्रालय को भेजी गई थी। यह फाइनल पिछले छह माह से वहीं अटकी हुई थी। इस फाइल के बारे में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को जब साई सेंटर भोपाल के आरके नायडू से मालूम हुआ तो उन्होंने इस फाइल को तत्काल निकालने के आदेश दे दिए हैं।
श्री नायडू का कहना है कि हमें जैसे ही नगरीय निकाय से मंजूरी मिलेगी, हमारा काम प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जिस तरह से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने साई सेंटर को प्रारंभ करने में रूचि दिखाई है, उसके बाद कोई कारण नहीं है कि यह सेंटर जल्द प्रारंभ न हो सके। उन्होंने पूछने पर बताया कि हमारे दिल्ली से मुख्यालय से सेंटर को प्रारंभ करने की मंजूरी मिल चुकी है।
जानकारों का कहना है कि खेल विभाग के साथ साई सेंटर के अधिकारी इस प्रयास में है कि नए साल में जब तीन फरवरी को स्पोट्र्स कॉम्मलेक्स के इंडोर स्टेडियम में फेडरेशन कप बास्केटबॉल का आगाज हो तो उसी अवसर पर साई सेंटर को प्रारंभ करने की घोषणा भी कर दी जाए। इसके लिए पूरी तैयारी चल रही है। खेलमंत्री लता उसेंडी भी इस प्रयास में जुटी है कि जल्द से जल्द नगरीय निकाय से फाइल निकल कर साई के भोपाल कार्यालय में पहुंच जाए।


घासीदास विवि जीता

उत्तर-पूर्वी अंतर विश्व विद्यालय खोखो में गुरु घासीदास विवि को कड़े मुकाबले में तीन अंकों से जीत मिली। मेजबान रविवि की दूसरा मुकाबला शनिवार को होगा।
रविवि के मैदान में चल रही स्पर्धा के दूसरे दिन ८ मैच खेल गए। दूसरे दिन बी कुछ टीमों ने न आने के कारण दूसरी टीमों को वाकओवर दिया गया। छत्तीसगढ़ की ही सरगुजा विवि की टीम नहीं आए। शुक्रवार को खेले गए मैचों में सबसे रोमांचक मुकाबला गुरु घासीदास विवि का आरएमएल विवि फैजाबाद से हुआ। इस कांटे के मैच में घासीदास विवि बिलासपुर को तीन अंकों से जीत मिल सकी।
अन्य मैचों में पश्चिम बंगाल विवि ने गोरखपुर विवि को ११ अंकों से, उत्कल विवि भुवनेश्वर ने कुमायू विवि नैनीताल को एक पारी १४ अंकों, बीएनएम बंगाल विवि ने आगरा विवि को १४ अंकों, लोवेलू प्रो विवि ने विश्व भारतीय शांति निकेतन को ९ अंकों, पंजाबी विवि ने बुंदेलखंड विवि को एक पारी २३ अंकों से और वर्धमान विवि ने एपीएस रीवा को हराया। स्पर्धा के तीसरे दिन १२ मैच खेले जाएंगे।

शुक्रवार, 26 नवंबर 2010

छत्तीसगढ़ ने तीसरा मैच भी जीता

मेजबान छत्तीसगढ़ ने अपना विजयक्रम जारी रखते हुए कनाडा को तीसरे वनडे में ५ विकेट से मात देकर शृंखला पर ३-० से कब्जा कर लिया। भिलाई में कनाडा की टीम १६७ रनों पर ही सिमट गई। जीत का लक्ष्य छत्तीसगढ़ ने ५ विकेट खोकर प्राप्त कर लिया। तीसरा वनडे भिलाई में खेला गया। पहले खेलते हुए कनाडा की टीम १६७ रन पर ही सिमट गई। छत्तीसगढ़ के पंकज राय ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। एम. हसन और संतोष साहू को दो-दो विकेट मिले। १६८ रनों की आसान सी चुनौती को छत्तीसगढ़ ने वी. विवेक के अधर्शतक (५०) के साथ नए बल्लेबाज संतोष दास के ४० रनों और विशाल कुशवाहा के नाबाद ४६ रनों की मदद से पांच विकेट खोकर प्राप्त कर लिया। मेहमान कनाडा की टीम शुक्रवार को रायपुर से मुंबई के लिए रवाना होगी। वहां पर उसे और अभ्यास मैच खेलने हैं।

रविवि की जीत से शुरुआत

रविशंकर विश्व विद्यालय की टीम ने अपनी मेजबानी में गुरुवार से प्रारंभ हुई उत्तर-पूर्वी अंतर विवि खोखो के पहले मैच में वीकेएस विवि बिहार को आसानी से एक पारी छह अंकों से मात देकर अगले चक्र में स्थान बना लिया। स्पर्धा के पहले दिन तीन ही मैच खेले जा सके क्योंकि ६ टीमें नहीं आई।
रविवि के मैदान में शाम के सत्र में मेजबान रविवि की सामना वीकेएस विवि बिहार से हुआ। इस मैच में मेजबान टीम के सामने बिहार की टीम ठहर ही नहीं पाई। मेजबान खिलाडिय़ों ने अपने दर्शकों से मिले प्रोत्साहन के दम पर यह मैच एक पारी और छह अंकों से जीता। विजेता टीम के खिलाडिय़ों योगेन्द्र यादव, पवन कुमार, उमेश कुमार और जितेन्द्र ओगरे का खेल सराहनीय रही। अन्य मैचों में बीएनएम मधेपुरा ने भागलपुर विवि को एक पारी और ११ अंकों से मात दी। इस मैच में पहली पारी में ही मधेपुरा की टीम १८-७ से आगे थी जिसके कारण दूसरी पारी करवानी ही नहीं पड़ी। एक अन्य मैच में वर्धमान विवि ने सीएलएस मेरठ को एक पारी आठ अंकों से मात दी।
इसके पहले सुबह के सत्र में स्पर्धा का उद्घाटन रविवि के कुलपति शिवकुमार पांडे ने किया। उन्होंने उद्घाटन अवसर पर कहा कि खोखो जैसे देशी खेल के आयोजन होते रहने से ही इस खेल को लोकप्रियता मिलेगी। उद्घाटन अवसर पर रविवि की खेल संचालक रीता वेणुगोपाल के साथ कई कॉलेजों के क्रीड़ा अधिकारी उपस्थित थे। शुक्रवार को १२ मैच खेले जाएंगे।

दुर्ग फिर चैंपियन

राज्य महिला बास्केटबॉल में दुर्ग ने एक बार फिर से कमाल दिखाते हुए चैंपियन का खिताब जीत लिया। यह दुर्ग की ९वीं खिताबी जीत है। इस स्पर्धा के आधार पर बनने वाली प्रदेश की टीम अगले माह राजनांदगांव में होने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाएगी। दुर्ग ने खिताबी मुकाबले में मेजबान बिलासपुर को मात दी।
बिलासपुर में राज्य महिला खेलों का आयोजन किया गया। इसमें बास्केटबॉल भी शामिल था। बास्केटबॉल का फाइनल मैच मेजबान बिलासपुर और दुर्ग के बीच खेला गया। यह मैच पूरी तरह से एकतरफा रहा। इस मैच में दुर्ग के खिलाडिय़ों के सामने बिलासपुर के खिलाडिय़ों की दाल ही नहीं गली और दुर्ग ने मैच आसानी से ८६-३१ से जीता। पहले क्वार्टर में दुर्ग की टीम ३१-०६, दूसरे में ५६-२१, तीसरे में ७०-२४ सेआगे थी। मैच में दुर्ग की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कविता ने सबसे ज्यादा २२ अंक बनाए। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी संगीता मंडल ने १२, पुष्पा निषाद ने १०, शरणजीत कौर ने १०, इसरत जहां ने ८, और संगीता कौर ने ६ अंक बनाए।
टीम के कोच राजेश पटेल ने बताया कि फाइनल में स्थान बनाने से पहले दुर्ग ने सेमीफाइनल में रायपुर को ६०-३४, क्वार्टर फाइनल में रायगढ़ को ७१-१२ से हराया। स्पर्धा में ११ जिलों की टीमों ने भाग लिया। श्री पटेल ने बताया कि स्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर प्रदेश की टीम का चयन करके उसको प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर के बाद टीम राजनांदगांव में होने वाले राष्ट्रीय महिला खेलों में खेलेगी।

गुरुवार, 25 नवंबर 2010

अब कलस्टर के मुकाबलों के लिए रायपुर तैयार

राज्य खेल महोत्सव के लिए कलस्टर के मुकाबले रायपुर में ८ एवं ९ दिसंबर को होंगे। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। इस कलस्टर में मेजबान रायपुर के साथ जशपुर, धमतरी और महासमुन्द को रखा गया है। सबसे बड़ा दल रायपुर का होगा। मेजबान खिलाड़ी १४ खेलों में अपने जौहर दिखाएंगे।
यह जानकारी देते हुए राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि राज्य स्तर की ओपन स्पर्धा के लिए प्रदेश के १८ जिलों को कलस्टर में बांटा गया है। रायपुर के कलस्टर में रायपुर के कलस्टर में चार जिले हैं। इन जिलों में से स्पर्धा में सबसे बड़ा ३०६ खिलाडिय़ों और २८ कोच मैनजरों का दल रायपुर का शामिल होगा। रायपुर के खिलाड़ी १४ खेलों तैराकी, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बास्केबॉल, हैंडबॉल, कबड्डी, कराते, खोखो, नेटबॉल, वालीबॉल, भारोत्तोलन, कुश्ती और हॉकी में भाग लेंगे। जशपुर से २९३ खिलाडिय़ों का दल आएगा जो ९ खेलों में भाग लेगा। धमतरी के १९५ खिलाड़ी १० खेलों और महासमुन्द के २०० खिलाड़ी ११ खेलों में शामिल होंगे। इन जिलों के साथ रायपुर के विश्व विद्यालयों की टीमें भी भाग लेंगी। अभी यह तय नहीं है कि कितने विश्व विद्यालयों की टीम किन-किन खेलों में भाग लेंगी। उन्होंने बताया कि कलस्टर के बाद राज्य स्पर्धा ११ से ॅ१३ दिसंबर तक होगी। उन्होंने बताया कि स्पर्धाओं के लिए मैदानों का चयन कर लिया गया है। इसी के साथ खिलाडिय़ों को कहां ठहराया जाना है उसकी भी व्यवस्था कर ली गई है। स्पर्धा का उद्घाटन और समापन आउटडोर स्टेडियम में होगा।

सजा मैदान, आज से खोखो का घमासान

रविशंकर विश्व विद्यालय की मेजबानी में गुरुवार से उत्तर-पूर्वी अंतर विवि खोखो का आयोजन किया गया है। इसमें ४२ विश्वविद्यालयों की पुरुष टीमें खेलने आ रही हैं। दो दर्जन टीमें बुधवार को ही पहुंच गई हैं। मेजबान रविवि की टीम लगातार अभ्यास कर रही है। रविवि के साथ छत्तीसगगढ़ के और तीन विश्व विद्यालयों की टीम स्पर्धा में शामिल हैं।
स्पर्धा के लिए रविवि में दो मैदान सज कर तैयार है। स्पर्धा में खेलने वाली रविवि की टीम भी तय कर दी गई है। इस टीम ने बुधवार की शाम को भी जमकर अभ्यास किया। रविवि शारीरिक शिक्षा विभाग की संचालक रीता वेणुगोपाल ने बताया कि स्पर्धा छत्तीसगढ़ से रविवि के साथ गुरुघासी दास विवि बिलासपुर, सरगुजा और जगदलपुर के विश्वविद्यालय की टीमें भी खेलने आ रही हैं। स्पर्धा का उद्घाटन गुरुवार को सुबह ९ बजे रविवि के कुलपति शिवकुमार पांडे करेंगे। अध्यक्षता ओपी वर्मा करेंगे।
उद्घाटन के बाद पहला मैच सुबह दस बजे उत्कल विवि और बस्तर विवि के बीच खेला जाएगा। एक और मैच इसी समय डीडीयू विवि का पश्चिम बंगाल विवि से खेला जाएगा। पहले दिन ९ मैच खेले जाएंगे। मेजबान रविवि का पहला मैच गुरुवार की शाम चार बजे वीरकेएस विवि बिहार से होगा। मुकाबलों के लिए दो मैदान बनाए गए हैं।
स्पर्धा के लिए रविवि की टीम घोषित कर दी गई है। इस टीम में जितेन्द्र ओगरे, लोकेश धीवर (माढंर कॉलेज), रामसॉय कबाची, यशवंत धीवर (छत्तीसगढ़ कॉलेज), भोलेनाथ (साइंस कॉलेज दुर्ग), योगेन्द्र कुमार (सुराना कॉलेज दुर्ग), उमेश कुमार, सनत कुमार साहू, पवन कुमार, धमन लाल निर्मलकर (उतई कॉलेज), जफर सिद्दीकी (कल्याण कॉलेज भिलाई), सुशील राणा (सरायपाली कॉलेज) को रखा गया हैे। इस टीम ने बुधवार की शाम को भी रविवि के मैदान में जमकर अभ्यास किया। इस टीम से अखिल भारतीय स्पर्धा के लिए क्वालीफाइ करने की उम्मीद की जा रही है।
स्पर्धा का फाइनल मुकाबला ३० नवंबर को होगी। टीमों को चार पूलों में बांटा गया है। हर पूल से निकलने वाली पहले नंबर की टीमों का आपस में लीग मैच होगा। इन लीग मैचों के आधार पर ही विजेता, उपविजेता, तीसरे और चौथे स्थान की टीमों का फैसला होगा। स्पर्धा में सीधे फाइनल मुकाबला नहीं होगा।

मंगलवार, 23 नवंबर 2010

एक और उधार की तैयारी

छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव में प्रदेश के हर जिले में तो उधार के आयोजन से काम चलना पड़ा है। सरकार से अब तक बजट न मिलने के कारण राज्य स्तर के आयोजन के लिए भी उधार लेने की तैयारी की जा रही है। आयोजन को लेकर हर जिले के खेल अधिकारियों से लेकर संचालनालय का पूरा अमला परेशान है। जिलों के आयोजन के बाद अब पैसों के लिए संचालनालय में पैसों के लिए तकादा भी आने लगा है। विभाग के अधिकारी परेशान हैं कि वे आखिर जिलों को क्या जवाब दें।
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के दस साल पूरे होने के अवसर पर छत्तीसगगढ़ ओलंपिक का आयोजन करने की घोषणा की थी। बाद में इसका नाम छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने जब इस आयोजन की घोषणा की थी तो उन्होंने साफ कहा था कि इस आयोजन में सरकार किसी भी तरह की कमी आने नहीं देगी। लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी वित्त मंत्रालय ने अब तक खेल विभाग को एक पैसे भी नहीं दिया है।
हर जिले में हुआ उधार का आयोजन
राज्य खेल महोत्सव के लिए खेल विभाग ने जिला स्तर के आयोजन के लिए १५ से २० नवंबर की तिथि तय की थी। विभाग ने हर जिले के लिए एक खेल के हिसाब से २० हजार रुपए और विकासखंडों के लिए हर खेल के लिए १० रुपए देने की बात सभी जिलों को कहीं थी। विभाग ने यह भी जिलों को साफ कर दिया था कि विभाग से विकासखंडों के लिए चार खेलों और जिलों के लिए १५ खेलों से ज्यादा का बजट नहीं मिलेगा। विभाग के इस निर्देश के बाद ही जिलों में आयोजन की तैयारी की गई। जिलों में आयोजन करने की तैयारी के बाद वहां आयोजन भी हो गए। ये सारे आयोजन उधार के पैसों से किए गए हैं। कम से कम विभाग से जितने का बजट मिलना है उतने की उधारी हर जिले ने की है। विभाग के बजट से ज्यादा जिन जिलों में आयोजन पर खर्च हुआ है उन जिलों में इस खर्च के लिए प्रायोजकों की मदद ली गई। रायपुर जिले की बात करें तो रायपुर जिले में ही सबसे बड़ा आयोजन किया गया। रायपुर जिले को खेल विभाग से अब तक एक पैसा नहीं मिला है। रायपुर में वैसे ३४ खेलों का आयोजन किया गया। इस आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने कई प्रायोजकों से मदद ली है। लेकिन खेल विभाग से जो बजट रायपुर को मिलना है, उतने की बाजार से उधारी भी की गई है। यही हाल सभी जिलों का है।
खेल संचालनालय में हर जिले के खेल अधिकारी फोन करके एक ही बात जानना चाहते हैं कि आखिर उनको बजट कब मिलेगा, क्योंकि उनको बाजार की उधारी चूकानी है। विभाग में कोई भी अधिकारी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि आखिर विभाग को वित्त विभाग से बजट कब मिलेगा। आयोजन के लिए खेल विभाग ने करीब साढे तीन करोड़़ का बजट मांगा है।
पहले पांच करोड़ का हिसाब दो
खेल विभाग ने राज्य खेल महोत्सव के लिए वित्त विभाग को जो साढ़े तीन करोड़ का बजट भेजा है। उस बजट को अब तक वित्त विभाग ने मंजूरी नहीं दी है। इस बजट को मंजूरी न देने का जो कारण बताया जा रहा है, वह कारण बड़ा बेतुका है। जानकारों की मानें तो वित्त विभाग ने खेल विभाग से पूछा है कि ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए जो पांच करोड़ का बजट दिया गया था उसका क्या हुआ? वित्त विभाग ने राज्य खेल महोत्सव के लिए बजट देने से पहले इन पैसों का हिसाब जमा करने कहा है। वित्त विभाग की इस आपाति से खेल विभाग के अधिकारी आहत हैं। इनका कहना है कि अब सोचने वाली बात है कि २०१३-१४ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए दिए गए पांच करोड़ के बजट का राज्य खेल महोत्सव से क्या लेना-देना। जानकारों का कहना है कि हमेशा वित्त विभाग से ऐसी ही बेतुकी आपतियां लगाई जाती हैं।
राज्य के आयोजन को लेकर परेशानी
जिलों का आयोजन तो किसी तरह से उधार के पैसों से निपट गया है। अभी एक समस्या का अंत हुआ नहीं है कि सिर पर दूसरी समस्या खड़ी है। राज्य स्तर के आयोजन के लिए चार जिलों में कलस्टर के आयोजन होने हैं। इन आयोजनों को करने के लिए इन जिलों को २५ से ३० नवंबर का समय दिया गया है। इन जिलों रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और बिलासपुर के ही खेल अधिकारी ज्यादा परेशान हैं कि आखिर वे कैसे बिना बजट के आयोजन करेंगे। अभी तो जिलों के आयोजन का उधार दिया नहीं है और एक और आयोजन के लिए कैसे उधार मिलेगा। सरकार से बजट न मिलने के बारे में कोई भी अधिकारी कुछ नहीं बोलना चाहता है, सबको इस बात का डर है कि उन्होंने कुछ बोला तो उन पर सामत आ सकती है। सभी यही कहते हैं कि सरकारी काम में तो देर लगती है, बजट आज नहीं तो कल मिल जाएगा।

राजधानी में पांच हजार खिलाड़ी ठहरेंगे कहां?

छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव के राज्य स्तर के आयोजन में राजधानी में कम से कम पांच हजार खिलाडिय़ों का जमावड़ा लगने वाला है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि आखिर इतने खिलाडिय़ों को राजधानी में ठहराया कहां जाएगा। खेल विभाग के अधिकारियों को खिलाडिय़ों के ठहराने के स्थान तलाशने में पसीना आ रहा है।
राज्य खेल महोत्सव में राज्य स्तर की स्पर्धाओं के लिए ११ से १३ दिसंबर की तिथि तय कर दी गई है। इसी तिथि में १९ साल से अधिक वर्ग की ओपन स्पर्धा के साथ अंडर १९ की स्कूली स्पर्धाओं का भी आयोजन होना है। इन दोनों आयोजनों को मिलाकर करीब पांच हजार खिलाडिय़ों का आना तय है। स्कूली स्तर में १४ खेलों का आयोजन होना है। इन खेलों में सात जोन की टीमें भाग लेंगी। स्कूली शिक्षा विभाग ने खेल विभाग को जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक तीन हजार से ज्यादा खिलाड़ी उनके आने हैं। ओपन वर्ग में १५ खेलों का आयोजन होना है। ऐसे में इसमें करीब दो हजार खिलाड़ी आएंगे। ओपन वर्ग में कलस्टर की वजह से ही खिलाडिय़ों की संख्या कम हुई है, अगर सीधे जिलों से टीमें आती तो इसी वर्ग में पांच हजार से ज्यादा खिलाड़ी हो जाते।
अब दोनों वर्गों के पांच हजार खिलाडिय़ों के ठहराने का जिम्मा खेल विभाग का है। इसके लिए काफी समय से खेल विभाग के अधिकारी राजधानी के हर कोने में ऐसे भवन तलाश कर रहे हैं जहां पर खिलाडिय़ों को ठहराया जा सके। कई भवनों को ले भी लिया गया है, लेकिन अब तक इतने भवन नहीं मिल पाए हैं कि पांच हजार खिलाडिय़ों को ठहराने की समस्या से मुक्त हुआ जा सके। एक विकल्प के तौर पर स्कूलों में खिलाडिय़ों के ठहराने की बात की गई, लेकिन इसके लिए स्कूलों को आयोजन के समय बंद करना होगा, जो संभव नहीं होगा। आउटडोर स्टेडियम में खिलाडिय़ों को ठहराया जा सकता है, वह वहां पर जिले के आयोजन में यह बात सामने आई कि वहां पर पानी की समस्या है।

कनाडा-छत्तीसगढ़ में दूसरी भिड़ंत आज

विश्व कप में खेलने वाली कनाडा टीम के खिलाफ मंगलवार को होने वाले मैच में छत्तीसगढ़ की टीम २-० की बढ़त लेने के इरादे से उतरेगी। इधर कनाडा टीम में मैच जीतकर शृंखला में बराबरी का प्रयास करेगी। मेजबान टीम में दो नए खिलाडिय़ों और कनाडा टीम में एक नए गेंदबाज को शामिल किया गया है। दोनों टीमों ने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में सोमवार को जमकर अभ्यास किया।
पहले मैच में २८० रनों का चुनौती को आसानी से प्राप्त करने वाली मेजबान टीम में अंडर १९ विश्व कप में खेलने वाले दल्लीराजहरा के हरप्रीत सिंह को शामिल किया गया है। हरप्रीत इस समय मप्र की रणजी टीम से खेल रहे हैं। इसी के साथ मप्र की रणजी टीम से खेलने वाले टी. सुधीन्द्रा को भी टीम में रखा गया है। इन दोनों के टीम में आने से छत्तीसगढ़ टीम का मनोबल और बढ़ गया है।
इधर कनाडा की टीम में एक तेज गेंदबाज हेनरी उसेंडी भी शामिल किए गए हैं। उनके रहने का टीम को बहुत फायदा मिलने की उम्मीद है। वे टीम के ओपनर गेंदबाज हैं। टीम के कप्तान जुबीन सबकरी ने मैच हारने के बाद कल कहा भी था कि उनकी टीम को अपने दो गेंदबाजों की कमी खली है।
नए अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में सोमवार को दोनों टीमों ने जमकर अभ्यास किया। दोनों टीमों को अब एक-दूसरे के खिलाडिय़ों के बारे में पूरा अंदाज हो गया है। ऐसे में मंगलवार का मैच रोमांचक होने की उम्मीद है। मंगलवार को जिस विकेट पर मैच होगा, वह विकेट भी हैं तो पहले मैच के विकेट जैसा, लेकिन इस विकेट पर ज्यादा रन न बनने की संभावना जताई जा रही है। कल के मैच में एक बात तय लग रही है कि जो टीम टॉस जीतेगी, वह पहले बल्ले चलाना पसंद नहीं करेगी। पहले मैच में जिस तरह से २७९ रन बनाने के बाद भी कनाडा की टीम को हार का सामना करना पड़ा। दोनों टीमों ने मंगलवार के मैच के लिए क्या रणनीति बनाई है इसका खुलासा कोई करना चाहता है। दोनों टीमें कल के मैच को जीतने के इरादे से मैदान में उतरना चाहती है। अंतिम एकादश की घोषणा मैच के पहले की जाएगी।

सोमवार, 22 नवंबर 2010

छत्तीसगढ़ के क्रिकेटरों का हौसला बढ़ाने वाली जीत


हमें जो जीत मिली है, वह जीत अपने छत्तीसगढ़ के क्रिकेटरों का हौसला बढ़ाने वाली जीत है। आगे केे मैचों में भी हम जीत का प्रयास करके तीन मैचों की शृंखला पर कब्जा जमाने की हमारी कोशिश होगी।
ये बातें अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में विश्व कप में खेलने वाली कनाडा टीम से मैच जीतने के बाद छत्तीसगगढ़ टीम के कप्तान रोहित ध्रुव ने कहीं। उन्होंने कहा कि कनाडा से हमें जब २८० रनों का लक्ष्य मिला था तो बड़े स्कोर की वजह से हम लोग थोड़ा दबाव जरूर महसूस कर रहे थे, लेकिन हमारी सलामी जाोड़ी एम. हसन और अभिषेक सिंह ने ९३ रनों की साङोदारी करके टीम को मजबूती देने का काम किया। उन्होंने पूछने पर कहा कि टीम की जीत का Ÿोय हमारे बल्लेबाजों को जाता है। उन्होंने अपनी कप्तानी पारी को भी अहम माना। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी टीम अगले मैचों में भी जीतने के लिए पूरा जोर लगाएगी और एक रणनीति बनाकर मैच खेलेंगे। उन्होंने पूछने पर कहा कि हमने २६० के आस-पास के स्कोर के बारे में सोचा था। उन्होंने कहा कि हम पर कनाडा के विश्व कप में खेलने वाली टीम होने का कोई खौफ नहीं था। हमारे खिलाडिय़ों ने अपना स्वाभाविक खेल खेला जिसकी वजह से हमें जीत मिली।
छत्तीसगढ़ के गेंदबाज अच्छे हैं
कनाडा की पारी में शतक बनाने वाले रवीन्दु गुणाशेखरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गेंदबाज बहुत अच्छे हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि वे अपने देश श्रीलंका के कुमार संगकारा के साथ सचिन तेंदुलकर को अपना आर्दश मानते हैं। स्टेडियम के बारे में उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम बहुत ही अच्छा है, हमने सोचा नहीं था कि यहां ऐसा स्टेडियम हो सकता है। उन्होंने कहा कि वे कई देशों के स्टेडियमों में खेले हैं, पर ऐसा स्टेडियम नहीं देखा है।
स्टार गेंदबाजों की कमी खली
कनाडा टीम की कप्तानी कर रहे जुबीन सबकरी ने कहा कि उनको आज मैच में अपने दो स्टार गेंदबाजों की कमी खली। उन्होंने कहा कि हमारे दो ओपनर गेंदबाज नहीं आ पाए थे। एक गेंदबाज आ गए हैं जो अगले मैच में खेलेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के बल्लेबाजों ने अच्छा खेल दिखाया जिसकी वजह से उनकी टीम जीती। उन्होंने कहा कि हमारी टीम के कप्तान आशीष बगई का घायल होने की वजह से न खेल पाना भी हमें खला। उन्होंने कहा कि हमारे बल्लेबाज थोड़ा और अच्छा खेलते तो हमारी टीम ३०० का स्कोर कर लेती और मैच पर हमारी पकड मजबूत हो जाती। उन्होंने कहा कि अब हमारी नजरें २३ नवंबर को होने वाले मैच पर हैं।
दर्शक मेजबान टीम के साथ
स्टेडियम में कनाडा टीम की पारी के समय तो दर्शक ज्यादा नहीं थे। लेकिन जब दूसरे सत्र में छत्तीसगढ़ की पारी आगाज हुआ तो दर्शकों की संख्या बढ़ती चली गई। स्टेडियम में करीब पांच हजार दर्शक थे जो मेजबान टीम के खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ाने का काम कर रहे थे। इलेक्ट्रानिक स्कोर बोर्ड के काम न करने की वजह से दर्शकों को स्कोर जानने में परेशानी का सामना करना पड़ा। हर ओवर के बाद स्कोर बताने के लिए कमेंट्री की जा रही थी, लेकिन ज्यादातर स्पीकरों के खराब होने के कारण आवाज ही नहीं आ रही थी। इधर जो स्कोर बोर्ड लगाया गया था, वह सभी दर्शकों को नहीं दिख पा रहा था। इस स्कोर बोर्ड को अपडेट करने का काम छोटे-छोटे बच्चे बड़े उत्साह के साथ कर रहे थे।
टॉस बलदेव भाटिया ने किया
मैच के ९ बजे प्रारंभ होने से पहले दोनों टीमों के कप्तानों और अंपायरों के साथ छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया मैदान में गए और सिक्का उछालकर टॉस किया। टॉस कनाडा ने जीता। मैच में किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए सुरक्षा के इंतजाम के तौर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया था। मुख्य्द्वार से पासधारियों को ही प्रवेश दिया गया। मैच में संघ के सभी पदाधिकारी मौजूद थे।

राजतंत्र में देखे छत्तीसगढ़ की कनाडा पर धमाकेदार जीत

रविवार, 21 नवंबर 2010

कनाडा-छत्तीसगढ़ में पहला वनडे आज

नई राजधानी के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में कनाडा और छत्तीसगढ़ की टीमों के बीच पहला वनडे मैच खेला जाएगा। शनिवार को दोनों टीमों ने जमकर अभ्यास किया। इस स्टेडियम को देखकर कनाडा टीम के कप्तान आशीष बगई के साथ सारे खिलाड़ी हैरान रह गए। स्टेडियम पर फिदा होने के बाद खिलाडिय़ों ने इस स्टेडियम के बारे में अपने देश के क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष को ई-मेल करके जानकारी दी।
अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में दोपहर को जैसे ही कनाडा टीम के खिलाड़ी पहुंचे वे स्टेडियम को देखते रह गए। उनको यकीन ही नहीं हो रहा था कि इस छोटे से राज्य में इतना बड़ा भव्य स्टेडियम है। स्टेडियम के बाद जब खिलाडिय़ों की नजरें आउटफील्ड और विकेट पर पड़ी तो खिलाड़ी और खुश हो गए। टीम के कप्तान आशीष बगई का कहना है कि वास्तव में ऐसी आउटफील्ड बहुत कम स्टेडियमों में देखने को मिलती हैं। उन्होंने विकेट के बारे में कहा कि विकेट बहुत अच्छा लग रहा है। उन्होंने पूछने पर कहा कि हम तो जीतने आए हैं। उन्होंने पूछने पर कहा कि कोई टीम छोटी बड़ी नहीं होती है। कनाडियन खिलाडिय़ों के अभ्यास के समय टीम के कोच वीडियो रिकार्डिंग भी कर रहे थे। खिलाडिय़ों ने करीब तीन घंटे अभ्यास किया। कनाडा के खिलाडिय़ों से मिलने के लिए भिलाई के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर राजेश चौहान भी पहुंचे थे।
एक तरफ कनाडा के खिलाड़ी अभ्यास कर रहे थे तो दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी अभ्यास में जुटे थे। छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों ने जमकर अभ्यास किया। टीम के कप्तान रोहित ध्रुव का भी कहना है कि हमारे सामने भले कल विश्व कप में खेलने वाली टीम होगी, लेकिन हमारी टीम मैच जीतने के लिए पूरा जोर लगा देंगी। विकेट देखकर वे भी खुश हैं।
विकेट के बारे में क्यूरेटर शमीम मिर्जा बताते हैं कि विकेट को ग्रीन टॉप के साथ हार्ड बनाया गया है। इस विकेट से बल्लेबाजों के साथ गेंदबाजों को भी मदद मिलेगी। मैच रविवार की सुबह ९ बजे प्रारंभ होगा। पहला सत्र १२.३० बजे तक चलेगा। दूसरा सत्र १.१० से प्रारंभ होकर ४.४० तक चलेगा। इस मैच के लिए छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ ने पूरी तैयारी की है। संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया के मार्गदर्शन में टीम का कर रही है। दूसरा वनडे २३ नवंबर को और तीसरा २५ नवंबर को भिलाई में होगा।

शनिवार, 20 नवंबर 2010

कीड़े बने डे-नाइट मैच में बाधा

कनाडा-छत्तीसगढ़ का मैच अब नहीं होगा फ्लड लाइट में
राजधानी के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में लगातार दो दिनों तक लाइट को जलाकर रखने के बाद लाइट के बंद होने की समस्या से तो मुक्ति मिल गई, लेकिन कीड़ों के कारण अंतत: मैच को डे-नाइट के स्थान पर दिन का करने पर छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ को मंजबूर होना पड़ा। अब विश्व कप क्रिकेट में खेलने वाली कनाडा की टीम का छत्तीसगढ़ के साथ २१ और २३ नवंबर का मैच दिन में ही होगा।
स्टेडियम में आज दूसरे दिन भी फ्लड लाइट को जलाकर रखा गया और जांच की गई कि लाइट बंद तो नहीं हो रही है। लाइट को कल ही विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने ठीक किया है। इसके पहले लाइट लगातार परेशान कर रही थी। एक लाइट को जलाते ही दूसरी बंद हो जा रही थी। लेकिन अब परेशानी नहीं हो रही है। लाइट के बंद होने की परेशानी से तो निजात मिल गई है, लेकिन दो दिनों तक लाइट जलाकर रखने के बाद एक सबसे बड़ी समस्या यह सामने आई कि कीड़े बहुत ज्यादा हो रहे हैं। स्टेडियम के चारों तरफ खेत हैं जिसके कारण कीड़ों की समस्या सामने आई है। कीड़े इतने ज्यादा है कि रात में मैच खेल पाना संभव नहीं है। ऐसे में छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों ने शुक्रवार की शाम को बैठक करके यह तय किया कि अब मैच डे-नाइट के स्थान पर दिन का किया जाएगा। संघ के विजय शाह ने बताया कि पहला वनडे २१ नवंबर को सुबह ९ बजे प्रारंभ होगा। पहला सत्र १२.३० तक चलेगा। दूसरा सत्र १.१० बजे से ४.४० तक होगा। उन्होंने पूछने पर बताया कि २३ नवंबर का मैच भी दिन का होगा। श्री शाह ने कहा कि कनाडा की टीम को विश्व कप में खेलना है, ऐसे में डे-नाइट मैच के मोह में किसी खिलाड़ी को कीड़ों के कारण नुकसान हो गया तो परेशानी होगी।
कनाडा की टीम का जोशीला स्वागत
विश्व कप क्रिकेट में खेलने वाली कनाडा की क्रिकेट टीम शुक्रवार की रात को दिल्ली से विमान द्वारा रायपुर पहुंची। माना विमानतल पर छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों ने टीम का जोशीला स्वागत किया। टीम शनिवार को अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में अभ्यास करने के बाद २१ नवंबर को छत्तीसगढ़ की टीम के साथ पहला वनडे मैच खेलेगी।
कनाडा की टीम दिल्ली से किंगफिशर के विमान से करीब डेढ़ करीब विलंब से रायपुर पहुंची। माना विमान तल पर टीम के खिलाडिय़ों का छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के विजय शाह, राजय सिंह परिहार, अवधेश गुप्ता, मनजीत सिंह, विनय बजाज, राजेश दवे सहित कई पदाधिकारियों से जोशीला स्वागत किया। खिलाड़ी माना से सीधे होटल के लिए रवाना हो गए। खिलाड़ी अब कल सुबह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में अभ्यास करेंगे। शनिवार को मेजबान छत्तीसगढ़ की टीम भी अभ्यास करेगी।


