प्रदेश की राजधानी रायपुर में २१ से २६ मार्च तक होने वाली राष्ट्रीय ओपन शतरंज स्पर्धा से प्रदेश के खिलाडिय़ों को बहुत फायदा होगा। इसके पहले दिल्ली में हुई १५ लाख की इनामी स्पर्धा में छत्तीसगढ़ और मप्र के खिलाडिय़ों ने मिलकर पांच लाख से ज्यादा का इनाम जीता है। यहां की स्पर्धा में प्रदेश के ५० खिलाडिय़ों के खेलने की संभावना है। छत्तीसगढ़ में लंबे समय बाद होने वाली स्पर्धा में खेलने आने के लिए देश भर के खिलाड़ी बेताब हैं।
चेस एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने शतरंज को एक बार फिर से आम आदमी से जोडऩे के लिए एक अलग तरह से योजना बनाई है। इसी योजना के तहत पहले दिल्ली में १५ लाख की एक इनामी ओपन राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया गया। इस स्पर्धा में छत्तीसगढ़ और मप्र के ८० खिलाड़ी खेले और ५ लाख से ज्यादा की इनामी राशि पर कब्जा जमाया। इस स्पर्धा के बाद अब रायपुर में पांच लाख की इनामी स्पर्धा का आयोजन २१ से २६ मार्च तक किया जा रहा है। इस स्पर्धा में खेलने के लिए प्रदेश के ही नहीं बल्कि पूरे देश के खिलाड़ी बेताब हैं। स्पर्धा में अब तक प्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा खिलाडिय़ों ने प्रवेश ले लिया है। छत्तीसगढ़ के करीब ५० खिलाडिय़ों के स्पर्धा में खेलने की संभावना जताई जा रही है। इसी के साथ यह भी उम्मीद है कि इस स्पर्धा में भी प्रदेश के खिलाड़ी जोरदार प्रदर्शन करेंगे।
जीएम-आईएम के न होने का फायदा मिलेगा
चेस फेडरेशन ने यहां की ओपन स्पर्धा में ग्रैंड मास्टर (जीएम) और अंतरराष्ट्रीय मास्टर (आईएम) को प्रवेश नहीं दिया है। यह स्पर्धा नए उभरते खिलाडिय़ों के साथ उन पुराने खिलाडिय़ों के लिए हैं जो जीएम और आईएम के रहने के कारण इनामों तक नहीं पहुंच पाते हैं। यही वजह है फेडरेशन ने एक अलग तरह की योजना बनाकर ऐसी ओपन स्पर्धाओं का पूरे देश में आयोजन करने का फैसला किया है।
रायपुर की अलग साख है
आयोजन के मामले में रायपुर की अपनी एक अलग साख है। छत्तीसगढ़ बनने के बाद यहां पर पहली बार २००१ में सब जूनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में जो कमाल हुआ उसने छत्तीसगढ़ को एक सफल मेजबान के रूप में स्थापित कर दिया। इसी आयोजन में बाहर से आए खिलाडिय़ों के साथ उनके परिजनों ने रायपुर को एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन देने की सिफारिश की थी। यही वजह रही कि इसके बाद रायपुर में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की मुख्यमंत्री ट्रॉफी जीएम चैंपियनशिप हुई। इस चैंपियनशिप में कई देशों के ग्रैंड मास्टर खेलने आए। इस स्पर्धा के बाद छत्तीसगढ़ का नाम पूरे विश्व में हुआ। यहां पर एक राष्ट्रीय स्पर्धा भी हुई। रायपुर में कुल चार बड़े आयोजन हुए। २००४ के बाद यहां पर आयोजन नहीं हो सका और अब लंबे अंतराल के बाद फिर से राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन होने जा रहा है। ऐसे में देश भर के शतरंज खिलाड़ी एक बार फिर से छत्तीसगढ़ आने को बेताब हैं। इस बार स्पर्धा में १०० अंतरराष्ट्रीय रेटिंग वाले खिलाड़ी आएंगे। स्पर्धा करीब ४०० खिलाडिय़ों के आने की संभावना है। स्पर्धा में कुछ फीडे मास्टर जरूर खेलेंगे।
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