शनिवार, 25 सितंबर 2010

खेल देश का खून है:शेखर दत्त


ओलंपिक, कामनवेल्थ, और एशियाड में जब अपने देश का कोई खिलाड़ी पदक जीतता है तो अपने देश का तिरंगा फहराए जाने के साथ राष्ट्र गान भी बजाया जाता है। खेलों में देश के लिए जीतने से देश की शान बढ़ती है। अगर खेलों को देश का खून कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
ये बातें यहां पर अखिल भारतीय लॉन टेनिस टैलेंट सीरिज के समापन अवसर पर राज्यपाल शेखर दत्त ने कहीं। उन्होंने कहा कि टेनिस में देश का नाम ऊंचा करने का काम अपने लिएडंर पेस, महेश भूपति, रोहन बोपन्ना, सोम देवबर्मन ने किया है। उन्होंने कहा कि टेनिस ऐसा है जिसमें छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी भी बहुत आगे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर देश की जो नई पौध खेलने आई है उसके लिए मैं खिलाडिय़ों के कोच और पालकों को श्रेय देता हूं। राज्यपाल ने कहा कि बच्चे खेलों में आगे आए यह बहुत जरूरी है। लेकिन यह तभी संभव है जब बच्चों के पालक खेलों में रूचि दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय आयोजन एक अच्छी शुरुआत है। यहां पर और भी खेलों के आयोजन होने चाहिए। उन्होंने कहा कि जब यहां पर कामनवेल्थ की बैटन रिले का आयोजन किया गया था तो एक नारा सुनने को मिला था कि छत्तीसगिढय़ां सबले बढिय़ा। उन्होंने कहा कि यह नारा हर खेल में नजर आना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में प्रतिभाओं की कमी नहीं है।
छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी भारतीय टीम में आएं: कपिल
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में आए भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा कि उनको यहां पर टेनिस के छोटे-छोटे सितारों को देखकर अच्छा लगा। मैंने यहां पर युगल में छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों का भी खेल देखा। कपिल देव ने कहा कि जिस तरह से मुङो यहां आयोजन में पूरा प्रशासन नजर आ रहा है उससे लगता है कि छत्तीसगढ़ में जैसा खेल का माहौल है वैसा और कहीं नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि आपके यहां सुविधाओं की भी कमी नजर नहीं आती है। कपिल देव ने कहा कि मैं ऐसा सोचता हूं कि यहां के टेनिस खिलाडिय़ों को भी भारतीय टीम में होना चाहिए। आप इसके लिए मेहनत करें तो सफलता जरूर मिलेगी। कपिल देव ने कहा कि मैं यहां २०-२५ साल पहले आया था, पुराने दिनों को दिमाग के कम्प्यूटर में टटोल रहा था कि पहले के रायपुर में और अब के रायपुर में क्या अंतर है। आज यहां यह शहर अब बड़ा शहर हो गया है और अब यह छत्तीसगढ़ की राजधानी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का उल्लेख करते हुए कहा कि मैं स्टेडियम देखने गया था, सच बताऊं मैं स्टेडियम देखकर दंग रह गया। आपने तो एक बड़ा ताजमहल खड़ा कर दिया है। मैं कहना चाहता हूं कि जब ताजमहल खड़ा किया है तो उनका उपयोग होना चाहिए। स्टेडियम में किसी भी तरह का आयोजन जरूरी है। आयोजन नहीं करेंगे तो वह खंडहर हो जाएगा। कपिल ने बताया कि मुङो यहां काफी प्यार से बुलाया गया था मैं यहां का प्यार और अपनापन देखर अभिभुत हूं। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि मैं आप लोगों के लिए क्या कर सकता हूं लेकिन मुङो जब भी याद किया जाएगा मैं जरूर आऊंगा।
