सोमवार, 6 सितंबर 2010

कालेज की लड़कियों में भी टेनिस की दीवानगी

यूनियन क्लब के लॉन टेनिस कोर्ट पर कॉलेज गल्र्स के बीच कांटे का मुकाबला चल रहा है। हर खिलाड़ी का एक ही प्रयास है कि वह किसी भी तरह से मैच जीतकर आगे बढ़े और रविशंकर विश्वविद्यालय की टीम में स्थान बनाने में सफल हो। यह दूसरा ही मौका है जब रविवि की लॉन टेनिस की बनी है जो उत्तर-पूर्वी अंतर विवि चैंपियनशिप में खेलने के लिए जाएगी। पिछले साल से ही राजधानी की कॉलेज गल्र्स में टेनिस का क्रेज बढ़ा है और यहां की खिलाड़ी भी अब सानिया मिर्जा की तरह अपना और अपने राज्य के साथ देश का नाम रौशन करने का सपना देखने लगी हैं।
छत्तीसगढ़ कॉलेज की मेजबानी में जब यूनियन क्लब में अंतर कॉलेज महिला लॉन टेनिस का आगाज किया गया तो यहां पर पांच कॉलेजों की छह खिलाड़ी ही खेलने पहुंची। इन खिलाडिय़ों में दिशा कॉलेज की दो, मेजबान छत्तीसगढ़ कॉलेज, साइंस कॉलेज, महंत कॉलेज और मैट्स कॉलेज की एक-एक खिलाड़ी थी। मेजबान कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारी एसए रिजवी ने बताया कि मुकाबले में महज ६ खिलाडिय़ों के होने के कारण खिलाडिय़ों के बीच लीग मैच करवाए गए ताकि इनको सभी से खेलने का मौका मिले और अच्छी टीम बने। उन्होंने बताया कि यह दूसरा ही साल है जब रविवि की टीम उत्तर-पूर्वी अंतर विवि में खेलने के लिए जाएगी। इसके पहले कभी लॉन टेनिस में कॉलेज की लड़कियांं खेलने नहीं आती थीं। लेकिन पिछले साल ने आने लगीं है। उन्होंने बताया कि लीग मैचों के बाद जो पहले चार स्थानों पर खिलाड़ी आई हैं, वहीं खिलाड़ी चंडीगढ़ में होने वाली स्पर्धा में खेलने जाएंगी। पहले नंबर पर मेजबान छत्तीसगढ़ की कॉलेज की ज्योति सिंह, दूसरे स्थान पर महंत कॉलेज की रौशनी सिंह, तीसरे स्थान पर दिशा कॉलेज की अंकिता उपवेजा और चौथे स्थान पर साइंस कॉलेज की अंकिता पैकरा रहीं।
अब तो ग्रामीण खिलाड़ी भी सामने आएंगे
प्रदेश लॉन टेनिस संघ के साथ यूनियन क्लब के भी सचिव गुरूचरण सिंह होरा का कहना है कि जिस तरह से अपने राज्य में टेनिस का क्रेज बढ़ रहा है उससे यह बात तय है कि अब वह दिन भी दूर नहीं है जब इस खेल में ग्रामीण स्तर की प्रतिभाएं भी सामने आने लगेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी इस खेल को बढ़ाने के लिए गंभीर हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ क्लब में युगल स्पर्धा के समापन में यह घोषणा कर दी है कि राज्य के हर जिले में टेनिस का एक कोर्ट बनाया जाएगा। जिस दिन ऐसा हो गया तो हर जिले से टेनिस के बालक और बालिका खिलाड़ी सामने आने लगेंगे। उन्होंने बताया कि वैसे बस्तर के खिलाड़ी भी टेनिस में काफी समय से खेल रहे हैं। श्री होरा ने कहा कि अब लोग के इस भ्रम को हमारा संघ तोडऩे का काम करेगा कि लॉन टेनिस अमीरों का खेल है। उन्होंने बताया कि चाहे वह स्कूली की लॉन टेनिस स्पर्धा हो या फिर कॉलेज की इसके लिए हमारे क्लब का मैदान हमेशा दिया जाता है। उन्होंने बताया कि बैडमिंटन के हॉल के पास में जो एक टेनिस का कोर्ट है उसे भी अब सिंथेटिक बनाने का काम क्लब करने वाला है। इसे जल्द से जल्द सिंथेटिक बना दिया जाएगा।

1 टिप्पणी:

ओशो रजनीश ने कहा…

चलिए कम से कम टेनिस में तो डोप टेस्ट नहीं होता, यहाँ तो इज्जत बच जाएगी
यहाँ भी आइये : --
(आजकल तो मौत भी झूट बोलती है ...)
http://oshotheone.blogspot.कॉम

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