राष्ट्रीय ओपन शतरंज की अंतिम बाजी में मेजबान छत्तीसगढ़ के रवि कुमार ने रूपेश कांत के साथ २३ चालों में ही बाजी ड्रा खेलकर आधा अंक बटोरा और इसी के साथ खिताब और एक लाख की इनामी राशि पर कब्जा कर लिया। यह पहला मौका है जब रवि कुमार को किसी स्पर्धा में खिताब जीतने का मौका मिला है। स्पर्धा में छत्तीसगढ़ के आनंद अवधिया जहां पांचवें स्थान पर रहे, वहीं दीपक राजपूत को सातवां स्थान मिला। इन दोनों खिलाडिय़ों को चौथे से आठवें स्थान पर रहने के कारण १४-१४ हजार की इनामी राशि मिली। स्पर्धा में कुल ६७ खिलाडिय़ों को पांच लाख की इनामी राशि बांटी गई। पहली वरीयता वाले फीडे मास्टर राधेश्याम गुप्ता को ३२वां स्थान मिला।
निरंजन धर्मशाला में आज सुबह के सत्र में स्पर्धा की ९वीं और अंतिम बाजी खेली गई। आठ में से आठ बाजियां जीतकर पहले स्थान पर चल रहे मेजबान छत्तीसगढ़ के रवि कुमार का मुकाबला अंतिम बाजी में दिल्ली की स्पर्ध में विजेता रहे रूपेशकांत से हुआ। ४० चालों के बाद अंत में रूपेशकांत अंक बांटने सहमत हो गए और इसी के साथ रविकुमार का खिताब के साथ एक लाख की इनामी राशि पर कब्जा हो गया। दूसरे स्थान पर मल्लेश्वर राव के साथ हरीश शर्मा ७.५ अंकों के साथ रहे। जिसके दूसरे और तीसरे स्थान की इनामी राशि को मिलाकर दोनों में बांटा गया। दोनों खिलाडिय़ों को ४२ हजार पांच सौ की राशि मिली। चौथे से आठवें स्थान की सूची में जहां चौथे नंबर पर राहुल वैद्य रहे, वहीं पांचवें नंबर पर छत्तीसगढ़ के आनंद अवाधिया, छठे नंबर पर दिल्ली के रूपेश कांत और सातवें नंबर पर छत्तीसगढ़ के दीपक राजपूत और आठवें नंबर पर शेर सिंग रहे। इन खिलाडिय़ों को १४-१४ हजार की नकद राशि दी गई।
नौवे ने १४वें स्थान के खिलाडिय़ों को ८ हजार, १५वें से ३१वें स्थान पर रहने वालों को पांच हजार पचास रुपए, ३२वें से ४५ स्थान के खिलाडिय़ों को दो हजार पांच सौ पचास रुपए और ४६वें से ६७ स्थान पर रहने वालों को १८-१८ सौ रुपए की राशि दी गई। कुल पांच लाख की इनामी राशि खिलाडिय़ों में बांटी गई। शाम के सत्र में पुरस्कार वितरण विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने किया।
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