राजतंत्र में देखे उत्कृष्ट खिलाड़ी निराश, नौकरी की नहीं आश

खत्म हुआ इंतजार-आज मिलेगा पुरपस्कार

छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव में रायपुर जिले के खेल महोत्सव में खिताब उड़ाने वाले सभी खिलाडिय़ों को शनिवार की शाम शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल और खेलमंत्री लता उसेंडी पदकों के साथ नकद राशि देकर सम्मानित करेंगे। ज्यादातर खेलों की स्पर्धाएं हो चुकी हैं। जो खेल बचे हैं उनके फाइनल मुकाबले शनिवार को समापन से पहले सुबह के सत्र में हो जाएंगे।
राजधानी में जिला खेल महोत्सव में एक दर्जन मैदानों में ३४ खेलों के मुकाबले हो रहे हैं। कुछ खेलों के फाइनल मुकाबले दूसरे दिन हो गए थे। तीसरे दिन भी कई खेलों में फाइनल मुकाबले हो गए हैं। बचे मुकाबले कल होंगे। शनिवार को कबड्डी के फाइनल मुकाबलों के बाद महिला के साथ पुरुष वर्ग में प्रगति क्लब की टीम विजेता बनी। महिला वर्ग के फाइनल में प्रगति क्लब ने धरसीवां को ३२-८ से मात दी। तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में बिलाईगढ़ ने भाटापारा को ३१-६ से परास्त कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी के साथ बिलाईगढ़ के खिलाड़ी कांस्य पदक के साथ तीन-तीन सौ रुपए नकद इनाम के हकदार बन गए। पुरुष वर्ग के खिताबी मुकाबले में प्रगति क्लब से कड़े मुकाबले में बलौदाबाजार को १८-१२ से मात दी। एक समय खेल समाप्त होने के तीन मिनट पहले तक मात्र एक अंक का अंतर था।
हॉकी के महिला वर्ग के फाइनल में महानदी रायपुर ने अरपा क्लब को कड़े मुकाबले के सडनडेथ में ५-४ से परास्त कर खिताब जीता। तीसरे स्थान पर अरपा ने हसदेव को ३-० से मात देकर कब्जा किया। पुरुष वर्ग में रायपुर एकादश ने स्टीफन क्लब को २-० से परास्त किया। तीसरा स्थान गरियाबंद सीनियर ने प्राप्त किया। इस टीम ने अपने ही शहर की जूनियर टीम को २-० से हराया। वालीबॉल के महिला वर्ग में रायपुर ने तिल्दा को परास्त कर खिताब जीता।
जूडो के महिला वर्ग में ४० किलो ग्राम में प्रथम पूजा, द्वितीय अपराजिता सिंह, तृतीय वंदना। ४४ किलो से कम में प्रथम अंतरा सारथी, द्वितीय ललिता, तृतीय स्वाति। ४८ किलो से कम में प्रथम रौशनी, द्वितीय सुरभि, तृतीय सुमन। ५२ किलो से कम में प्रथम नेहा, द्वितीय लक्ष्मी, तृतीय दिव्या रावत। ५२ किलो से ज्यादा में प्रथम सती बाघमार, द्वितीय पूनम, तृतीय रिया ठाकुर रहीं। पुरुष वर्ग में ५० किलो प्रथम के. हेमंत, द्वितीय उत्तम, तृतीय अजय तिवारी। ५५ किलो प्रथम सूरज वर्मा, द्वितीय भीषम वर्मा, तृतीय इन्दु। ६० किलो प्रथम आदित्य ठाकुर, द्वितीय आशीष यादव, तृतीय अजय राय। ६६ किलो प्रथम राजेन्द्र साहू, द्वितीय सुभम तिवारी, तृतीय भुनेश्वर सिंहा। ६६ किलो से ज्यादा प्रथम विनय तिवारी, द्वितीय एल. हरिबाबू, तृतीय नरेन्द्र तिवारी। जूडो के निर्णायक नरेन्द्र कम्बोज, श्वेता यादव और पी. किशोर थे।
फुटबॉल में आज क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले गए। कसडोल ने देवभोग को २-०, तिल्दा ने गरियाबंद को टाईब्रेकर में ३-२, भाटापारा ने बलौदाबाजार को २-० और रायपुर ने बिलाईगढ़ को ५-० से हराया। सेमीफाइनल और फाइनल मैच कल खेल जाएगा। महिला फुटबॉल में पहले स्थान पर स्पोट्र्स विभाग रेड की टीम रही। उसने कसडोल को फाइनल में ५-० से हराया। तीसरे स्थान पर स्पोट्र्स विभाग की टीम रही।
टेनीक्वाइट में पुरुष वर्ग में प्रथम प्रवीण पांडेय, द्वितीय अजीत वर्मा रहे। महिला वर्ग में प्रथम भूमिका उरकुरकर, द्वितीय धरसीवां की राजेश्वरी धीवर रहीं।
बास्केटबॉल के पुरुष वर्ग में सुपर किंग्स ने स्पाटन क्लब को ५७-४६ से मात देकर खिताब जीता। महिला वर्ग में सीनियर लेकर ने ईगल्स को ३३-२२ से हराकर खिताब जीता। एथलेटिक्स में १०० मीटर फर्राटा दौड़ में पहले स्थान पर बिलाईगढ़ के यशवंत साहू, दूसरे स्थान पर घरसीवां के पवन ध्रुव और तीसरे स्थान पर कसडोल के दिलमोन रहे।
शनिवार को सुबह बचे खेलों के फाइनल मुकाबले होंगे। इसके बाद शाम को चार बजे पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम के मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल होंगे। अध्यक्षता खेलमंत्री लता उसेंडी करेंगे।
दोनो अतिथि खिलाडिय़ों को पदकों के साथ नकद राशि देकर सम्मानित करेंगे। विजेता खिलाडिय़ों के साथ टीम खेलों में भी पहले स्थान पर रहने वालों को एक हजार एक सौ रुपए, दूसरे स्थान के खिलाडिय़ों को पांच-पांच सौ रुपए और तीसरे स्थान पर रहने वाले खिलाडिय़ों को तीन-तीन सौ रुपए की राशि दी जाएगी। जिला खेलों में विजेता बने उन खिलाडिय़ों को राज्य खेलों महोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा, जिन १५ खेलों को इसमें शामिल किया गया है।


राजतंत्र में देखे उत्कृष्ट खिलाड़ी निराश, नौकरी की नहीं आश

रायपुर का बालिका खिताब पर कब्जा

राज्य सब जूनियर टेबल टेनिस के बालिका वर्ग का खिताब मेजबान रायपुर ने जीत लिया। रायपुर ने खिताबी मुकाबले में बिलासपुर को ३-१ से मात दी।
सप्रे टेबल टेनिस हॉल में शुक्रवार से प्रारंभ हुई स्पर्धा में बालिका वर्ग का खिताबी मुकाबले रायपुर और बिलासपुर के बीच खेला गया। इसमें रायपुर ने बाजी मारी। इस टीम में सागरिका दास गुप्ता और रश्मीन कौर थी। बालक वर्ग के सेमीफाइनल में रायपुर ए ने दुर्ग बी को ३-० से हराया। अंडर १४ बालिका वर्ग के सेमीफाइनल में रायपुर ने बिलासपुर को ३-१ से हराकर फाइनल में स्थान बनाया। बालक वर्ग के क्वार्टर फाइनल में बिलासपुर, रायपुर ए और बी, दुर्ग की ए और बी टीमों ने स्थान बनाया है।
जूनियर १७ साल से कम वर्ग के बालकों के सेमीफाइनल में दुर्ग ए टीम पहुंच गई है। टीम मुकाबलों के बाद अब स्पर्धा में शनिवार सुबह से एकल और युगल वर्ग के मुकाबले प्रारंभ होंगे। इसके पहले स्पर्धा का उद्घाटन सुबह को विधायक कुलदीप जुनेजा ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ सिक्ख फोरम के जगजीत सिंह अरोरा ने की। विशेष अतिथि प्रदेश संघ के शरद शुक्ला और सचिव अमिताभ शुक्ला थे।

शुक्रवार, 19 नवंबर 2010

लाइट ने साथ दिया तभी होगा डे-नाइट मैच

नई राजधानी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की फ्लड लाइट के कारण कनाडा और छत्तीसगढ़ के बीच होने वाले डे-नाइट मैचों को लेकर संशय कायम है। गुरुवार को कई घंटे लाइट को जलाकर रखा गया। एक बार फिर से यही क्रम शुक्रवार को दोहराया जाएगा। अगर लाइट ने परेशान नहीं किया तभी डे-नाइट मैच रखा जाएगा, अन्यथा मैच का कार्यक्रम बदल कर मैच दिन में रखा जाएगा। कनाडा की टीम शुक्रवार की रात को किंगफिशर के विमान में दिल्ली से आएगी।
विश्व कप क्रिकेट में खेलने वाली कनाडा की क्रिकेट छत्तीसगढ़ की जमीं पर तीन वनडे मैच खेलने आ रही है। इन अभ्यास मैचों में से दो मैच नई राजधानी के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में होने हैं। ये मैच दिन-रात के करवाने का मन बनाया गया है, लेकिन स्टेडियम में लाइट को लेकर परेशान हो रही है। लाइट को लेकर हो रही परेशानी को देखते हुए इसे ठीक करने के निर्देश मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार को छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में दिए हैं। गुरुवार को छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के पदाधिकारी शाम को स्टेडियम गए और वहां पर लाइट को कई घंटों तक जलाकर रखा गया। लाइट घंटों जलती रही, कोई परेशानी नहीं हुई है। संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया के साथ प्रवक्ता विजय शाह ने बताया कि अब एक बार फिर से लाइट को शुक्रवार को भी घंटों जलाकर रखा जाएगा। अगर किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई तभी डे-नाइट मैच करवाया जाएगा। श्री शाह ने बताया कि कनाडा की टीम शुक्रवार की रात किंगफिशर के विमान से रायपुर आएगी। पूर्व में टीम सुबह को आने वाली थी। उन्होंने बताया कि कल टीम आने के बाद दूसरे दिन स्टेडियम में अभ्यास करेगी।

खेल का रोमांच चरम पर

राजधानी के एक दर्जन मैदानों पर चल रहे ३४ खेलों का रोमांच चरम पर पहुंच गया है। कुछ खेलों में मुकाबले पूरे हो गए हैं, तो कुछ खेलों में शुक्रवार को फाइनल मुकाबले होंगे। शहरी खिलाडिय़ों के साथ ग्रामीण खिलाडिय़ों के बीच कांटे के मुकाबले हो रहे हैं। हर खिलाड़ी अपना सब कुछ दांव पर लगा पदक तक पहुंचना चाहता है।
छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव में रायपुर जिले में ३४ खेलों का ऐतिहासिक आयोजन हो रहा है। प्रदेश में रायपुर ही ऐसा जिला है जहां पर खेलमंत्री लता उसेडी की मंशा के मुताबिक सभी ३४ खेलों का आयोजन हो रहा है। राजधानी के एक दर्जन मैदानों में मुकाबले चल रहे हैं। हर मैदान में रोमांच ुमुकाबलों का दौर चल रहा है।
ग्रामीण खिलाड़ी छाए
स्पोट्र्स काम्पलेक्स के मैदान में एथलेटिक्स के मुकाबलों में ग्रामीण खिलाडिय़ों का जोकर देखने को मिला। ऊंची कूद में प्रथम कांति निषाद छुरा, द्वितीय अंजुम बानो बिलाईगढ़, तृतीय कविता साहू आरंग। पुरुष वर्ग में प्रथम मोहिन्दर सिंह बिलाईगढ़, द्वितीय अशोक प्रधान आरंग, तृतीय शिवचरण कसडोल। लंबी कूद प्रथम हेमिन निषाद तिल्दा, द्वितीय कांति निषाद छुरा, तृतीय सरिता बघेल कसडोल। पुरुष वर्ग प्रथम अशोक प्रधान आरंग, द्वितीय पवन ध्रुव धरसीवां, तृतीय संजय कुमार कसडोल। ८०० मीटर दौड़ प्रथम तुलसी राम साहू धरसीवां, द्वितीय नरेश साहू तिल्दा, तृतीय संदीप कुमार कसडोल। महिला वर्ग प्रथम कमल कैवर्त, द्वितीय आरती साहू कसडोल, तृतीय रमीन निषाद तिल्दा।
हॉकी: पुरुष वर्ग में रायपुर एकादश ने स्टीफन जूनियर को ३-०, गरियाबंद ने सुपर क्लब को १-०, स्टीफन सीनियर ने हॉकी स्पोर्टिंग को २-० और गरियाबंद ने रायपुर जूनियर को १-० से हराया। महिला वर्ग में महानदी ने हसदेव को २-० और अरपा ने शिवनाथ को १-० से मात दी।
फुटबॉल: कसडोल ने छुरा को २-०, देवभोग ने फिंगेश्वर को २-०, पलारी ने तिल्दा को ६-० और गरियाबंद ने सिमगा को ४-० से हराया।
बास्केटबॉल: ग्रेटर रायपुर संघ ने गरियाबंद को २१-६, ईगल रायपुर ने सीनियर लेकर को २३-१६, सीनियर लेकर ने जूनियर ब्याज को २९-७, स्पाटन ने सुपर स्लैम को ५०-२५ से, सुपर किंग्स रायपुर ने स्पाटन को ३६-३२ से, सुपर किंग्स ने सीनियर वाल्ट को ३५-२८ से और गरियाबंद ने तिल्दा को १०-५ से हराया।
कबड्डी: महिला वर्ग में प्रगति ने मैनपुर को ३४-१४,बलौदाबाजार ने छुरा को ४८-१५, बिलाईगढ़ ने पलारी को २८-२४, धरसीवां ने गरियाबंद को १८-१२, भाटापारा ने सिमगा को ५५-२३, अभनपुर ने आरंग को ५५-९। पुरुष वर्ग में बलौदाबाजार ने छुरा को २१-१७, अभनपुर ने तिल्दा को ३१-१९, कसडोल ने मैनपुर को २७-०, बिलाईगढ़ ने देवभोग को २४-१७, पलारी ने सिमगा को ६०-२२, गरियाबंद ने भाटापारा को २५-१५ से हराया।
तीरंदाजी: ३० और ५० मीटर में प्रथम योगेश देवांगन, द्वितीय जेशन जार्ज, तृतीय दीपक शोंडे। महिला वर्ग ३० मीटर प्रथम डोमेश्वरी साहू, द्वितीय जिसा जार्ज, तृतीय दरखम मरिंग। ५० मीटर-प्रथम दरखम मरिंग, द्वितीय जिसा जार्ज, तृतीय छेबेलोउ।
टेबल टेनिस: महिला वर्ग प्रथम सुरभि मोदी, द्वितीय प्रियल गोरे, तृतीय प्रिया सिंह। पुरुष वर्ग प्रथम अंशुमन राय, द्वितीय सागर घाटगे।
वूशू-महिला वर्ग- ३५ किलो प्रथम अनिता चौहान, द्वितीय सुखमणी ठाकुर, तृतीय खुशबू साहू। ३५-४० किलो प्रथम आकांक्षा घोटे, द्वितीय लक्ष्मी ध्रुव, तृतीय चन्द्रकला धीवर। ४०-४५ किलो एन. यादव, द्वितीय शीतल पवार, तृतीय शालू।
पावरलिफ्टिंग- महिला ४४ किलो प्रथम सरोज साहिल, द्वितीय नूतन, तृतीय इन्द्राणी। ४८ किलो प्रथम हेमा कोसरे, द्वितीय प्रीति, तृतीय भारती। ५२ किलो प्रथम निशा, द्वितीय सोनी मांङाी, तृतीय सुनीता। ५६ किलो प्रथम वंदना पैकरा, द्वितीय पिंकी, तृतीय ज्वाला। पुरुष वर्ग ५२ किलो प्रथम सोमनाथ साहू, द्वितीय मनोज कुंकडरा, तृतीय संजय निमलकर। तैराकी- ५० मीटर फ्रीस्टाइल प्रथम वीरसिंह फरिकार, द्वितीय आयुष अवस्थी, तृतीय गौकरण फरिकार। १०० मीटर प्रथम उमेश धीवर, द्वितीय नरेन्द्र धीवर, तृतीय गणेश यदु। ५० मीटर बैट स्टोक प्रथम राजेश यदु, द्वितीय विकास देवांगन। १०० मीटर बैक स्टोक प्रथम विकास देवांगन, द्वितीय गणेश यदु, तृतीय गौकरण फरिकार रहे।

फेडरेशन कप बास्केटबॉल को सरकार की मंजूरी

फेडरेशन कप बास्केटबॉल के आयोजन को प्रदेश सरकार की मंजूरी मिल गई है। इसके लिए ३ से ८ फरवरी की तिथि भी तय कर दी गई है। इस तिथि को शासन की मंजूरी मिलनी ही शेष है। तिथि के अनुमोदन के लिए गुरुवार को प्रदेश के खेल मंत्रालय को खेल संचालनालय ने पत्र लिखा है। छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राष्ट्रीय बास्केटबॉल स्पर्धा का आयोजन करने की मंशा जताई थी। मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ ने भारतीय बास्केटबॉल संघ ने एक राष्ट्रीय स्पर्धा की मेजबानी मांगी थी। भारतीय संघ ने छत्तीसगढ़ को फेडरेशन कप की मेजबानी देने की सहमति दे दी है। इस सहमति के बाद खेल विभाग ने प्रदेश सरकार के पास इस स्पर्धा के आयोजन का एक प्रस्ताव बनाकर भेजा था। इस प्रस्ताव में स्पर्धा का अनुमाति बजट ६० लाख बताया गया था। प्रदेश सरकार ने इस आयोजन को अपनी मंजूरी दे दी है। इसके बारे में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि सरकार से मंजूरी मिलने के बाद अब स्पर्धा की तिथि तय करने के लिए खेल मंत्रालय को एक पत्र भेजा जा रहा है। इस पत्र में प्रदेश संघ द्वारा बताई गई संभावित तिथि ३ से ८ फरवरी को ही तय मान कर अनुमति मांगी गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश संघ को भारतीय फेडरेशन ने स्पर्धा का आयोजन जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के प्रथम सप्ताह में करने के लिए कहा था। श्री सिंह ने बताया कि स्पर्धा का आयोजन राजधानी के इंडोर स्टेडियम में किया जाएगा। स्पर्धा के लिए हाईड्रोलिक बास्केटबॉल बोर्ड के साथ इलेक्ट्रालिक स्कोर बोर्ड भी लगाया जाएगा।

