छत्तीसगढ़ को दो साल पहले राष्ट्रीय जूनियर जूडो चैंपियनशिप की सफल मेजबानी ने एक बार फिर से राष्ट्रीय चैंपियनशिप की मेजबानी दिलाने का काम किया है। मेजबानी के छह दावेदारों में से छत्तीसगढ़ को ज्यादा राज्यों ने पसंद किया और राष्ट्रीय फेडरेशन ने अगले साल सब जूनियर चैंपियनशिप करवाने का जिम्मा छत्तीसगढ़ को दे दिया। अब प्रदेश संघ इस राष्ट्रीय आयोजन को प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग की मदद से करेगा।
इस समय इंदौर में राष्ट्रीय सब जूनियर चैंपियनशिप चल रही है। इस चैंपियनशिप के दौरान ही पहले दिन राष्ट्रीय फेडरेशन संघ के चुनाव के साथ राष्ट्रीय चैंपियनशिप के सभी वर्गों की मेजबानी का भी फैसला किया गया। छत्तीसगढ़ ने २००७ में भिलाई में राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप का आयोजन किया था। ऐसे में इस बार प्रदेश संघ ने सब जूनियर चैंपियनशिप की मेजबानी मांगी। छत्तीसगढ़ के साथ मेजबानी की दौड़ में केरल, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और असम भी थे। इतने दिग्गज राज्यों के होने के बाद भी बाजी छत्तीसगढ़ के हाथ लगी। छत्तीसगढ़ को मेजबानी मिलने का सबसे बड़ा कारण छत्तीसगढ़ की वह सफल मेजबानी है जिसको सभी राज्यों ने पसंद किया था। भिलाई में दो साल पहले हुए आयोजन में सभी राज्यों के खिलाडिय़ों के लिए जिस तरह से रहने और खाने की व्यवस्था की गई थी, उसने सभी राज्यों के अधिकारियों के साथ खिलाडिय़ों को काफी प्रभावित किया था। यही कारण रहा कि जब मेजबानी के लिए मतदान का समय आया तो छत्तीसगढ़ को सबसे ज्यादा ३२ मत मिले और मेजबानी उसके हिस्से में आ गई। प्रदेश संघ के महासचिव अरूण द्विवेदी बताया कि ज्यादातर राज्यों के अध्यक्ष और महासचिवों ने इस बात को काफी गंभीरता से राष्ट्रीय फेडरेशन के सामने रखा कि छत्तीसगढ़ में पिछला आयोजन दूसरे राज्यों से बहुत ज्यादा बेहतर था। ऐसे में आयोजन तो छत्तीसगढ़ में ही होना चाहिए।
राज्यों के बहुमत के बाद वैसे भी कुछ नहीं बच जाता है। आज अगर छत्तीसगढ़ का दूसरे राज्यों ने मेजबानी के लिए सपोट किया है तो उसके पीछे कारण भी है कि वास्तव में छत्तीसगढ़ में जब भी कोई राष्ट्रीय आयोजन होता है तो उसमें इतनी अच्छी व्यवस्था होती है कि किसी भी राज्य के खिलाड़ी और अधिकारियों को किसी भी तरह की शिकायत नहीं होती है। आज तक छत्तीसगढ़ में जितने भी आयोजन हुए हैं, सभी को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों ने सराहा ही है। चैंपियनशिप के बारे में पूछे जाने पर महासचिव अरूण द्विवेदी ने बताया कि यह चैंपियनशिप अगले साल जुलाई के बाद संभावित है। उन्होंने स्थान के बारे में पूछने पर बताया कि अभी स्थान तय नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि आयोजन खेल एवं युवा कल्याण विभाग की मदद से करवाया जाएगा। यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि राज्य में सब जूनियर के साथ जूनियर वर्ग की राज्य चैंपियनशिप का आयोजन खेल विभाग ही करता है। श्री द्विवेदी ने कहा कि अपने संघ के साथ खेल विभाग के अधिकारियों से बात करने के बाद स्थान तय किया जाएगा। आयोजन के दावेदारों में रायपुर और भिलाई ही प्रमुख नाम है। रायपुर में खिलाडिय़ों के ठहरने के स्थान की एक परेशानी को छोड़कर बाकी सब ठीक है। भिलाई में खिलाडिय़ों के ठहराने के स्थान की कमी नहीं है। किसी भी राष्ट्रीय आयोजन में भिलाई स्टील प्लांट का पूरा सहयोग मिलता है। भिलाई ने तो राष्ट्रीय वालीबॉल की मेजबानी लेने के लिए २५ लाख की बजट भी दे दिया है।
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