शनिवार, 4 जुलाई 2009

तलवारबाजी में भिलाई का दबदबा

राज्य तलवारबाजी में पूरी तरह से भिलाई का दबदबा रहा और भिलाई के खिलाडिय़ों ने ही हर वर्ग में सबसे ज्यादा पदक जीते। सब जूनियर और जूनियर वर्ग में भिलाई के हाथ १९ पदक लगे।

प्रदेश में इस समय नए खेल तलवारबाजी में सबसे ज्यादा भिलाई के खिलाडिय़ों को सफलता मिल रही है। बिलासपुर में हुई सब जूनियर और जूनियर चैंपियनशिप में भिलाई के खिलाडिय़ों के हाथ १९ पदक लगे। सब जूनियर बालक वर्ग में भिलाई को ६ स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक मिले। ९ पदकों के साथ भिलाई के खिलाड़ी पहले स्थान पर रहे। इस वर्ग में बालिका खिलाड़ी नहीं खेलीं। जूनियर वर्ग में भिलाई का दबदबा रहा और बालक वर्ग में ४ स्वर्ण और तीन रजत पदकों के साथ टीम पहले स्थान पर रही। बालिका वर्ग में ज्यादा अच्छी टीम ने होने के कारण भिलाई को दो स्वर्ण और एक रजत पदक मिला। यहां पर दुर्ग की टीम ने बाजी मारी और उसके हाथ चार स्वर्ण के साथ एक रजत भी लगा। मेजबान बिलासपुर के हाथ भी कुछ पदक लगे। सब जूनियर बालक वर्ग में एक रजत, बालिका वर्ग में एक रजत और एक कांस्य, जूनियर वर्ग में बालकों ने एक रजत और एक कांस्य जीता। बालिका खिलाडिय़ों ने यहां पर अच्छा हाथ दिखाए और ४ रजत के साथ दो कांस्य पदक जीते।

1 टिप्पणी:

दिनेशराय द्विवेदी ने कहा…

इस का कारण भिलाई में खेलों के लिए अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर होना है।

हिन्दी में लिखें

खेलगढ़ Headline Animator

खेलगढ़ की चर्चा हिन्दुस्तान में