गुरुवार, 18 नवंबर 2010

खेल महोत्सव का ऐतिहासिक आगाज

दो घंटे बाद ही सही, जैसे ही खिलाडिय़ों को मुख्यअतिथि के आने की सूचना मिली, सभी ने राहत की सांस ली, और जुट गए अपना-अपना मोर्चा संभालने में। इसके बाद उद्घाटन में करीब दो घंटे तक ऐसा शमा बंधा कि कोई भी अपनी कुर्सी छोडऩे की हिम्मत नहीं जुटा पाया। दावे के मुताबिक जिला खेल महोत्सव का ऐतिहासिक उद्घाटन हुआ। इस खेल महोत्सव में राजधानी रायपुर के साथ रायपुर के १५ विकासखंडों के करीब तीन हजार खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
स्पोट्र्स काम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम में सुबह १० बजे से ही गहमागहमी का माहौल था। हर किसी को बस मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के आने का इंतजार था। थोड़ी-थोड़ी देर में खबर आती रही है कि मुख्य अतिथि आ रहे हैं। लेकिन अंत में इंतजार जाकर समाप्त हुआ १२ बजे। जैसे ही मुख्य अतिथि आए, मार्च पास्ट का प्रारंभ हुआ। मार्च पास्ट में सबसे पहले एक छोटी सी लड़की गुडग़ुड़ी लेकर चल रही थी। इस लड़की के पीछे पांच लड़कियां सायकलों पर थीं। इसके बाद ओलंपिक रिंग लिए पांच खिलाड़ी चल रहे थे। इनके बाद प्रारंभ हुआ खिलाडिय़ों के कारवां के आने का सिलसिला। सबसे पहले स्थान पर अभनपुर का दल था, इसके बाद क्रमश: बिलाईगढ़, बलौदाबाजार, भाटापारा, छूरा, देवभोग, धरसीवां, बास्केटबॉल, बॉडी बिल्डिंग, के बाद धूमाल की धूम रही इसके बाद अंखाड़ा और अन्य विकासखंडों के साथ कई खेलों के खिलाड़ी अपने-अपने खेल का प्रदर्शन करते हुए मार्चा पास्ट करते रहे। मार्च पास्ट के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मायाराम सुरजन स्कूली को छात्राओं द्वारा नृत्य किया गया। तबले, सितार और हारमोनियम की जुगलबंदी ने सबको ङाूमने पर मजबूर कर दिया। अंत में जंप रोप का प्रदर्शन किया गया। एयरक्राफ्ट से फुल बरसाएं गए।
छत्तीसगढ़ का परचम दुनिया में लहराए
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों को चाहिए कि वे अपनी प्रतिभा से देश और दुनिया में छत्तीसगढ़ का परचम लहराने का काम करें। उन्होंने माना कि कार्यक्रम बहुत विलंब से (वे खुद दो घंटे विलंब से आए थे) प्रारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह खिलाडिय़ों का ही दम है जो वे कड़ी धूप में भी खड़े हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि पहले राज्य के १० वर्ष पूर्ण होने पर राज्योत्सव का आयोजन किया गया अब मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मंशा के मुताबिक खेलोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन से राज्य में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहां आए खिलाडिय़ों में से ही कई खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय खेलों में खेलने का मौका मिलेगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि आयोजन में कुछ कमियां रहीं है, लेकिन हम वादा करते हैं कि जब राजधानी में ही राज्य खेल महोत्सव का आयोजन होगा तो खिलाडिय़ों को कोई कमी नजर नहीं आएंगी। हमारे अधिकारी इस आयोजन से सबक लेंगे। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज इस बात की जरूरत है कि बच्चों को मैदान और खेलों से जोड़ा जाए, बच्चे घरों में कैद होकर रह गए हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत है। उन्होंने भी सबसे पहले कहा कि कार्यक्रम बहुत विलंब से प्रारंभ हुआ इसके बाद भी खिलाडिय़ों ने यह दिखाया कि खेल भावना क्या होती है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से राष्ट्रीय खेलों के लिए प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर विधायक कुलदीप जुनेजा, जिला पंचायत की अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, नगर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव, नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी, प्रभारी जिलाधीष ओपी चौधरी, खेल संचालक जीपी सिंह, पुलिस अधीक्षक दीपांशु काबरा सहित सभी खेल संघों के पदाधिकारी मौजूद थे।
बास्केटबॉल में ग्रेटर रायपुर जीता
खेलों में बास्केटबॉल में ग्रेटर रायपुर ने गरियाबंद को १४-२ से हराया। विजेता टीम के लिए पूजा, गोपीका ने ४-४, सीमा, धनांजली, अस्मिता ने दो-दो अंक बनाए। फुटबॉल में भाटापारा ने टाईब्रेकर में अभनपुर को ४-३ से मात दी। विजेता टीम के लिए देवेन्द्र, प्रेमशरण, प्रतीक और विक्रांत ने गोल किए। महिला फुटबॉल के एक मैच में कसडोल ने कड़े मुकाबले में तिल्दा को टाईब्रेकर में २-१ से हराया। हॉकी में गरियाबंद, रायपुर एकादश के साथ लड़कियों के मैच में खारून वे अरपा को १-० से हराया।

उपसंचालक खेल के मंत्रालय प्रवेश पर प्रतिबंध

प्रदेश के खेल विभाग के उपसंचालक ओपी शर्मा के मंत्रालय प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन पर मंत्रालय में खेल की फाइलों से छेड़छाड़ करने का आरोप है। खेल सचिव सुब्रत साहू ने माना कि इन आरोपों के कारण ही अब ओपी शर्मा बिना इजाजत औत जांच के मंत्रालय नहीं आएंगे।
खेल विभाग के उपसंचालक ओपी शर्मा पर मंत्रालय में खेलों की फाइलों से छेड़छाड़ करवाने के आरोप में उनके मंत्रालय प्रवेश पर अस्थाई रोक लगाई गई है। खेल सचिव ने एक नोटशीट में मंत्रालय के सुरक्षा अधिकारी को श्री शर्मा का पास जमा करने के लिए कहा है। पत्र में लिखा गया है कि जब श्री शर्मा की जरूरत होगी तभी उनको डेली पास के साथ बुलाया जाएगा। सुरक्षा अधिकारी को उनका नियमित पास जमा करवाने के लिए कहा गया है। इस बारे में खेल सचिव सुब्रत साहू का कहना है कि सुरक्षा अधिकारी को एक नोटशीट भेजी गई है कि श्री शर्मा को बिना जांच के प्रवेश न दिया जाए। उन्होंने इस बात को माना कि श्री शर्मा के खिलाफ यह कार्रवाई मंत्रालय में फाइलों से छेड़छाड़ करवाने के आरोप के कारण की गई है। ओपी शर्मा का इस बारे में कहना है कि वे इस मामले में कुछ नहीं बोलना चाहते हैं, यह प्रशासनिक प्रक्रिया है और मेरा कुछ भी बोलना उचित नहीं है।

बुधवार, 17 नवंबर 2010

विकेट बन रहा जानदार-मैच होगा शानदार

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में क्यूरेटर शमीम मिर्जा की टीम विकेट बनाने में जुटी है। यहां पर ग्रीट टॉप और हार्ड का मिलाजुला ऐसा विकेट बनाया जा रहा है जो ऐसा जानदार होगा कि बल्लेबाजों के साथ गेंदबाजों को भी पूरी मदद करेगा। इस विकेट पर एक शानदार मैच होने की संभावना जताई जा रही है। पहला मैच २१ नवंबर को विश्व कप में खेलने वाली कनाडा टीम का छत्तीसगढ़ की टीम के साथ होगा। इन्हीं टीमों के बीच दूसरा वनडे २३ नवंबर को होगा। ये दोनों मैच डे-नाइट होंगे।
कनाडा और छत्तीसगढ़ की टीम के बीच होने वाले तीन वनडे मैचों में से दो मैच राजधानी के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में होने हैं। इन मैचों के लिए विकेट बनाने का काम प्रारंभ हो गया है। विकेट बनाने का जिम्मा शमीम मिर्जा की टीम के पास है। विकेट को ऐसा बनाया जा रहा है कि इस मैच का आनंद लेने आने वाले दर्शकों को बल्ले के कमाल के साथ गेंदों के भी जौहर देखने का मौका मिला। क्यूरेटर शमीम मिर्जा बताते हैं कि विकेट पर कुछ घास रखी जा रही है ताकि गेंदबाजों को भी मदद मिल सके। इसी के साथ विकेट हार्ड भी है। इससे बल्लेबाजों को भी बल्ले चलाने में आसानी होगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि हम मैचों के लिए तीन विकेट तैयार कर रहे हैं। स्टेडियम में १० विकेट हैं। तीसरे और पांचवें नंबर के विकेट २१ और २३ नवंबर के मैच के लिए हैं। छठे नंबर का विकेट रिजर्व है। इसका उपयोग जरूरत पडऩे पर किया जाएगा। पहले और आठवें नंबर का विकेट कनाडा टीम को १९ और २० नवंबर को अभ्यास के लिए दिया जा रहा है।
श्री शमीम के साथ सहायक क्यूरेटर राज रंजन ने बताया कि आउटफील्ड को ठीक करने का काम विकेट को ठीक करने के बाद किया जाएगा। हम लोग आउटफील्ड को आकर्षक डिजाइन में बना रहे हैं। विकेट के सामने सीधी पट्टी रहेगी और बाकी में गोल आकार में फील्ड को ऐसा बनाया जाएगा कि देखने वाले देखते रह जाएंगे। इन्होंने बताया कि इनके साथ विकेट को ठीक करने का काम उमेश कुमार बघेल, गौतम चन्द्राकर, चेतन निर्मलकर, जागेश्वर प्रसाद टंडन और जितेन्द्र पाल कर रहे हैं। स्टेडियम की सुरक्षा में लगे ललित कुमार, राहुल विश्वकर्मा और साधुराम आडिल ने बताया कि स्टेडियम की सुरक्षा को देखते हुए स्टेडियम के हर प्रवेश द्वार पर ताले लगा कर रखे गए हैं। बिना सुरक्षा अधिकारी की मंजूरी के किसी को भी स्टेडियम में प्रवेश नहीं दिया जाता है।

सजा मैदान-आज से घमासान

छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव में रायपुर जिले में खेलों का आगाज १७ नवंबर को ऐतिहासिक उद्घाटन से होगा। उद्घाटन के लिए जोरदार तैयारी की गई है। दो घंटे तक होने वाला उद्घाटन रंग-बिरंगा और अनोखा होगा। इसके बाद ३४ खेलों का एक साथ प्रारंभ होगा।
राजधानी के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स को उद्घाटन के लिए पूरी तरह से सजा-संवार लिया गया है। इसी के साथ उन सभी मैदानों को भी अंतिम रूप दे दिया गया है जहां पर खेलों का आयोजन होना है। शाम को स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के उद्घाटन स्थल का एडीएम डोमन सिंह के साथ पुलिस अधीक्षक दीपांशु काबरा ने अवलोकन किया और वहां पर खिलाडिय़ों के रहने के साथ खाने की व्यवस्था का भी जायजा लिया। आयोजन के बारे में भी वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे से जानकारी ली।
उद्घाटन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए श्री डेकाटे ने बताया कि उद्घाटन को ऐतिहासिक बनाना का पूरा इंतजाम किया गया है ताकि जिले से आए खिलाड़ी और इस उद्घाटन को देखने वाले दर्शक एक ऐसी याद लेकर जाएं जिसे भूला पाना संभव न हो। उन्होंने बताया कि मार्च पास्ट का कार्यक्रम ही करीब एक घंटे चलेगा। मार्च पास्ट के लिए एक साथ ३० धूमाल पार्टियों का इंतजाम किया गया है। इन धूमाल पार्टियों को इस तरह के निर्देश दिए गए हैं कि इनकी धूम मचेगी। बकौल श्री डेकाटे एक धूमाल पार्टी पहले दो मिनट तक बजाएगी। इसके बाद क्रमश से पांच नंबर तक की पार्टियां दो-दो मिनट बजाएगी। इसके बाद पांचों पार्टियां एक साथ पांच मिनट तक बजाएगी। मार्च पास्ट के सामने सबसे पहले एक बच्ची गुडग़ुड़ी लेकर चलेगी। गुडग़ुड़ी उसे कहा जाता है जो बच्चे चलना सिखते हैं तो इसका प्रयोग करते हैं। लकड़ी की इस गुडग़ुड़ी का अपना अलग आकर्षण होगा।
उद्घाटन में पंथी नाचा के साथ अखाड़े का भी प्रदर्शन होगा। गेड़ी नृत्य भी किया जाएगा। तबले और सितार में जोरदार मुकाबला भी होगा। एयरक्राफ्ट से मैदान में हर तरफ फूलों की वर्षा के साथ रंगीन चमकीला गुलाल भी उड़ाया जाएगा। रंगीन गुलाल वाले फटाके भी फोड़े जाएंगे। इस अवसर पर जंप रोप के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी राजदीप सिंह हरगोत्रा अपनी टीम के साथ जंप रोप का प्रदर्शन करेगें।
कार्यक्रम का उद्घाटन १० बजे शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर किरणमयी नायक करेंगी। इस अवसर पर जिला पंचायव अध्यक्ष लक्ष्मी साहू, विधायत नंद कुमार साहू, कुलदीप जुनेजा, देवजी भाई पटेल के साथ रायपुर नगर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव भी उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन के बाद एक साथ कई खेलों के मुकाबले प्रारंभ होंगे। स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स के मैदान में एथलेटिक्स के साथ फुटबॉल मैच होंगे। कुल १३ मैदानों में खेलों के मुकाबले होंगे। सबसे ज्यादा मुकाबले यूनियन क्लब में होंगे।

३४ खेल होंगे राजधानी में

राज्य खेल महोत्सव में राजधानी रायपुर में ३४ खेलों का आयोजन होगा। इन खेलों की तैयारी करने के निर्देश खेलों के आयोजन प्रभारियों को बैठक में एडीएम, एडीशन एपी और खेल वरिष्ठ खेल अधिकारी ने दिए।
रायपुर जिले में होने वाले खेलों के लिए जिला खेल विभाग के कार्यलय में खेलों के प्रभारियों की बैठक एडीएम डोमन सिंह, एडीशनलएसपी डी. रविशंकर और वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने ली। इस बैठक में सभी प्रभारियों को आज से काम में जुटने कहा गया और उनको अपने-अपने खेलों के मैदान बनाने कहा गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि कौन से खेल कब और कहां होंगे। श्री डेकाटे ने बताया कि मार्शल आर्ट से जुड़े खेलों को अलग अलग दिन करवाया जा रहा है ताकि इन खेलों का आनंद सभी उठा सके। उन्होंने बताया कि वुशू उद्घाटन के दिन १७ नवंबर को म्यूथाई १८, कराते १९ और थांगता २० नवंबर को होगा। शरीर सौष्ठव १९ नवंबर को, पावरलिफ्टिंग १७, भारोत्तोलन १८, जूडो १७, कुश्ती १९, तीरंदाजी १८, कैरम, जंप रोप १७, तैराकी १८ और १९ नवंबर को, ट्रायथलान का आयोजन २० नवंबर को किया गया है। बाकी खेल जो कि टीम खेल हैं, वे १७ नवंबर से २० नवंबर तक चलेंगे। बैठक में खेलों के प्रभारियों को बताया कि राजधानी के खिलाडिय़ों के एक दोपहर के ही भोजन की व्यवस्था रहेगी, रात का भोजन खिलाड़ी अपने घर में करेंगे।
बैठक में सभी प्रभारियों को तुरंत मैदान बनाने के निर्देश दिए गए। राजधानी में ३४ खेलों के आयोजन के लिए १० मैदान तय किए गए हैं। आयोजन के लिए यूनियन क्लब, रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय, स्पोट्र्स काम्पलेक्स आउटडोर स्टेडियम, सप्रे स्कूल, नेताजी सुभाष स्टेडियम, डिग्री गल्र्स कॉलेज, पुलिस लाइन मैदान, जेएन पांडे स्कूल, विवेकानंद सरोवर, और वीआईपी क्लब। इस स्थानों पर वहां की सुविधाओं के हिसाब से खेलों को बांटा जाएगा।

