नेताजी स्टेडियम में संगीत की धुन पर खिलाड़ी रस्सियों से खेल रहे थे मंच पर बैठीं खेल मंत्री लता उसेंडी, खेल संचालक जीपी सिंह के साथ सभी खेलों के पदाधिकारी और करीब २००० खिलाड़ी सांसे थामे खिलाडिय़ों के करतब देख रहे थे। अब तक जंप रोप के बारे में सिर्फ सुनने वाले खिलाडिय़ों को जब इस खेल से रूबरू होने का मौका मिला तो सभी खिलाडिय़ों इसको देखने के लिए बेकाबू हो गए और अपने-अपने स्थानों ेसे उठकर मंच के करीब आ गए।
नेताजी स्टेडियम में २१ खेलों के समापन समारोह में जब नए खेल रस्सी कूद का प्रदर्शन किया गया तो किसी को मालूम नहीं था कि वास्तव में रस्सी के खेल में कैसे-कैसे कमाल दिखाए जा सकते हैं। लेकिन खिलाडिय़ों से अलग-अलग करतब दिखाने का काम किया तो खेलमंत्री,खेल संचालक के साथ सभी खेलों के खिलाड़ी वाह-वाह कर उठे। वैसे भी यह खेल हर खेलों का बेस माना जाता है। किसी भी खेल का ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं होगा जिसने फिटनेस के लिए रस्सी कूदने का सहारा न लिया होगा। लेकिन रस्सी कूदने वाले खिलाड़ी नहीं जानते थे कि रस्सी कूदने में ऐसा भी होता है। सभी खिलाडिय़ों ने कहा कि वास्तव में कमाल का है यह खेल। कोई भी खिलाड़ी इस खेल के करतब से वंचित नहीं होना चाहता था, सभी ने खेल देखने के लिए अपना-अपना स्थान छोड़कर मंच के सामने ही घेरा बना लिया था, सभी खिलाड़ी बड़ी उत्सुकता से खेल देख रहे थे। खेल समाप्त होने पर सभी ने खिलाडिय़ों का सम्माने तालियां बजाकर किया।
1 टिप्पणी:
जंप रोप वाकई एक कठिन खेल है।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
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