गुरुवार, 2 सितंबर 2010

स्कूल ३००, हॉकी की तीन टीमें भी नहीं

देश के राष्ट्रीय खेल हॉकी का रायपुर जिले के स्कूलों में यह हाल है कि जिले के ३०० स्कूलों में से तीन स्कूलों में भी हॉकी की टीमें नहीं हैं। बुधवार को जब रायपुर जिले की टीमों का चयन ट्रायल आयोजित किया गया तो यहां पर बालक वर्ग में जहां रायपुर के साथ गरियाबंद की टीमें आईं, वहीं बालिका वर्ग में रायपुर के साथ माना बस्ती की ही टीमें आईं। गरियाबंद में ८ सितंबर से होने वाली संभागीय स्पर्धा के लिए अंडर १४, १७ और अंडर १९ की बालक और बालिका टीमों का चयन ट्रायल बुधवार को राजकुमार कॉलेज में आयोजित किया गया। इस चयन ट्रायल में यह देखने को मिला कि रायपुर की तो तीनों वर्गों की टीमें आई थीं। लेकिन अन्य स्थानों से कोई टीमें नहीं आई थी। गरियाबंद से अंडर १४, १७ और १९ की बालक टीमें आई थीं। बालिका वर्ग में माना बस्ती की टीमें थीं। इनके बीच ही मैचों का आयोजन करके रायपुर की टीमें बनाने की खानापूर्ति की गई। कुछ स्थानों से पूरी टीमें न होने पर खिलाडिय़ों को भेजा गया था। रायपुर जिले के जिला खेल अधिकारी (स्कूली शिक्षा) सीएस बघेल का कहना है कि विभाग में खेलों का कैलेंडर बनाने के बाद जिले के सभी स्कूलों को भेजने के बाद यह हाल है कि कोई भी स्कूल टीमें भेजने में रूचि ही नहीं लेता है। इधर खेलों के जानकार कहते हैं कि शिक्षा विभाग हॉकी क्या किसी भी खेल में गंभीरता से ध्यान नहीं देता है। अगर गंभीरता से ध्यान दिया जाए तो हर खेल में कई टीमें निकल सकती है। इसका उदाहरण देते हुए जानकार बताते हैं कि स्कूल स्तर की जब कोई क्लब स्पर्धा करवाता है तो उसमें कैसे टीमें खेलने आज जाती हैं, लेकिन स्कूलों की स्पर्धा में टीमें क्यों नहीं आ पाती है यह सोचने वाली बात है।

1 टिप्पणी:

समयचक्र ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति...
जन्माष्टमी पर्व के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाये...
आज आपकी एक लाइना चिट्ठी चर्चा समयचक्र पर

जय श्रीकृष्ण

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