मंगलवार, 16 नवंबर 2010

कनाडा-छत्तीसगढ़ में होगा क्रिकेट मैच

विश्व कप क्रिकेट २०११ में खेलने वाली कनाडा की क्रिकेट टीम छत्तीसगढ़ में तीन अभ्यास मैच खेलने के लिए १९ नवंबर को रायपुर आएगी। २१ नवंबर को नई राजधानी के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में पहला डे-नाइट मैच होगा। एक मैच भिलाई में खेला जाएगा।
यह जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि विश्व कप क्रिकेट के ए ग्रुप में खेलने वाली कनाडा की टीम भारत में कुछ अभ्यास मैच खेलने आ रही है। छत्तीसगढ़ संघ की मांग पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कनाडा क्रिकेट बोर्ड से बात करके कनाडा की टीम का एक सप्ताह का छत्तीसगढ़ दौर तय किया है। कनाडा की टीम १९ नवंबर की सुबह मुंबई से विमान द्वारा रायपुर आएगी। यहां आने के बाद टीम १९ और २० नवंबर को परसदा के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में अभ्यास करेगी। इसके बाद टीम २१ नवंबर को छत्तीसगढ़ की क्रिकेट टीम के साथ पहला डे-नाइट अभ्यास मैच खेलेगी। दूसरा मैच २३ नवंबर को रायपुर में ही खेला जाएगा। यह मैच भी डे-नाइट मैच होगा। तीसरा मैच २५ नवंबर को भिलाई में खेला जाएगा। यह मैच दिन में खेला जाएगा। २६ नवंबर को टीम वापस लौट जाएगी।
श्री भाटिया ने बताया कि कनाडा के खिलाफ खेलने वाली छत्तीसगढ़ की टीम का चयन भिलाई में १५ नवंबर को चयन ट्रायल के आधार पर किया जाएगा। १६ नवंबर को टीम घोषित कर दी जाएगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में जिन सुविधाओं की कमी है उसको पूरा करने का आश्वासन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दिया है। उन्होंने बताया कि कनाडा की टीम के आने के बारे में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को जानकारी देते हुए मदद मांगी गई है।

राजधानी में होगा बास्केटबॉल का फेडरेशन कप

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल पर राजधानी रायपुर में बास्केटबॉल का फेडरेशन कप होगा। इसके लिए स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में एक कोर्ट बनाया जाएगा। स्पर्धा में देश की ८ पुरुष वर्ग और ८ महिला वर्ग की टीमें शामिल होंगी। ये वो टीमें हैं जिन्होंने राष्ट्रीय सीनियर स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया है और फेडरेशन कप में खेलने की पात्रता प्राप्त की है।
प्रदेश में इस समय खेल विभाग छत्तीसगढ़ ओलंपिक की तैयारी में जुटा है। इसी के अंर्तगत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल पर छत्तीसगढ़ ने बास्केटबॉल की एक राष्ट्रीय स्पर्धा की मेजबानी ली है। प्रदेश संघ को भारतीय बास्केटबॉल संघ ने फेडरेशन कप देने की सहमति दी है। फेडरेशन कप का आयोजन जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले सप्ताह में करने के लिए भारतीय महासंघ ने कहा है। इसकी तैयारी में अभी से खेल विभाग जुट गया है। खेल विभाग के आमंत्रण पर अंतरराष्ट्रीय कोच और छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ के सचिव राजेश पटेल ने यहां आकर स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में इंडोर स्टेडियम का निरीक्षण किया और बताया कि यहां पर एक ही कोर्ट बन सकेगा। इस कोर्ट के लिए क्या-क्या सामान लगेंगे उसकी भी पूरी जानकारी उन्होंने खेल विभाग को दी है। इसी के साथ स्पर्धा में होने वाले अनुमाति खर्च के बारे में खेल विभाग को बताया है।
स्पर्धा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल के बोर्ड लगेंगे और इसी के साथ स्कोर के लिए एक इलेक्ट्रानिक बोर्ड भी लगाने के लिए खेल विभाग को कहा गया है। श्री पटेल ने पूछने पर बताया कि इंडोर स्टेडियम में दो कोर्ट नहीं बन पाएंगे क्योंकि स्टेडियम ६० गुणा ४० मीटर का है जबकि एक कोर्ट ३५ गुणा २० मीटर का रहता है। उन्होंने कहा कि वैसे स्पर्धा के लिए दो कोर्ट की जरुरत नहीं पड़ेगी और एक कोर्ट में ही स्पर्धा हो जाएगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि जो ८-८ टीमें दोनों वर्गों में खेलेंगी उनमें छत्तीसगढ़ की टीमें भी शामिल हैं। छत्तीसगढ़ की टीमें फेडरेशन कप के लिए क्वालीफाइ कर चुकी हैं। अगर मेजबान टीमें क्वालीफाइ नहीं भी कर पाती हैं तो उनको मेजबान होने के नाते खेलने का मौका मिलता है। लेकिन हमारी टीमों को वाइड कार्ड से प्रवेश की जरुरत नहीं पड़ेगी।

सोमवार, 15 नवंबर 2010

आईपीएल के मैचों के लिए फिर कवायद

प्रदेश के क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बार फिर से छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ ने आईपीएल के मैच लेने की कवायद प्रारंभ कर दी है। अगले साल अप्रैल में होने वाली स्पर्धा के कुछ मैचों के लिए छत्तीसगढ़ की बात सहारा पुणे वरियर्स के साथ चल रही है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो कुछ मैच छत्तीसगढ़ की ङाोली में आ सकते हंै। २००९ में भी छत्तीसगढ़ ने एक प्रयास किया था और रायपुर में मैच होने तय भी हो गए थे, लेकिन अचानक आईपीएल का आयोजन भारत के स्थान पर दक्षिण अफ्रीका में होने की वजह से यहां मैच नहीं हो सके थे।
आईपीएल के मैचों का आयोजन छत्तीसगढ़ में लेने के बारे में छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि सहारा पुणे वरियर्स को पुणे में मैच करवाने में कुछ परेशानी आने की जानकारी मिली है। वहां पर स्टेडियम उतने अच्छे नहीं हैं। ऐसे में हमारे संघ ने एक बार फिर से अपनी ताकत ङाोंक दी है कि आईपीएल के कुछ मैच छत्तीसगढ़ को मिल जाए। उन्होंने कहा कि सहारा से हमारी लगातार बात चल रही है। श्री भाटिया से संभावना जताई कि हमको उम्मीद है कि जैसे ही सहारा का दल हमारे स्टेडियम को देखने आएगा वह दल भी मैचों के आयोजन के लिए तैयार हो जाएगा। यहां यह बताना लाजिमी है कि पिछले साल जब आईपीएल के दिल्ली में होने वाले मैचों को लेकर संकट के बादल छाए थे तो आईपीएल दल धीरज मल्होत्रा, बीसीसीआई के पिच प्रमुख दलजीत सिंह के साथ दिल्ली क्रिकेट संघ के सुनील देव यहां स्टेडियम देखने आए थे। सभी स्टेडियम देखकर हैरान रह गए थे कि छत्तीसगढ़ में ऐसा स्टेडियम है। स्टेडियम देखने के साथ ही यहां पर मैचों के लिए आईपीएल दल ने हामी भर दी थी और कहा था कि वे वापस जाकर अपनी रिपोर्ट में लिखेंगे कि छत्तीसगढ़ में मैच आसानी से हो सकता है। आईपीएल के दल के उस अवलोकन को याद करते हुए श्री भाटिया कहते हैं कि हमें भरोसा है कि हमारा स्टेडियम जो भी देखना आएगा, वह छत्तीसगढ़ को मैच देने से मना नहीं कर पाएगा।
फिर एसोसिएट्स ट्रॉफी की मेजबानी
श्री भाटिया ने बताया कि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में जिस तरह से पिछले साल अंडर १९ की एसोसिएट्स ट्रॉफी का आयोजन किया गया था उससे बीसीसीआई के पदाधिकारी खुश होकर गए थे। रत्नाकर शेट्ठी के साथ संदीप पाटिल, संजय जगदाले ने भी छत्तीसगढ़ के आयोजन की तारीफ की थी। यह उसी तारीफ का नतीजा है कि छत्तीसगढ़ को एसोसिएट सदस्य होने के बाद भी पहली बार हो रही अंडर २२ एसोसिएट्स ट्रॉफी के साथ अंडर १६ एसोसिएट्स ट्रॉफी की भी मेजबानी दी गई है। अंडर २२ का आयोजन एक से सात दिसंबर तक और अंडर १६ का आयोजन ९ से २० दिसंबर तक होगा। इन दोनों स्पर्धाओं के मैच रायपुर के साथ राजनांदगांव और भिलाई में खेले जाएंगे। हमारी अंडर १९ की टीम सिक्किम में होने वाली स्पर्धा में खेलने के लिए जनवरी के पहले सप्ताह में जाएगी। उन्होंने पूछने पर बताया कि एसोसिएट्स ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ के साथ बिहार, मणिपुर, नागालैंड, सिक्किम, मेघालय और अरूणाचल प्रदेश की टीमें खेलेंगी। श्री भाटिया ने बताया कि पहली बार छत्तीसगढ़ की महिला राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाएगी। यह स्पर्धा एक दिसंबर से हो रही है। इसका स्थान अभी तय नहीं किया गया है।
खिलाड़ी दोषी पाए गए तो लगेगा प्रतिबंध
छत्तीसगढ़ की अंडर १९ टीम में ओवरएज खिलाडिय़ों के मामले को अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि इसके लिए संघ की अनुशासन समिति से जांच करवाई जाएगी। अगर कोई भी खिलाड़ी जांच में दोषी पाया जाता है तो उस खिलाड़ी पर एक साल या दो साल के लिए प्रतिबंध लग सकता है। उन्होंने कहा कि कोई खिलाड़ी अगर बार-बार ऐसी गलती करते पकड़ा जाएगा तो उसके खिलाफ पुलिस में भी मामला दर्जा करवाया जाएगा।

भिलाई चैंपियन

अंतर कॉलेज महिला क्रिकेट में भिलाई महिला कॉलेज ने डिग्री गल्र्स कॉलेज रायपुर को २६ रनों से परास्त कर खिताब जीत लिया।
विप्र कॉलेज के मैदान में खेले गए फाइनल में रायपुर ने टॉस जीतकर भिलाई को पहले बल्ले चलाने के लिए आमंत्रित किया। भिलाई ने २० ओवरों के खेल में ८ विकेट पर ९४ रन बनाए। डिग्री गल्र्स कॉलेज की लीना और उषा ने दो-दो विकेट लिए। ९५ रनों के आसान से लगने वाले लक्ष्य का पीछा करते हुए डिग्री गल्र्स कॉलेज की टीम १९.२ ओवरों में ६९ रन बनाकर ही आउट हो गई। भिलाई की गेंदबाजी बद्धिप्रिया ने घातक गेंदबाजी करते हुए सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। मैच के अंपायर सुदीप खरे और सुनील पटेल थे। फाइनल मैच के बाद पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम हुआ। इसके मुख्यअतिथि नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी थे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ हर खेल में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है। छत्तीसगढ़ की महिला क्रिकेटरों को भी चाहिए कि वह राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रौशन करें। उन्होंने खिलाडिय़ों से कहा कि जब भी उनको मौका मिले वे राज्य के लिए खेले।
मेजबान कॉलेज के मेघेष तिवारी ने बताया कि महिला क्रिकेट के आयोजन के बाद अब विप्र कॉलेज १८ नवंबर से राज्य स्तरीय पुरुष क्रिकेट का भी आयोजन करने जा रहा है। हमारे कॉलेज ने ही रायपुर सेक्टर का भी आयोजन किया था। उन्होंने बताया कि राज्य स्पर्धा का समापन २५ नवंबर को होगा। इस स्पर्धा में रायपुर, बिलासपुर, बस्तर, राजनांदगांव, दुर्ग सहित ९ टीमें भाग लेंगी।

रविवार, 14 नवंबर 2010

१३ लाख के बंटेंगे इनाम

छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव के रायपुर जिले के आयोजन में खिलाडिय़ों पर पैसों की बारिश होने वाली है। जिले में होने वाले रिकॉर्ड ३४ खेलों के ५७५ खिलाडिय़ों को करीब १३ लाख के इनाम दिए जाएंगे। इनमें करीब ११ लाख की नकद इनामी राशि शामिल है।
रायपुर जिले के खेल आयोजन को उस समय पर लग गए जब जिले के प्रभारी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की पहल पर खिलाडिय़ों के लिए नकद इनाम की घोषणा की गई। प्रभारी मंत्री के निर्देश पर जिले के हर खेल के खिलाडिय़ों को नकद इनाम दिया जाएगा। पहले स्थान पर रहने वालों को ११ सौ, दूसरे स्थान पर रहने वालों को पांच सौ और तीसरे स्थान के खिलाडिय़ों को तीन सौ रुपए की नकद राशि दी जाएगी। ३४ खेलों के कुल ५७५ खिलाडिय़ों को नकद इनाम मिलेगा। इन खिलाडिय़ों में १० लाख ९२ हजार पांच सौ रुपए की राशि बांटी जाएगी। इसी के साथ खिलाडिय़ों को कामनवेल्थ की तर्ज पर पदक, प्रमाणपत्र, स्मृति चिंह और एक दुपट्टा भी दिया जाएगा। इस पर प्रति खिलाड़ी करीब तीन सौ रुपए का खर्च आएगा। इस पर कुल एक लाख ७२ हजार पांच की राशि खर्च होगी। कुल मिलाकर इनाम पर करीब १३ लाख की राशि ख्रर्च होगी। यह पूरी राशि जिले के प्रभारी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने देने की बात कही है।
कम बजट से प्रभारी मंत्री नाराज
रायपुर जिले के आयोजन के लिए खेल विभाग द्वारा महज तीन लाख का बजट देने से प्रभारी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल नाराज हैं। उनके सामने खेल संघों ने बैठक में यह मुद्दा रखा कि खेल विभाग ने एक खेल का महज २० हजार का बजट दिया है जो कि काफी कम है। प्रभारी मंत्री से शिकायत की गई कि रायपुर जिले के बड़े होने के बाद भी उसको छोटे जिलों जितना ही बजट दिया गया है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि खेल विभाग ने हर जिले को १५खेलों के लिए तीन लाख का बजट देना तय किया है। नारायणपुर जैसे कुछ जिले हैं जिन जिलों में महज चार-पांच विकासखंड हैं जबकि रायपुर में १५ विकासखंडों के साथ शहर है। शहर के ही १५ सौ से ज्यादा खिलाड़ी जिले के आयोजन में शामिल होने वाले हैं। प्रभारी मंत्री ने भी माना कि जिले को बहुत कम बजट दिया गया है। उन्होंने जिलाधीश से कहा कि खेल विभाग में ज्यादा बजट देने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा जाए। उन्होंने इसके लिए खेल विभाग में बात करने का भी आश्वासन दिया है।
दस मैदानों में होगा आयोजन
राजधानी में होने वाले ३४ खेलों को दस मैदानों में बांटने का काम किया जा रहा है। आयोजन के लिए यूनियन क्लब, रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय, स्पोट्र्स काम्पलेक्स आउटडोर स्टेडियम, सप्रे स्कूल, नेताजी सुभाष स्टेडियम, डिग्री गल्र्स कॉलेज, पुलिस लाइन मैदान, जेएन पांडे स्कूल, विवेकानंद सरोवर, और वीआईपी क्लब। इस स्थानों पर वहां की सुविधाओं के हिसाब से खेलों को बांटा जाएगा।
उद्घाटन भी ऐतिहासिक होगा
जिले का खेल विभाग उद्घाटन को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में जुटा है। राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे कहते हैं कि हम आयोजन के लिए तैयारी में जुटे हैं। हमें जिले के प्रभारी मंत्री बजृमोहन अग्रवाल से साफ कह दिया है कि किसी भी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए। उद्घाटन में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे जो अपने आप में अलग अंदाज में होंगे। उन्होंने फिलहाल इनका खुलासा नहीं किया है, पर उन्होंने कहा कि उद्घाटन कार्यक्रम करीब दो घंटे का होगा। इसमें मार्च पास्ट का भी अपना अलग आर्कषण होगा। इसमें धुमाल की धूम भी मचेगी और तबले की भी अनोखी जुगलबंदी देखने को मिलेगी। उद्घाटन और समापन का कार्यक्रम का स्पोट्र्स काम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम में होगा।

ओवरएज की शिकायत होगी बीसीसीआई से

छत्तीसगढ़ की अंडर १९ क्रिकेट टीम से खेल चुके दो खिलाडिय़ों ने फर्जी प्रमाणपत्र देकर टीम में स्थान बनाया था। इसी के साथ और भी कुछ खिलाड़ी टीमों में ओवरएज हैं। इस बात की शिकायत बीसीसीआई से लिखित में अमिताभ दीक्षित करने वाले हैं।
एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ क्रिकेट के सचिव अमिताभ दीक्षित ने खेल पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश की अंडर १९ टीम में खेले राजधानी के विशाल कुशवाहा और प्रखर राय ने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के फर्जी प्रमाणपत्र प्रस्तुत करके टीम में स्थान बनाया था। विशाल कुशवाहा ने अपनी जन्मतिथि ३० नवंबर १९९० बताई थी और ठीक यही जन्मतिथि प्रखर राय की भी बताई गई है। विशाल कुशवाहा की जन्मतिथि तिलक भारती स्कूल के प्राचार्य से रायपुर जिला क्रिकेट संघ ने प्रमाणित करवाई तो उसे १० जून १९८९ बताया गया है। श्री दीक्षित ने बताया कि छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ से जुड़े एक पदाधिकारी के भतीजे को भी फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर अंडर १६ की टीम में रख लिया गया था, लेकिन जब उनको मालूम हुआ कि हम लोगों ने उस छात्र के स्कूल आदर्श विद्यालय देवेन्द्र नगर के प्राचार्य से उसकी सही जन्मतिथि का प्रमाणपत्र ले लिया है तो उस लड़के को टीम में नहीं रखा गया। उन्होंने बताया कि भिलाई की टीम से सुधांशु मिश्रा, विशाल विश्वकर्मा और हेमंत गोयल के साथ और भी कुछ खिलाड़ी ओवरएज खेल रहे हैं। श्री दीक्षित ने बताया कि छत्तीसगढ़ की अंडर १९ टीम में एक बिहार के खिलाड़ी को भी खिलाया जा चुका है। अम्बिकापुर की टीम से उप्र के पांच खिलाड़ी खेले हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी मामलों कि वे लिखित में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को शिकायत करने वाले हैं।

