प्रदेश के खिलाडिय़ों का अब आनलाइन पंजीयन करने की योजना खेल विभाग ने बनाई है। इसके लिए जहां फार्म डिजाइन कर लिया गया है, वहीं इस फार्म को खेल विभाग की वेबसाइड में अपलोड करने की प्रक्रिया चल रही है। इस पंजीयन फार्म के भर जाने से जहां ओवरएज खिलाडिय़ों पर अंकुश लगेगा, वहीं ग्रामीण खेलों में शहरी खिलाड़ी भी नहीं खेल पाएंगे।
प्रदेश में किस खेल में कितने खिलाड़ी हैं, इसकी जानकारी अब तक न तो किसी भी खेल संघ के पास है और न ही खेल विभाग के पास। इसी के साथ यदा-कदा खेल विभाग के बाद इस बात की भी शिकायत आती है कि ओवरएज खिलाड़ी खेल रहे हैं। एक और शिकायत जो आम है वह ग्रामीण खेलों में शहरी खिलाडिय़ों के खेलने की। ऐसे में खेल संचालक जीपी सिंह ने सोचा कि क्यों न खिलाडिय़ों का पंजीयन करवाया जाए जिससे विभाग के पास हर खेल के खिलाडिय़ों की जानकारी हो सके। खिलाडिय़ों को अपना पंजीयन करवाने के लिए विभाग के पास आने की भी जरूरत न पड़े इस बात को ध्यान में रखते हुए खिलाडिय़ों का पंजीयन आन लाइन करने की योजना बनाई गई। इस योजना को अब अमीलीजाम पहनाने का काम विभाग कर रहा है। इसके लिए फार्म का डिजाइन बना लिया गया है और इसे अब खेल विभाग की वेवसाइड में अपलोड किया जाएगा। इसके लिए हालांकि अभी समय लगेगा, लेकिन इस फार्म के वेबसाइड में अपलोड होने के बाद इस फार्म को खिलाड़ी अपने शहर और गांव में बैठकर ही भर लेंगे।
फार्म की डिजाइन के बारे में राजधानी के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे बताते हैं कि इसे उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बनाया है। यह फार्म खिलाडिय़ों से तब भरवाया जाएगा जब खिलाड़ी विभाग की किसी स्पर्धा में खेलेंगे। खिलाडिय़ों का पंजीयन विकासखंड स्तर से होगा। फार्म में खिलाडिय़ों का अपना पूरा लेखा-जोखा देना होगा।
ओवरएज पर लगेगा अंकुश
खिलाडिय़ों के पंजीयन से एक फायदा यह होगा कि ओवरएज पर अंकुश लग सकेगा। जानकारों का कहना है कि एक बार किसी भी खिलाड़ी द्वारा आनलाइन जानकारी देने के बाद उसको दूसरी बार में बदलना संभव नहीं होगा। अभी तो खिलाड़ी किसी स्पर्धा में कुछ तो किसी और स्पर्धा में कुछ और जानकारी देकर खेल लेते हैं। प्रदेश में ओवरएज खिलाडिय़ों पर आज तक अंकुश लगाने में न तो खेल संघ, खेल विभाग और स्कूली शिक्षा शिक्षा विभाग सफल हो सका है। सबसे ज्यादा ओवरएज खिलाड़ी स्कूली खेलों खेलते हैं।
ग्रामीण खेलों में नहीं खेल पाएंगे शहरी खिलाड़ी
प्रदेश में अक्सर ग्रामीण खेलों में शहरी खिलाडिय़ों के खेलने की शिकायत मिलती है, लेकिन अब तक इस कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। खिलाडिय़ों का पंजीयन होने से शहरी खिलाडिय़ों को ग्रामीण खेलों में खेलने का मौका नहीं मिल पाएगा। शिकायत होने पर पंजीयन फार्म देखने से मालूम हो जाएगा कि कौन शहरी खिलाड़ी है और ग्रामीण खिलाड़ी।
1 टिप्पणी:
यह अच्छी खबर है भाई ।
एक टिप्पणी भेजें