एशियन फुटबॉल कप में खेलने जाने वाली सब जूनियर भारतीय फुटबॉल टीम में पहली बार छत्तीसगढ़ की दो खिलाड़ियों सुप्रिया कुकरेती और निकिता पन्ना का चयन किया गया है। दोनों खिलाड़ी रायपुर की हैं। दोनों के चयन से जिला फुटबॉल संघ बहुत खुश है क्योंकि इसके पहले मप्र के रहते भी किसी खिलाड़ी का भारतीय टीम में चयन नहीं हुआ था। दोनों खिलाड़ियों ने भारतीय टीम के प्रशिक्षण शिविर में जाने से पहले कहा भी था कि टीम में स्थान पाना उनका मकसद होगा और दोनों अपने मकसद में कामयाब भी हो गईं।
जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान के साथ दिवाकर थिटे ने बताया कि श्रीलंका में होने वाले एशियन फुटबॉल कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा तिरूअंतपुरम में भारतीय टीम के प्रशिक्षण शिविर के बाद आज की गई। भारतीय टीम में रायपुर की दो खिलाड़ियों सुप्रिया कुकरेती और निकिता पन्ना का भी चयन किया गया है। शिविर में छत्तीसगढ़ की तीन खिलाड़ी गर्इं थीं एक खिलाड़ी कोरबा की आस्टीन मदान भी थीं, उनका चयन नहीं हो पाया।
श्री प्रधान ने बताया कि यह पहला मौका है जब छत्तीसगढ़ की दो खिलाड़ियों को भारतीय टीम में स्थान मिला है। फुटबॉल से करीब से चार दशक से जुड़े श्री प्रधान ने बताया कि इसके पहले मप्र के रहते भी मप्र की किसी खिलाड़ी का चयन भारतीय टीम में नहीं हुआ था, ऐसे में यह हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि दोनों खिलाड़ी सप्रे स्कूल के मैदान में नियमित अभ्यास करती हैं। इन खिलाड़ियों को उनके साथ एनआईएस कोच सरिता कुजूर भी प्रशिक्षण देती हैं। यह हमारे जिला फुटबॉल संघ के लिए भी बहुत बड़ी उपलब्धि है।
आत्मविश्वास आया काम
तिरूअंतपुरम के प्रशिक्षण शिविर में जाने से पहले चर्चा करते हुए सुप्रिया कुरकेती एवं निकिता स्विसपन्ना ने काफी आत्मविश्वास के साथ कहा था कि उनको अपने खेल पर भरोसा है और उनका चयन जरूर टीम में हो जाएगा। इनके आत्मविश्वास के साथ मेहनत ने रंग दिखाया और दोनों खिलाड़ियों का चयन भारतीय टीम में हो गया है। सुप्रिया तीन साल से फुटबॉल खेल रही हैं और अब तक चार राष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेल चुकी हैं। पहली बार वहां 2007 में भुवनेश्वर में खेली थीं, इसके बाद अगले साल 2008 में वह फिर अंडर 13 की राष्ट्रीय स्पर्र्धां में खेलीं। 2009 में राष्ट्रीय स्कूली स्पर्धा और इस साल चेन्नई में वह राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलीं तो इसी स्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन भारत की संभावित टीम में हो गया था। निकिता को अभी एक साल भी नहीं हुआ है खेलते। इस एक साल में वह राष्ट्रीय स्कूली खेलों के साथ चेन्नई की राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलीं और भारत की संभावित टीम में शामिल हो गर्इं थी। यह दोनों 12 साल की खिलाड़ी हैं।
लड़कियों में फुटबॉल का क्रेज बढ़ेगा
फुटबॉल के कोच मुश्ताक अली प्रधान कहते हैं कि अब इसमें कोई दो मत नहीं है कि हमारे मैदान की दो खिलाड़ियों का चयन भारतीय टीम में होने से राजधानी में नहीं बल्कि प्रदेश में लड़कियों में फुटबॉल का क्रेज बढ़ेगा। प्रदेश में महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की कमी रही है जो इन खिलाड़ियों के भारतीय टीम में आने से अब नहीं रहेगी और दूसरी लड़कियों भी जरूर इनसे प्रेरणा लेकर फुटबॉल से जुड़ेंगी।
अपनी खिलाड़ियों पर गर्व है
सप्रिया और निकिता की एनआईएस कोच सरिता कुजूर कहती हैं कि उनको अपनी इन खिलाड़ियों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि मैंने भी अपनी खिलाड़ियों के साथ इनके प्रशिक्षण शिविर में जाने से पहले कहा था कि जरूर दोनों भारतीय टीम में स्थान बना लेंगी और इन्होंने ऐसा करके अपने राज्य का नाम रौशन किया है।
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