दुर्ग की हॉकी में खिताबी जीत

राज्य महिला खेलों के हॉकी के खिताबी मुकाबले में मेजबान रायपुर को दुर्ग ने कड़े मुकाबले में ३-० से मात देकर खिताब जीत लिया। विजेता टीम को दस हजार रुपए और उपविजेता टीम को सात हजार पांच सौ रुपए की इनामी राशि भी दी गई। हैंडबॉल में भी खिताब दुर्ग के हाथ लगा और बिलासपुर की टीम उपविजेता रही। लॉन टेनिस का एक मात्र खिताब मेजबान रायपुर के लिए आयुषी चौहान ने जीता।
विद्युत मंडल के डंगनिया मैदान में सुबह को हॉकी का फाइनल मैच रायपुर और दुर्ग के बीच खेला गया। इस मैच में खेल प्रारंभ होते ही दुर्ग के लिए खेल के पहले मिनट में ही हीरा सिंहा ने गोल करके अपनी टीम को १-० से आगे कर दिया। इस गोल के बाद रायपुर की खिलाडिय़ों ने दुर्ग पर हमले तो बहुत किए, लेकिन दुर्ग की मजबूत रक्षापंक्ति को रायपुर की खिलाड़ी भेद नहीं सकी। इधर दुर्ग ने भी अपने हमले जारी रखें और अंत में दुर्ग को एक और गोल करने का मौका खेल के १६वें मिनट में मिल गया। रजनी सेंगर ने यह गोल करके अपनी टीम को २-० से आगे कर दिया। इस गोल के बाद पहले हॉफ में और कोई स्कोर नहीं हो सका और दुर्ग की टीम पहले हॉफ में २-० से आगे रही।
दूसरे हॉफ के खेल में खेल प्रारंभ होते ही रायपुर की खिलाडिय़ों ने बड़े जोश के साथ खेल का आगाज किया। लेकिन मैच के अंत तक हर संभव कोशिश के बाद भी रायपुर की खिलाड़ी कोई गोल नहीं कर पाई। खेल के अंतिम मिनट में दुर्ग को पेनाल्टी कॉर्नर मिला। इधर समय समाप्त होने की सीटी बज चुकी थी, लेकिन नियमानुसार पेनाल्टी कार्नर पूरा करना था। इस कार्नर पर फिर से जब कार्नर मिला तो इसे गोल में बदलने का काम अन्नु थापा ने किया और दुर्ग ने मैच के साथ खिताब भी जीत लिया। मैच हारने के बाद रायपुर की खिलाड़ी जहां निराश हो गई, वहीं विजेता टीम मैदान में जश्न मनाने लगी।
जल्द मिलेंगे अच्छे मैदान
हॉकी के फाइनल मैच के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडी ने खिलाडिय़ों से कहा कि उनको भी इस बात की जानकारी हुई है कि खिलाडिय़ों को इस कम अच्छे मैदान में खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि मैदान बदलने के कारण जो स्थिति इस बार आई है आगे ऐसी किसी भी स्थिति का सामना खिलाडिय़ों को नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रयास कर रही है कि खिलाडिय़ों को हर तरह की सुविधाएं दिलाई जाए। आने वाले समय में राजधानी में एस्ट्रो टर्फ भी लग जाएगा और हॉकी का आयोजन उसी मैदान पर होगा। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार राज्य में खेलों का वातावरण बनाने के लिए ही छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव के नाम से ब्लाक स्तर से लेकर जिले और फिर राज्य स्तर पर खेलों का आयोजन करने जा रही है। यह आयोजन इसलिए किया जा रहा है ताकि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए अभी से माहौल बन सके। खेलमंत्री ने हॉकी के फाइनल में हारने वाली रायपुर की टीम से कहा कि अगली बार से लिए जोरदार तैयारी करें ताकि जीत आपके हाथ लग सके।
उत्कृष्ट खिलाडिय़ों को नौकरी जल्द
खेलमंत्री जब समापन समारोह से लौट रही थीं तो मैदान में उनसे राज्य की कुछ उत्कृष्ट खिलाडिय़ों ने बात की और उनसे पूछा कि मैडम आखिर हम लोगों को नौकरी कब मिलेगी। खिलाडिय़ों के इस सवाल के जवाब में खेलमंत्री ने कहा कि वह लगातार प्रयास कर रही हैं खिलाडिय़ों को जल्द ही हमारी सरकार नौकरी देगी। यहां यह बताना लीजिमी होगा कि सरकार ने राज्य के ७० खिलाडिय़ों को करीब एक साल पहले उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया है, लेकिन उनको अब तक नौकरी नहीं मिल पाई है।

शनिवार, 13 नवंबर 2010

दुर्ग की बिलासपुर पर खिताबी जीत

राज्य महिला खेलों में हैंडबॉल के खिताबी मुकाबले में दुर्ग ने बिलासपुर को कड़े मुकाबले में २१-१७ से परास्त कर खिताब जीत लिया। लॉन टेनिस का खिताब रायपुर की आयुषी चौहान ने जीता। हॉकी में शुक्रवार को रायपुर का खिताबी मुकाबला दुर्ग से होगा। रायपुर ने सेमीफाइनल में जांजगीर-चांपा को और दुर्ग से सडनडेथ में राजनांदगांव को हराया।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा विद्युत मंडल के डंगनिया के मैदान में आयोजित राज्य महिला खेलों के हैंडबॉल के फाइनल में दुर्ग से कड़े मुकाबले में बिलासपुर को २१-१७ से मात दी। एक-एक गोल के लिए दोनों टीमें संघर्ष करती रहीं और अंत में दुर्ग ने अपनी अनुभवी खिलाडिय़ों की मदद से मैच के साथ खिताब जीत लिया। इसके पहले खेले गए सेमीफाइनल मैचों में बिलासपुर ने मेजबान रायपुर को १३-५ से मात दी। इस मैच में विजेता टीम के लिए संख्या ने चार, सीमा और अनामिका ने तीन-तीन , अनिता और नीति ने एक-एक गोल किया। पराजित टीम के लिए तीन गोल चितेश्वरी औ दो गोल लक्ष्मी ने किए। दूसरे सेमीफाइनल में दुर्ग ने महासमुन्द को १०-२ से हराया। दुर्ग के लिए रूपा ने चार, दुर्गा ने तीन, आस्मा ने दो और सरिता ने एक गोल किया।
हॉकी के पहले सेमीफाइनल में मेजबान रायपुर ने गोलों की ङाड़ी लगाते हुए जांजगीर चांपा को ६-० से मात दी। मैच में पहला गोल खेल के चौथे मिनट में रूचि ने किया। इसके बाद गोलों की बारिश हो गई। दीपिका वैरागढ़ ने ५वें और ११वें मिनट में चन्द्रकांता साहू ने १९वें और २२वें मिनट में और किरण यदु ने खेल के १०वें मिनट में गोल किए। दूसरे सेमीफाइनल में दुर्ग और राजनांदगांव के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। इस मैच में खेल के तीसरे मिनट में दुर्ग की हीरा ने गोल करके अपनी टीम का खाता खोला। दुर्ग की यह बढ़त १०वें मिनट तक ही कायम रह सकी। यहां पर तब्बसुम ने गोल करके अपनी टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया। इसके बाद दोनों टीमें काफी प्रयासों के बाद भी गोल नहीं कर सकी तो मैच का फैसला करने के लिए पहले टाईब्रेकर का सहारा लिया गया। यहां पर दोनों टीमों के खिलाडिय़ों ने चार-चार गोल करके जब मुकाबला ५-५ की बराबरी पर ला खड़ा किया तो मैच का फैसला करने सडनडेथ का सहारा लिया गया। यहां पर राजनांदगांव की रेणुका राजपूत ने का शाट् क्रास बार से टकरा कर बाहर आ गया। ऐसे में दुर्ग की विनीता ने गलती न करते हुए गोल कर दिया और अपनी टीम को ६-५ से जीत दिलाकर फाइनल में स्थान दिला दिया। यहां अब कर दुर्ग का सामना मेजबान रायपुर से कल सुबह ९ बजे होगा। लॉन टेनिस के फाइनल में मेजबान की आयुषी चौहान ने दुर्ग की सुप्रिया पांडे को आसानी से ८-१ से मात देकर खिताब जीत लिया। मैच के बाद होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्यअतिथि खेलमंत्री लता उसेंडी होंगी। विजेता टीम को दस हजार और उपविजेता टीम को सात हजार पांच सौ कि इनामी राशि दी जाएगी।

तीन खेलों की टीम तय

अखिल भारतीय सिविल सेवा खेलों में खेलने जाने वाली प्रदेश की तीन खेलों की टीमें यहां पर चुनी गई। इन खेलों में भारोत्तोलन,पावरलिफ्टिंग और शरीर सौष्ठव की टीमें शामिल हैं। चुनी गई टीमें इस प्रकार हैं- पावरलिफ्टिंग- बुधराम सारंग, सत्यप्रकाश मसीह, तेजा सिंह, सुंदर सारंग, मुरली सिंह ठाकुर, रामधनीराम, सुशांत कुमार शील, राजेश क्षत्रीय, राजेश यादव, रोहित रंजन। भारोत्तोलन-शरीर सौष्ठव- महेन्द्र टेकाम, राजकुमार खाती, बीआर ध्रुव, आलोक द्विवेदी, नश्कर टंडन, सुशांत कुमार शील, एवन कुमार जैन, सतीश पंडित, सुंदर सारंग, बुधराम सारंग, वीरेन्द्र साहू, ओमप्रकाश सिंघारे, धनश्याम जंघेल, सी. दुयोधन, सत्यप्रकाश मसीह, सुनील खोब्रागढ़े। टीमों का चयन दो दिनों के चयन ट्रायल के बाद किया गया है। अभी अखिल भारतीय स्पर्धा की तिथि तय नहीं हुई है।

शुक्रवार, 12 नवंबर 2010

रुस्तम भी एशियाड में खेलने गए

चाईना में शुक्रवार से प्रारंभ होने वाले एशियाड में खेलने के लिए रायपुर के अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलक रुस्तम सारंग भी गए हैं। रुस्तम कामनवेल्थ खेलों में पदक से चूक गए थे और चौथे स्थान पर रहे थे। उनके एशियाड में पदक की उम्मीद की जा रही है।
यह जानकारी देते हुए रायपुर जिला भारोत्तोलन संघ के अध्यक्ष रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि एशियाड में खेलने गई भारतीय भारोत्तोलन टीम में रुस्तम सारंग भी शामिल हैं। रुस्तम ने पिछले साल मलेशिया में कामनवेल्छथ में स्वर्ण, सेफ खेलों में कांस्य और यूथ एशिया चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। रुस्तम से एशियाड में भी पदक की उम्मीद है।

जिले में भी मिलेगा इनाम

छत्तीसगढ़ ओलंपिक में रायपुर जिले में होने वाले सभी खेलों में इनामी राशि दी जाएगी। यह राशि अगर खेल विभाग नहीं देगा तो यह राशि मैं अपने विभाग से दूंगा।
यह घोषणा यहां पर जिला परिसर में खेल संघों की बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने की। उन्होंने व्यक्तिगत खेलों के लिए राशि भी तय कर दी है कि पहले स्थान पर रहने वालों को ११ सौ, दूसरे स्थान पर रहने वालों को पांच सौ रुपए और तीसरे स्थान पर रहने वालों को तीन सौ रुपए की राशि दी जाएगी। इसके पूर्व जब जिलाधीश रोहित यादव ने मंत्री के सामने इनामी राशि की जानकारी देते हुए यह बात रखी थी कि हमने तीन सौ, दो और एक सौ रुपए की इनामी राशि तय की है तो बृजमोहन ने कहा कि खिलाडिय़ों को इतनी काम राशि देना क्या शोभा देता है। उन्होंने ही इनामी राशि तय की और कहा कि यह इनामी राशि मैं दूंगा। टीम खेल के खिलाडिय़ों को भी जीतने पर तय राशि के हिसाब से इनाम दिया जाएगा। उनके सामने जब निर्णायकों के लिए भी इनाम की बात रखी गई तो उन्होंने कहा कि निर्णायकों को स्मृति चिंह के साथ प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। प्रभारी मंत्री ने कहा कि खेलों का आयोजन भव्य होना चाहिए और इस बात का खास ध्यान रखा जाए कि मैदान ज्यादा दूर-दूर न हो। राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि प्रभारी मंत्री के निर्देश पर अब खेलों का आयोजन पांच स्थानों पर तय किया जा रहा है। बैठक में सभी खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ पुलिस अधीक्षक दीपांशु काबरा और जिला खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे उपस्थित थे।

झारखंड के राष्ट्रीय खेल १२ फरवरी से

झारखंड के राष्ट्रीय खेलों के लिए १२ से २४ फरवरी की तारीख तय की गई है। इस बार इस तिथि में वहां की सरकार को इन खेलों का आयोजन करने के लिए केन्द्रीय खेल मंत्रालय ने कहा है। इसी के साथ छत्तीसगढ़, केरल और गोवा में होने वाले राष्ट्रीय खेलों पर भी दिल्ली में हुई बैठक में चर्चा की गई।
दिल्ली में केन्द्रीय खेल मंत्रालय के खेल सचिव के साथ हुई बैठक के बारे में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ के खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि चार राज्यों में होने वाले राष्ट्रीय खेलों की समीक्षा बैठक में सबसे अहम फैसला यह किया गया कि झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेल १२ से २४ फरवरी तक होंगे। श्री सिंह ने पूछने पर बताया कि छत्तीसगढ़ के बारे में केन्द्रीय खेल मंत्रालय को जानकारी दी गई कि यहां होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। यहां पर होने वाले इन खेलों के लिए सरकार की क्या तैयारी है इसकी पूरी जानकारी दी गई। इसी के साथ यह बताया गया कि कहां पर कौन से खेल करवाने की योजना पर सरकार काम कर रही है। केन्द्र सरकार से प्रदेश सरकार को राष्ट्रीय खेलों के लिए क्या और कितनी मदद चाहिए इसके बारे में भी बताया गया। श्री सिंह ने एक सवाल के जवाब में बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पहले ही राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए केन्द्र सरकार से छह सौ करोड़ की मांग की है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय खेलों पर गंभीरता से काम करने कहा गया है। यहां यह बताना लीजिमी है कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में लगातार विलंब हो रहा है और झारखंड के खेल इसके पहले तीन बार टल चुके हैं। इस बार उनके होने की संभावना है।

स्कूली खेलों की सीधे राज्य स्पर्धा होगी

छत्तीसगढ़ ओलंपिक में स्कूल वर्ग की अब सीधे राज्य स्पर्धा ही होगी। स्कूली शिक्षा विभाग के संचालक ने इसका आदेश भी जारी कर दिया है। हरिभूमि ने ही अपने २७ अक्टूबर के अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि स्कूली वर्ग में सीधे राज्य स्पर्धाओं का आयोजन होना चाहिए क्योंकि जिला और जोन स्तर की स्पर्धाएं पहले ही हो चुकी हैं इनको फिर से करवाने का मतलब पैसों की बर्बादी है।
लोक शिक्षण विभाग के संचालक केआर पिस्दा ने एक आदेश जारी करते हुए सभी जिलों को सूचित किया है कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक के लिए स्कूलों की अंडर १९ की खेलों की स्पर्धाओं के लिए अलग से जिला और जोन स्तर पर आयोजन करने की जरूरत नहीं है। जोन स्तर की जो टीमें पहले से बन गई हैं उन्हीं टीमों को सीधे राज्य स्पर्धा के लिए भेजना है। राज्य स्तर की स्पर्धाओं के लिए बजट खेल विभाग देगा।
श्री पिस्दा ने इस बात का खुलासा नए विश्राम गृह में सभी जिलों के बीओ के सामने एक कार्यशाला में भी किया और उन्होंने बताया कि पूर्व में भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई थी कि क्या करना है। कई जिलों ने जहां सीधे खेल विभाग के पास योजना बनाकर बजट की मांग की थी, वहीं कुछ जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी उनसे जानने के लिए फोन करते रहे कि जिलों के आयोजन के लिए कौन बजट देगा। उन्होंने कहा कि हमने खेल विभाग के साथ मिलकर यह फैसला किया है कि जब हमारा जिला और जोन स्तर का आयोजन हो चुका है तो इसको फिर से करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने सभी से कहा कि अब स्थिति पूरी तरह से साफ है कि हमें कोई आयोजन नहीं करना है बस खेल विभाग को जोन की टीमें दे देनी है। उन्होंने बताया कि १४ खेलों जिनमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बास्केबॉल, फुटबॉल, हैंडबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो, नेटबॉल, वालीबॉल, भारोत्तोलन, थ्रोबाल, साफ्टबॉल औ३र जूडो की टीमें शामिल हैं, इनकी टीमों खेल विभाग को देनी है, खेल विभाग की राज्य स्पर्धा का आयोजन करेगा।
यहां यह बताना लीजिमी होगा कि हरिभूमि ने ही जहां रायपुर जिले के ४५ लाख के जम्बो बजट की खबर २६ अक्टूबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी, वहीं २७ अक्टूबर को यह खबर प्रकाशित की थी कि स्कूली खेलों की सीधे राज्य स्पर्धा हो। और अब शिक्षा विभाग के साथ खेल विभाग ने भी इस बात को माना है कि जिलों और जोन स्तर के आयोजन का मतलब पैसों की बर्बादी है। ऐसे में अब सीधे राज्य स्तर की स्पर्धाएं ही करवाने का फैसला किया गया है।

