आस्टेलिया में २० दिनों के प्रशिक्षण से हमारी भारतीय नेटबॉल टीम निखरी है और टीम में बहुत बदलाव आया है। अब जरूर हमारी टीम कामनवेल्थ में अच्छा प्रदर्शन करेगी। वैसे टीम का जो पिछले दो साल से ज्यादा समय से देश में प्रशिक्षण शिविर चल रहा है उसका भी फायदा मिलेगा।
ये बातें यहां पर चर्चा करते हुए भारतीय नेटबॉल टीम की कप्तानी रही और वर्तमान में भारत की संभावित टीम में शामिल रायपुर की प्रीति बंछोर ने कहीं। प्रीति भी भारत की २२ सदस्यीय टीम के साथ आस्ट्रेलिया के २० दिनों के दौरे पर गई थीं। वहां पर टीम ने कैनबरा के साथ सिडनी में जहां क्लबों से मैचों खेले वहीं वहां पर प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। प्रशिक्षण के बारे में प्रीति बताती हैं कि वहां प्रशिक्षण लेने से पहले हमारी टीम बेसिक रूप से कई बातों से अंजान थी। हमारी टीम की खिलाडिय़ों को वहां पर जाकर मालूम हुआ कि खेल में तेजी लाने के लिए क्या करना चाहिए। इसी के साथ हम लोगों ने वहां जाकर सीथा बॉल को पीछे से नहीं आगे से लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि वहां पर प्रशिक्षण लेने के बाद हमारी टीम में बहुत बदलाव आया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि गांधी नगर में दो साल से प्रशिक्षण शिविर चल रहा था अब यह शिविर कामनवेल्थ के प्रारंभ होने से पहले तक दिल्ली में चलेगा। पूछने पर प्रीति ने कहां कि कामनवेल्थ में स्वर्ण पदक या फिर किसी भी बात के जीतने का दावा आसान नहीं है क्योंकि स्पर्धा में आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमें भी रहेंगी। लेकिन हम इतना जरूर कह सकते हैं कि हमारी टीम का प्रदर्शन निराशाजनकनहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि करीब तीन साल तक प्रशिक्षण दिए जाने का फायदा भी टीम को मिलेगा। उन्होंंने बताया कि वह परीक्षा देने छुट्टी लेकर आई हैं।
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