छत्तीसगढ़ खेलों में नंबर वन होगा: सिसोदिया
प्रदेश लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया ने इस अवसर पर कहा कि अपने राज्य में जिस तरह की सुविधाएं सरकार दे रही हैं, उससे यह तय है कि छत्तीसगढ़ बहुत जल्द खेलों में नंबर वन हो जाएगा। उन्होंने स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्पर्धा में ९ राज्यों के खिलाडिय़ों ने भाग लिया और अंडर १२ के साथ १४ वर्ग में एकल मुकाबलों के साथ अंडर १४ में युगल मुकाबलों का भी आयोजन किया गया। समापन समारोह में खेल सचिव सुब्रत साहू, खेल संचालक जीपी सिंह, डीजीपी विश्वरंजन, छत्तीसगढ़ क्लब के सचिव विकासशील,प्रदेश टेनिस संघ के सचिव गुरुचरण सिंह होरा, डॉ. ए. फरिश्ता के साथ लॉन टेनिस संघ के पदाधिकारी और कई खेल संघों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
पार्थ दीक्षित-सार्थक की जोड़ी उपविजेता बनी
मेजबान छत्तीसगढ़ के हाथ युगल में एक उपविजेता का ही खिताब लगा। अंडर १४ में पार्थ दीक्षित और सार्थक देवरस की जोड़ी का मुकाबला अतिथियों के सामने हुआ। यहां पर इस जोड़ी को शीर्ष वरीयता वाले यश यादव के साथ युवराज सिंह रंघुवंघी की जोड़ी से १-८ से मात खानी पड़ी। पार्थ-सार्थक की जोड़ी को भले मैच हारना पड़ा लेकिन उनके खेल से दर्शकों का दिल जीत लिया। इधर बालिका वर्ग में दोनों वर्गों के खिताब पर एपी की निधी सुरापेनैनी ने कब्जा जमाया। अंडर १२ के फाइनल में निधी ने महाराष्ट्र की मिहिका यादव को सीधे सेटों में ६-३, ६-१ से मात दी। लेकिन अंडर १४ के फाइनल में जब इन दोनों के बीच मुकाबला हुआ तो यहां पर छुटकी मिहिका यादव ने निधी को पसीना बहाने के लिए मजबूर कर दिया। पहला सेट को मिहिका ने ६-२ से जील लिया, लेकिन दूसरे सेट में टाईब्रेकर के बाद निधी ने सेट ७-६ से जीता। तीसरे सेट में फिर से कांटे के मुकाबले की संभावना थी, पर लेकिन यहां पर निधी के अनुभव के सामने मिहिका की दाल नहीं गली और उसे इस सेट में निधी ने ६-२ से मात देकर मैच २-६, ७-६, ६-२ से जीत लिया। निधी ने अपना तीसरा खिताब युगल वर्ग में मिहिका के साथ मिलकर जीता। इस जोड़ी ने वैभवी और तन्मयी की जोड़ी को ६-२, ६-२ से हराया।
बालक वर्ग में शीर्ष वरीयता वाले यश यादव ने भी तिहरा खिताब जीता। उन्होंने भी अंडर १२ और १४ के एकल में अपने ही राज्य मप्र के युवराज सिंह रघुवंशी को मात दी। अंडर १२ में यश ६-४, ६-२ से और अंडर १४ में ६-२, ६-२ से जीते। इसके बाद इस जोड़ी ने युगल खिताब भी जीता।
कार्यक्रम के अंत में विजेता खिलाडिय़ों को अतिथियों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। छत्तीसगढ़ की खिलाडिय़ों आयुशी चौहान और नवनी सिसोदिया का भी सम्मान किया गया।

2 टिप्‍पणियां:

ओशो रजनीश ने कहा…

अच्छी रचना पोस्ट की है ........
सही कहा ... जिसे कलमाड़ी जैसे भ्रष्ट लोग पी रहे है

यहाँ भी आये और अपनी बात कहे :-
क्यों बाँट रहे है ये छोटे शब्द समाज को ...?

गजेन्द्र सिंह ने कहा…

बहुत सुन्दर और ज्ञानवर्धक जानकारी दी है

पढ़िए और मुस्कुराइए :-
क्या आप भी थर्मस इस्तेमाल करते है ?

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