गुरुवार, 11 नवंबर 2010

जांजगीर की जीत में संगीता की हैट्रिक

राज्य महिला खेलों की हॉकी के पहले मैच में जांजगीर चांपा ने संगीता चौरसिया की हैट्रिक की मदद से कोरबा को परास्त कर सेमीफाइनल में स्थान बना लिया। जांजगीर चांपा की हैंडबॉल टीम ने भी पहले मैच में शानदार खेल दिखाते हुए कोरबा को मात दी। मेजबान रायपुर ने हॉकी के पहले मैच में बिलासपुर को ३-० से हराया।
राज्य महिला खेलों का प्रारंभ बुधवार को डंगनिया के विद्युत मंडल के मैदान में हुआ। हॉकी का पहला मैच जांजगीर-चांपा का कोरबा के साथ खेला गया। यह मैच एकतरफा रहा। मैच में पहला तीन गोल हुए और तीनों गोल जांजगीर की संगीता चौरसिया ने किए। पहला गोल १९वें मिनट में और बाकी दो गोल खेल के दूसरे हॉफ में ३१वें और ३३वें मिनट में हुए। दूसरा मैच रायपुर का बिलासपुर से हुआ। इस मैच में रायपुर ने दीपिका वैरागढ़े के दो गोलों के साथ किरण के एक गोल की मदद से जीत प्राप्त की। तीसरे मैच में दुर्ग ने बस्तर को ३-० से हराया। दो गोल रंजनी सेंगर और एक गोल हीरा ने किया।
हैंडबॉल के पहले मैच में जांजगीर चांपा ने कोरबा को ३-१ से हराया। इस मैच में रमा मिर्जा ने दो और नम्रता ने एक गोल किया। अन्य मैचों में रायपुर ने बीजापुर को ४-० से हराया। मैच के चारों गोल पूनम यादव ने किए। महासमुन्द ने सोनिया और दामिनी को दो-दो गोलों की मदद से दंतेवाड़ा को ४-१ से और जगदलपुर ने राजनांदगांव को ८-५ से मात दी।

कोई नहीं मिला तो मुङो बुला लिया
स्पर्धा का उद्घाटन करते हुए रायपुर के पुलिस अधीक्षक दीपांशु काबरा ने कहा कि आज स्पर्धा का उद्घाटन करवाने के लिए खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे को कोई नहीं मिला तो मुजे बुला लिया। वे इस बात को लेकर परेशान रहे कि उद् घाटन किससे करवाया जाए क्योंकि कोई मिल नहीं रहा था। श्री डेकाटे के अनुरोध पर मुङो आना पड़ा। वैसे मैं मेजबान भी हूं और मुख्यअतिथि भी। इतना जलवा तो चलता है। एसपी के साथ रायपुर के जिला खेल प्रभारी श्री काबरा ने खिलाडिय़ों से कहा कि वे मेहनत करके प्रदेश की टीम में स्थान बनाए और राष्ट्रीय स्पर्धाओं में राज्य का नाम रौशन करें। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि जब वे नागपुर के सरस्वती विद्यालय में पढ़ते थे, तो उनके मित्र हॉकी और हैंडबॉल खेलते थे, लेकिन मैं पढ़ाई की तरफ ध्यान देता था इसलिए स्कूल के बाद घर चला जाता था। बाद में अकाकमी में हॉकी और हैंडबॉल खेलने का मौका मिला। खेल से जुड़े अपने मित्रों की रफ्तार और फिटनेस देखकर मैं दंग रह जाता था।

उद्घाटन से पहले तक मैदान ठीक करने की होती रही मशक्कत
स्पर्धा में उद्घाटन के पहले तक हॉकी के मैदान को ठीक करने के लिए मशक्कत होती रही। यह नौबत इसलिए आई क्योंकि एक दिन पहले ही यह मालूम हुआ कि पुलिस लाइन के मैदान को दूसरे कार्यक्रम के लिए दे दिया गया है। इसके पहले वहां पर मैदान तैयार कर लिया गया था। हॉकी के एक मात्र स्टेडियम में नेताजी स्टेडियम में इस समय एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा है जिसकी वजह से उसका मिलना संभव नहीं था। वैसे भी राजधानी के ज्यादातर मैदानों का हाल बुरा है। इनका उपयोग खेल के आयोजनों के लिए कम और दूसरे आयोजनों के लिए ज्यादा होता है। डंगनिया के मैदान के बारे में जहां एक तरफ खुद उद्घाटन समारोह में पुलिस अधीक्षक दीपांशुं काबरा ने कहा कि अचानक इस मैदान में मैच करवाने का फैसला करने की वजह से मैदान ठीक ने नहीं बन पाया है, वहीं वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने भी खिलाडिय़ों ने मैदान पर ध्यान न देते हुए खेल पर ध्यान देने की बात कही। पहले मैच के बाद मैदान को पूरी तरह से ठीक कर दिया गया था।

एशियाड में प्रदेश के तीन खिलाड़ी खेलने गए

१६वें एशियाई खेलों में खेलने गई भारतीय बास्केटबॉल टीम के साथ छत्तीसगढ़ के तीन खिलाड़ी भी खेलने गए हैं। इन खिलाडिय़ों में दो अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी एम. पुष्पा, भारती नेताम और पुरुष खिलाड़ी किरणपाल सिंह शामिल हैं।
एशियाई खेलों का आयोजन गुयांगजाऊ (चाईना) में १२ नवंबर से २७ नवंबर तक हो रहा है। यहां खेलने गई भारत की महिला बास्केटबॉल टीम में तीन बार भारतीय टीम से खेल चुकीं भिलाई की एम. पुष्पा के साथ चार बार भारत का प्रनितिधित्व कर चुकीं भारती नेताम को शामिल किया गया है। प्रदेश बास्केटबॉल संघ के सचिव राजेश पटेल ने बताया कि इन दो महिला खिलाडिय़ों के साथ पुरुष टीम में भिलाई के किरणपाल सिंह को शामिल किया गया है। किरणपाल इसके पहले पांच बार भारतीय टीम से खेल चुके हैं। श्री पटेल ने बताया कि भारत की बास्केटबॉल टीम २८ साल बाद एशियाड में खेल रही है और टीम में छत्तीसगढ़ के भी तीन खिलाड़ी शामिल हैं जो राज्य के लिए गौरव की बात है।

बुधवार, 10 नवंबर 2010

कन्फ्यूजन की कार्यशाला

राज्य प्रतिभा खोज और पायका की जानकारी देने के लिए आयोजित किया गया सेमिनार छत्तीसगढ़ ओलंपिक के मिनी ओलंपिक में फैले भ्रम के कारण पूरी तरह से कन्फ्यूजन की कार्यशाला बन कर रह गया। खेल सचिव सुब्रत साहू के एक सवाल ने ही राज्य भर के जिलों से आए बीओ के बीच एक ऐसी भ्रम की स्थिति निर्मित कर दी जिसको लेकर लंबी बहस छिड़ गई और सेमिनार छत्तीसगढ़ ओलंपिक का अखाड़ा बन गया। इस भ्रम की स्थिति को कुछ हद तक संभालने का काम खेल संचालक जीपी सिंह ने किया।
नए विश्राम गृह में आयोजित सेमिनार में खेल सचिव सुब्रत साहू ने सेमिनार का प्रारंभ करने से पहले सभी से छत्तीसगढ़ ओलंपिक में स्कूली खेलों पर चर्चा करने के लिए कहा ताकि आगे भ्रम की स्थिति न रहे। खेल सचिव ने कहा कि उनको शिक्षा संचालक केआर पिस्दा ने मालूम हुआ है कि जिलों में भ्रम की स्थिति है ऐसे में समय है तो उन सभी भ्रमों को आज दूर कर दिया जाए। खेल सचिव ने जब सभी से पूछा कि वे स्कूली शिक्षा में जिला स्तर से टीमें भेजने के पक्ष में है या जोन स्तर से तो। उनके इस एक सवाल ने ही भ्रम की स्थिति को और बढ़ा दिया। उनके इस सवाल पर ज्यादातर बीओ जिलों से टीमें भेजने के पक्ष में खड़े हो गए। खेल सचिव जिलों की टीमों की बात करने लगे तो बीओ के बीच में बात होने लगी कि ये क्या हो रहा है। स्कूली खेलों में जो जिलों की टीमें जोन में जाती हैं जोन की टीमें राज्य स्तर पर जाती हैं। खेल सचिव को स्कूली शिक्षा के खेलों के सेटअप के बारे में जानकारी ही नहीं थी। जब जिला और जोन की टीमों को लेकर लंबी बहस होने लगी तो अंत में खेल संचालक जीपी सिंह ने साहस दिखाते हुए खेल सचिव को कान में समङााया कि सर स्कूलों में जोन स्तर का सेटअप है। इसके बाद भी खेल सचिव लगातार यही कहते रहे कि फैसला आप लोगों को करना है कि जिलों की टीमों को राज्य स्तर पर खेलने भेजना है या जोन की टीमों को। अब भला खेल सचिव के सामने कौन बोलता। लेकिन अंत में फैसला किया गया कि स्कूली शिक्षा का जो सेटअप है उसी के आधार पर टीमें राज्य स्तर पर खेलने आएंगी।
खेल सचिव ने एक तरफ जहां जिलों और जोन को लेकर भ्रम की स्थिति बना दी। वहीं उन्होंने सभी बीओ से यह भी कह दिया कि उनके विभाग ने १४ खेल तय किए हैं अगर आप जिलों में औैर ज्यादा खेल भी करवाना चाहते हैं तो करवा सकते हैं। खेल सचिव को खुद इस बात की जानकारी नहीं थी कि जिलों को तय खेलों से ज्यादा खेल करवाने की छूट १९ साल से ऊपर के ओपन वर्ग में दी गई है। खेल सचिव ने ब्लाक स्तर के आयोजन की भी बात बीओ के सामने रख दी, जबकि ब्लाक स्तर के आयोजन भी ओपन वर्ग में होने हैं।
ग्रामीण खिलाड़ी सामने आएंगे
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल पर खेल विभाग ने एक अच्छी योजना बनाई है। इस योजना से ग्रामीण खिलाड़ी सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि आज बच्चे घरों में कैद हो गए हैं और वे मैदान में नजर नहीं आते हैं। हम लोग तो अपने जमाने में सड़क पर ही कबड्डी खेल लिया करते थे। श्री अग्रवाल ने कहा कि हमने तय किया है कि हर बड़े गांव में खेल मैदान के लिए एक लाख की राशि देंगे। इधर पायका योजना में भी हर गांव के लिए एक-एक लाख की राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि रोजगार गारंटी योजना का लाभ उठाकर भी गांवों में मैदानों के लिए सुरक्षित जमीन को समतल करके खेलने के लायक बनाया जा सकता है।
राष्ट्रीय खेलों की तैयारी है मिनी ओलंपिक
खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी के रूप में मिनी ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। राज्य में खेलों का वातारण बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल पर आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दो नवंबर को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने खुद सभी जिलों के जिलाधीशों, पुलिस अधीक्षकों और जिला पंचायतों के सीओ ने सीधे बात करके इस आयोजन की तैयारी करने कहा है। खेलमंत्री ने कहा कि एकजुट होकर काम करके हमें इस आयोजन को सफल बनाना है। इस आयोजन के लिए हमें निजी मदद भी लेनी पड़ेगी।
पायका-प्रतिभाखोज की दी जानकारी
कार्यक्रम में खेल संचालक जीपी सिंह ने राज्य के सभी जिलों से आए बीओ को पायका के साथ प्रतिभाखोज योजना की जानकारी दी और बताया कि इन योजनाओं पर कैसे काम करके इन योजनाओं को सफल बनाना है। इन योजनाओं के बारे में बाद में सभी को विस्तार से उपसंचालक ओपी शर्मा ने जानकारी दी।
अब राज्य खेल महोत्सव होगा नाम
छत्तीसगढ़ ओलंपिक का नाम बदल कर राज्य खेल महोत्सव करने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। छत्तीसगढ़ ओलंपिक के नाम से आयोजन करवाने में कुछ परेशानी होगी ऐसा खेलमंत्री लता उसेंडी का कहना है। नए नाम के लिए बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य खेल महोत्सव नाम सुङााया है जिसका एक प्रस्ताव बनाकर अनुमति के लिए भेजा जा रहा है। छत्तीसगढ़ ओलंपिक के नाम से आयोजन करने की बात मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ही कही थी।

मैं होता तो सालोमन का प्रमोशन हो जाता

शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मंगलवार को सीधे तो नहीं लेकिन इशारों में गृहमंत्री ननकीराम कंवर पर निशाना लगाते हुए कहा कि मैं होता तो सालोमन का प्रमोशन कब का हो जाता।
नए विश्राम गृह में एक कार्यक्रम में आए श्री अग्रवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सालोमन का प्रमोशन हो जाएगा, इसके लिए मैं भी राष्ट्रीय बॉडी बिल्डिंग फेडरेशन का अध्यक्ष होने के नाते प्रयास कर रहा हूं। इसी के साथ उन्होंने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि लेकिन इतना तय है कि अगर मैं होता (गृहमंत्री)तो कब का कर दिया होता। यहां यह बताना लाजिमी है कि पी. सालोमन दो बार पश्चिम भारत श्री के साथ भारत श्री बने हैं इसके बाद भी उनको प्रमोशन नहीं मिला है। वे इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से भी मिल चुके हैं, लेकिन अब तक उनका मामला लटका हुआ है। सालोमन डीजी विश्वरंजन के सामने भी अपनी बात रख चुके हैं। न जाने क्यों कर उनका प्रमोशन अब तक नहीं किया जा रहा है। बृजमोहम अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने इस बारे में बात कर ली है, उम्मीद है कि जल्द ही प्रमोशन का आर्डर निकल जाएगा।

अब तक बजट ही नहीं मिला

छत्तीसगढ़ ओलंपिक में खेलों के महाकुंभ की तैयारी में जुटे खेल विभाग को अब तक एक पैसे का बजट सरकार से नहीं मिला है। इस आयोजन में जिला स्तर के आयोजन में अब महज पांच दिन ही बचे हैं।
खेल विभाग को अब तक बजट न मिलने की बात खेलमंत्री लता उसेंंडी ने खुद बताते हुए कहा कि हमारे विभाग को अब तक कोई बजट नहीं मिला है, लेकिन बजट बहुत जल्द मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि बजट कोई मुद्दा नहीं है। हमारा विभाग काम में जुटा है और इस आयोजन को हम लोग बैटन रिले की तरह की ऐतिहासिक बनाना चाहते हैं।
बेशक खेलमंत्री की मंशा अच्छी है कि मिनी ओलंपिक को भी खेल विभाग बैटन रिले की तरह ऐतिहासिक बनाना चाहता है लेकिन इस बात में भी शक नहीं है कि बजट की स्थिति साफ न होने की वजह से ही जिलों के आयोजन में भी अब तक भ्रम की स्थिति बनी हुई है। खेल विभाग ने जिलों को जो एक खेल लिए २० हजार की राशि देने की बात की जा रही है, उसको लेकर जिलों में परेशानी का माहौल है। भले खेलमंत्री कहती हैं कि जिलों में स्थानीय स्तर पर भी आयोजन के लिए मदद जुटाई जाएगी, लेकिन विभाग का बजट साफ न होने के कारण हर तरफ भ्रम की स्थिति बनी हुई है।

मंगलवार, 9 नवंबर 2010

भारोत्तोलन संघ का चुनाव विवादों में

प्रदेश भारोत्तोलन संघ के मंगलवार को भिलाई में होने वाले चुनाव विवादों में घिर गए हैं। इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से भी की गई है। इस चुनाव में ससंदीय सचिव विजय बघेल को अध्यक्ष बनाने की तैयारी चल रही है। उनका अध्यक्ष बनना तय भी माना जा रहा है। प्रदेश भारोत्तोलन संघ की खेल विभाग ने डोपिंग के दोषी खिलाड़ी का नाम राज्य पुरस्कार के लिए प्रस्तावित करने की वजह से मान्यता समाप्त कर दी है। इसी के बाद से नया संघ बनाने को लेकर राज्य में रस्साकसी चल रही है।
प्रदेश भारोत्तोलन का भिलाई में मंगलवार को चुनाव करवाया जा रहा है। संघ में चुनाव की नौबात इसलिए आई है क्योंकि इस संघ की खेल विभाग ने न सिर्फ मान्यता समाप्त कर दी है, बल्कि संघ की महिला विंग की पूर्व अध्यक्ष गुरमीत धनई की मांग पर संघ के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए दुर्ग के पुलिस अधीक्षक को पत्र भी भेज दिया। इस पत्र के भेजने के बाद ही अचानक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष पी. रत्नाकर ने इस्तीफा दे दिया। अब तो यह भी खबर है कि उन सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है जिन्होंने डोपिंग के दोषी सिद्धार्थ मिश्रा के नाम की अनुशंसा शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए की थी।
प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव और मंगलवार को होने वाले चुनाव में पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित रहने वाले बशीर अहमद खान ने बताया कि संघ के उन सारे पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है जिन पर आरोप है। उन्होंने बताया कि संघ के चुनाव संघ के संविधान के मुताबिक हो रहे हैं। उन्होंने पूछने पर बताया कि संघ की बैठक बुलाने का काम संघ के अध्यक्ष बीवी भदारिया ने किया है।
जिला संघों को नहीं बुलाया गया
संघ की महिला विंग की पूर्व अध्यक्ष गुरमीत धनई का कहना है कि संघ के दागी पदाधिकारियों के इस्तीफा देने की बात भले की जा रही है, लेकिन पर्दे के पीछे वहीं खेल खेल रहे हैं और उनके इशारे पर ही पूरी कार्यकारिणी बननी है। उन्होंने कहा कि जिलों के पदाधिकारियों को चुनाव की सूचना ही नहीं दी गई है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि रायपुर जिले के पदाधिकारियों ने अन्य जिलों के पदाधिकारियों के साथ मिलकर रायपुर में २४ नवंबर को चुनाव करवाने की घोषणा की थी, यही वजह है कि आनन-फानन में भिलाई में चुनाव करवाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस सारे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से करते हुए उनसे कहा है कि उनके नाम का उपयोग करके यह कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री के कहने पर विजय बघेल को अध्यक्ष बनाया जा रहा है। श्रीमती धनई ने बताया कि उनको मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि खिलाडिय़ों के हित को ध्यान में रखते हुए ही काम किया जाएगा और खिलाडिय़ों का नुकसान करने वालों को किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।

