शनिवार, 6 मार्च 2010

ऐसे सम्मान की कल्पना न थी


पद्मश्री, अर्जुन पुरस्कार प्राप्त ओलंपियन करतार सिंह ने कहा कि उनको इस बात की कल्पना ही नहीं थी कि रायपुर में उनका ऐसा सम्मान होगा। मैं तो यहां कुछ समय के लिए आया था।
श्री सिंह ने ये बातें अपने सम्मान समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि वे बस्तर में होने वाली भारत-पाक इंडो कुश्ती में शामिल होने आ रहे थे। उनसे कहा गया कि आपका रायपुर में खेल विभाग और खेल संघ स्वागत करना चाहते हैं। तब मैंने सोचा भी नहीं था कि मुङो यहां पर इतना ज्यादा सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैं इस सम्मान के लिए छत्तीसगढ़ का हमेशा आभारी रहूंगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुङो जब भी याद किया जाएगा, मैं जरूर आऊंगा।
यह यह बताना लाजिमी होगा, करतार सिंह का यहां आने पर उनका खेल विभाग के संचालक जीपी सिंह के साथ उप संचालक ओपी शर्मा, राज्य खेल अधिकारी अजीत कुमार टोपो, राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे के साथ वालीबॉल संघ के मो. अकरम खान, नितिन पांडे, नेटबॉल संघ के संजय शर्मा, कबड्डी संघ के रामबिसाल साहू, कुश्ती संघ के एमडब्ल्यू अंसारी सहित कई खेल संघों के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। स्वागत के बाद उनका सम्मान शाल, श्रीफल और स्मृति चिंह देकर किया गया। इस अवसर पर खेल संचालक जीपी सिंह ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है कि यहां पर पद्मश्री करतार सिंह के कदम पड़े हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी की तरफ से भी उनका स्वागत किया। खेल संचालक ने कहा कि हम यहां पर विभाग की तरफ से जल्द ही कुश्ती का एक प्रशिक्षण शिविर लगाएंगे जिसमें करतार सिंह को आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम में कांकेर के सांसद सोहन पोटाई भी उपस्थित थे।

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