स्क्वैश-ट्रायथलान शामिल क्यों नहीं

छत्तीसगढ़ ओलंपिक में स्क्वैश के साथ ट्रायथलान को भी शामिल न करने की शिकायत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से करने का मन संघ के पदाधिकारियों ने बनाया है। ये दोनों खेल जहां राष्ट्रीय खेलों में शामिल हैं, वहीं ङाारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश के खिलाडिय़ों को खेलने की पात्रता है।
इन दोनों संघों के सचिव विष्णु श्रीवास्तव ने नाराजगी जताते हुए कहा कि खेल विभाग की मनमर्जी की वजह ने इन खेलों को छत्तीसगढ़ ओलंपिक में शामिल नहीं किया गया है। हमारे इन दोनों खेलों के खिलाड़ी राष्ट्रीय खेलों में खेलने की पात्रता प्राप्त कर चुके हैं इसके बाद भी इन खेलों को शामिल न करना समङा से परे है। वे कहते हैं कि राज्य बनने के बाद चंद खेलों की तरफ ही खेल विभाग ध्यान दे रहा है। नए खेलों के विकास में अगर खेल विभाग ध्यान नहीं देगा तो इन खेलों का विकास कैसे होगा।
छत्तीसगढ़ ओलंपिक में होना यह था कि नए खेलों की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जाना था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हमारे दोनों संघों का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मंगलवार को मुलाकात करेगा और उनसे मांग करेगा कि हमारे इन दोनों खेलों को जिला स्तर पर न सही सीधे राज्य स्तर पर करवाया जाए। उन्होंने कहा कि हम दोनों खेलों में कम से कम ३०-३० खिलाड़ी देंगे। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि अगर नए खेलों को किनारे रखा जाएगा तो इन खेलों के बारे में खिलाडिय़ों को कैसे जानकारी होगी।

सज रहा मैदान, कल से खेलों का घमासान

राजधानी में राज्य महिला खेलों की तैयारी जोरों से चल रही है। इसके लिए पुलिस मैदान में हॉकी और हैंडबॉल के मैदान बनाए जा रहे हैं। १० से १२ नवंबर तक होने वाले खेलों में तीन खेलों के लिए मुकाबले होंगे। इन खेलों में १५ जिलों की ४०० से ज्यादा महिला खिलाड़ी शामिल होंगी।
राज्य खेलों का एक पड़ाव राजधानी में होने जा रहा है। इस पड़ाव में हॉकी, हैंडबॉल के साथ लॉन टेनिस के मुकाबले होने हैं। इन खेलों के लिए मैदानों को अंतिम रूप देने का काम चल रहा है। राजधानी का एक मात्र हॉकी मैदान नेताजी स्टेडियम एक तो खराब है, दूसरे उसको दूसरे आयोजन के लिए दे दिया गया है ऐसे में हॉकी का मैदान बनाने का काम पुलिस मैदान में किया जा रहा है। यहां पर हॉकी के साथ हैंडबॉल का भी मैदान बन रहा है। लॉन टेनिस के मुकाबले यूनियन क्लब में होंगे। राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि स्पर्धा में १८ में से १५ जिलों की ४०० खिलाडिय़ों के आने की संभावना है। इन खिलाडिय़ों के रहने और खाने की व्यवस्था खेल विभाग ने की है। यहां होने वाली राज्य स्पर्धा के बाद राज्य की टीम बनेगी जो राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जाएगी।
पायका पर आज सेमिनार
प्रदेश में चल रही पायका योजना के साथ खेल प्रतिभाखोज में गति लाने के लिए राजधानी में एक सेमिनार का आयोजन खेल विभाग ९ नवंबर को करेगा। इस सेमिनार में राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ राज्य के १४६ विकासखंड़ों के बीओ भी शामिल होंगे। सेमिनार में सभी को पायका और खेल प्रतिभाखोज की पूरी जानकारी दी जाएगी, ताकि इस योजना का लाभ राज्य के खिलाडिय़ों को मिल सके। ९ नवंबर को नए विश्राम गृह में सुबह को ११ बजे से होने वाले इस सेमिनार में स्कूली शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और खेलमंत्री लता उसेंडी उपस्थित रहेंगे। सेमिनार का आयोजन खेल विभाग के साथ शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है।

कबड्डी टीमें जम्मू रवाना

राष्ट्रीय सब जूनियर कबड्डी में खेलने के लिए प्रदेश की बालक और बालिकाओं की टीमें जम्मू के लिए रवाना हो गई है। यह जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के सचिव रामविसाल साहू ने बताया कि जम्मू में १० से १३ नवंबर तक राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इसमें शामिल होने से पहले प्रदेश की टीमों का प्रशिक्षण सिविर लगाय गया। इस शिविर के बाद ही टीमें खेलने गई हैं। टीम इस प्रकार है- बालक वर्ग- मनोज यादव, सुरेश साहू, हितेष पटेल, हितेष विश्वकर्मा, मुकेश, टेकचंद साहू, जागेश्वर, रवि, आशीष, अभय, सुंदरू, मनेश कुमार। प्रशिक्षक प्रदीप यादव, प्रबंधक रामलाल साहू। बालिका टीम-सुमन साहनी, सुमन उवर्षा, पिंकी महानंद, उषा, मनीषा, रेवती, युमना, मनिका, मीनाक्षी, कुंती, ममता, जमुना। टीम की कोच बुद्धेश्वरी मालकार, प्रबंधक विमला धृतलहरे।

सोमवार, 8 नवंबर 2010

नेटबॉल खिलाडिय़ों ने की दीपावली पर मैदान की पूजा

राजधानी में दीपावली के दिन एक मात्र नेटबॉल के खिलाड़ी ही ऐसे रहे जिन्होंने अपने सेंटपाल स्कूल के मैदान में जाकर मैदान की पूजा करने के साथ आपस में मिठाई बांट कर दीपावली की खुशियां अलग अंदाज में मनाई।
सेंटपाल स्कूल के मैदान में अपनी प्रशिक्षक भावना खंडारे के मार्गदर्शन में अभ्यास करने वाले खिलाड़ी दीपावली की शाम को मैदान में जुटे और मैदान की साफ-सफाई करने के साथ मैदान के पोल की भी पेंट किया और मैदान के बीच में बालिका खिलाडिय़ों ने अपनी कोच के साथ रंगोली सजाई। खिलाडिय़ों ने मैदान के चारों तरफ मोमबत्तियां लगाकर मैदान को जगमग कर दिया। खिलाडिय़ों ने मैदान की पूजा की और सभी खिलाडिय़ों ने एक-दूसरे को दीपावली की बधाई देते हुए मिठाई खिलाने का काम किया। राजधानी में कई मैदान और कई खेल संघों के पदाधिकारी और खिलाड़ी हैं, लेकिन एक नेटबॉल के इस मैदान का छोड़कर और किसी भी मैदान में दीपावली के दिन न तो कोई खिलाड़ी नजर आया और न ही किसी ने खिलाड़ी ने मैदान की पूजा करना जरूरी समङाा। नेटबॉल की कोच भावना खंडारे कहती हैं मैदान ही तो हमारा भगवान है इसकी पूजा हर खिलाड़ी को करनी चाहिए। इस अवसर पर आस्मा खान, पूजा देवांगन, लोकेश्वरी, स्नेहा डेनियल, नवीसा खान, सीमा खान, सानिया खान, तेजा , राहुल, फैज, रोहित नत्थानी उपस्थित थे।

सप्रे स्कूल में बनेगा वालीबॉल मैदान

राजधानी के करीब छह दशक पुराने मलेरिया मैदान के एवज में नगर निगम ने सप्रे स्कूल में वालीबॉल के दो कोर्ट बनाने की सहमति दे दी है। खिलाडिय़ों ने इसी शर्त पर मैदान छोडऩे की बात की थी।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष और सिटी स्पोट्र्स क्लब के अध्यक्ष सुभाष तिवारी ने बताया कि मलेरिया मैदान से निगम एक बाईपास सड़क बना रहा है। इस सड़क निर्माण का विरोध करते हुए उनके सिटी स्पोट्र्स क्लब के खिलाडिय़ों के साथ प्रदेश संघ के खिलाडिय़ों और पदाधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि अगर बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के निगम मलेरिया मैदान हटाने का काम करेगा तो इसका विरोध करते हुए आंदोलन किया जाएगा। मलेरिया मैदान में अंतर कॉलेज स्पर्धा के दौरान ११ दिन पहले २५ अक्टूबर को जब देखा गया था कि मैदान से निगम ने सड़क निकालने के लिए खुदाई प्रारंभ कर दी है। ऐसे में सिटी स्पोट्र्स के अध्यक्ष और निगम के नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी की पहल पर अपर आयुक्त तारण प्रसाद सिंहा मैदान में आए और उन्होंने खेल संघ के पदाधिकारियों के साथ खिलाडिय़ों की बात सुनी। उन्होंने इस बारे में निगम आयुक्त ओपी चौधरी से बात करने का आश्वासन देने के साथ खिलाडिय़ों की मांग पर निगम के इंजीनियर राजेश शर्मा को फिलहाल निर्माण कार्य रोकने के लिए कहा था। अपर आयुक्त को खिलाडिय़ों और वालीबॉल संघ का प्रतिनिधि मंडल सप्रे स्कूल ले गए थे और वहां पर एक स्थान दिखाकर मांग की कि अगर निगम यहां पर दो मैदान बनाकर दे देता है तो मलेरिया का मैदान हम छोडऩे के लिए तैयार हैं। अपर आयुक्त को मलेरिया मैदान के बारे में बताया गया कि पूर्व महापौर सुनील सोनी के साथ लोक निर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेलमंत्री लता उसेंडी, सांसद रमेश बैस के साथ महापौर किरणमयी नायक ने खिलाडिय़ों को आश्वासन दिया है कि यह मैदान खराब नहीं होने देंगे। इसके बाद भी निगम मैदान को खराब करके वहां से सड़क निकालने का काम कर रहा है। खिलाडिय़ों ने साफ कहा था कि अगर मैदान के बीच से सड़क निकालने से निगम पीछे नहीं हटेगा तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। अपर आयुक्त ने इस सारे मामले की जानकारी निगम आयुक्त को देते हुए उनसे खिलाडिय़ों की बात करवाई तो आयुक्त सप्रे स्कूल में मैदान बनाकर देने के लिए सहमत हो गए हैं। श्री तिवारी ने बताया कि मैदान बनाने के लिए सांसद रमेश बैस भी सांसद निधि से मदद करने तैयार हैं।

रविवार, 7 नवंबर 2010

छत्तीसगढ़ ओलंपिक की तैयारी में आई तेजी

प्रदेश में होने वाले छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेलों के आयोजन की तैयारी में अब तेजी आ गई है। यह तेजी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग लेने से आई है। इसके पहले किसी भी जिले में तैयारी के नाम से कुछ नहीं हो रहा था।
खेल विभाग की पहल के बाद भी जब छत्तीसगढ़ ओलंपिक को किसी भी जिले में गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था तो ऐसे में खेलमंत्री लता उसेंडी ने अपने विभाग के अफसरों को जहां इसके लिए फटकार लगाई, वहीं उन्होंने इस दिशा में यह पहल की कि उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को सभी जिलों के जिलाधीशों से सीधे वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बात करने के लिए सहमत कर लिया। जैसे ही मुख्यमंत्री ने दो नवंबर को आयुक्तों के साथ सभी जिलों के जिलाधीशों, पुलिस अधीक्षकों, जिला पंचायतों के सीओ से चर्चा की तो सभी ने छत्तीसगढ़ ओलंपिक की गंभीरता को समङाा और अब सभी जिलों में तेजी से तैयारी की जाने लगी है। मुख्यमंत्री द्वारा २० नवंबर तक जिलों में आयोजन कर लेने के निर्देश के कारण सभी जिले तैयारी में जुटे गए हैं। जिला स्तर की तिथियों की जानकारी खेल विभाग में आने लगी है। जिलों के आयोजन से पहले हर जिले के विकासखंडों में चार खेलों के आयोजन होने हैं।

पायका-प्रतिभाखोज पर होगा ९ को रायपुर में सेमिनार

प्रदेश में चल रही पायका योजना के साथ खेल प्रतिभाखोज में गति लाने के लिए राजधानी में एक सेमिनार का आयोजन खेल विभाग ९ नवंबर को करेगा।
यह जानकारी देते हुए खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि पायका योजना में राज्य के १० हजार पंचायतों की पूरी जानकारी मंगाने के लिए विभाग ने एक फार्म तैयार किया है। इसी फार्म में हर पंचायत की पूरी जानकारी मंगवाने का काम किया जाएगा, ताकि पायका में किसी भी तरह की परेशानी न हो और विभाग को यह मालूम हो सके कि किस पंचायत में कौन सी सुविधा है और कौन सी सुविधा पंचायत चाहती है। इसी के साथ इस फार्म के माध्यम से यह भी मालूम हो जाएगा कि किस पंचायत में कौन सा खेल खेलने वाले खिलाड़ी ज्यादा हैं।
इधर विभाग की एक और योजना खेल प्रतिभा खोज भी है। खेल प्रतिभा खोज के लिए प्रारंभिक स्तर पर शिक्षा चयन करने का जिम्मा शिक्षा विभाग के पास है। ऐसे में शिक्षा विभाग के साथ मिलकर ही राजधानी में एक सेमिनार का आयोजन एक सप्ताह के अंदर करने की योजना है। इस सेमिनार में राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ राज्य के १४६ विकासखंड़ों के बीओ भी शामिल होंगे।
सेमिनार में सभी को पायका और खेल प्रतिभाखोज की पूरी जानकारी दी जाएगी, ताकि इस योजना का लाभ राज्य के खिलाडिय़ों को मिल सके। ९ नवंबर को नए विश्राम गृह में सुबह को ११ बजे से होने वाले इस सेमिनार में स्कूली शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और खेलमंत्री लसा उसेंडी उपस्थित रहेंगे। सेमिनार के आयोजन खेल विभाग के साथ शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है।

शनिवार, 6 नवंबर 2010

हर जिले से निकले निशानेबाज

निशानेबाजी में जिस तरह से अब लगातार कई जिलों के खिलाड़ी सामने आने लगे हैं उसके बाद लगने लगा है कि यदि थोड़ा सा और प्रयास निशानेबाजी संघ के साथ खेल विभाग करे तो राज्य के हर जिले से निशानेबाज निकल सकते हैं।
ये बातें माना शूटिंग रेंज में राज्य निशानेबाजी के समापन अवसर पर मुख्यअतिथि डीजीपी विश्वरंजन ने कहीं। उन्होंने कहा कि जब मैं पिछली बार यहां आया था तो मैंने संघ के पदाधिकारियों से कहा था कि इस शूटिंग रेंज का विकास किया जाए और आज इस शूटिंग रेंज को एक नए रूप में देखकर खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि छत्तीसगढ़ में निशानेबाजी में भी बहुत अच्छे खिलाड़ी निकल सकते हैं जो राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कामनवेल्थ और ओलंपिक में देश के खिलाडिय़ों को निशानेबाजी में मिली सफलता के बाद इस खेल का क्रेज भी बढ़ा है। ऐसे में अब अपने राज्य में थोड़ा सा प्रयास करने की ही जरुरत है। अगर प्रदेश संघ खेल विभाग के साथ मिलकर प्रयास करेगा तो राज्य के हर जिले से निशानेबाज निकल जाएंगे। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत खेल में खिलाड़ी में क्षमता हो और वह मेहनत करे तो उसे आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता है।
इस अवसर पर खेल संचालक जीपी सिंह ने कहा कि निशानेबाजी का खेल रायपुर और रायगढ़ तक ही सीमित है इसे राज्य के हर जिले में पहुंचाने की जरुरत है। इसके लिए खेल विभाग से जिस भी तरह की मदद संघ चाहेगा खेल विभाग करने तैयार है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में ३७वें राष्ट्रीय खेल होने हैं ऐसे में यह जरूरी है कि राज्य में ज्यादा से ज्यादा निशानेबाज निकले ताकि छत्तीसगढ़ को इस खेल में भी ज्यादा पदक मिल सके।
कोचिंग कैम्प हों: सिसोदिया
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ओएसडी और निशानेबाज विक्रम सिंह सिसोदिया ने कहा कि उनको लगता है कि अगर निशानेबाजी में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाए तो राज्य को और अच्छे खिलाड़ी मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश संघ ने माना की शूटिंग रेंज को एक नया रूप दे दिया है इससे अब खिलाडिय़ों को खेलने में सुविधा हो रही है। १० मीटर एयर और सेंटर फायर पिस्टल के लिए अब इंडोर हॉल बन गया है।
इनको मिला मावलंकर जाने का मौका
स्पर्धा में खेलने वाले निशानेबाजों में से ११ निशानेबाजों को मावलंकर जाने का मौका मिला है। इन निशानेबाजों में विक्रम सिंह सिसोदिया, ज्योति साहू, रवीन्द्र सेडो, मो. कादिर, देवांश ब्रम्हा, आशीष नाथ, पीके मार्टिन, आनंद गोयल, हिना थापा, सुमी गुहा, विनीत कुमार शामिल हैं। इन खिलाडिय़ों के साथ सभी विजेता खिलाडिय़ों को कार्यक्रम के अंत में डीपीपी ने पदक और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।

हिन्दी में लिखें

खेलगढ़ Headline Animator

खेलगढ़ की चर्चा हिन्दुस्तान में