शुक्रवार, 19 जून 2009

राजधानी में फुटबॉल स्कूल

छत्तीसगढ़ के फुटबॉल खिलाडिय़ों को ३४ सालों से तैयार करने का काम करने के साथ ही फुटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन करने वाली शेरा क्रीड़ा समिति अब फुटबॉल का एक स्कूल १५ अगस्त से राजधानी में प्रारंभ करने जा रही है। इस स्कूल के लिए ४५ खिलाडिय़ों का चयन कर लिया गया है। अब इनके नामों की घोषणा प्रशिक्षण शिविर के समापन में २ जुलाई को खेलमंत्री सुश्री लता उसेंडी करेंगी।

शेरा क्रीड़ा समिति की १९७५ में स्थापना करने वाले फुटबॉल खिलाड़ी मुश्ताक अली प्रधान ने बताया कि रायपुर में पिछले ३४ सालों से फुटबॉल के साथ हॉकी को जिंदा रखने वाली इस संस्था ने अब पहले कदम पर फुटबॉल का एक स्कूल राजधानी में खोलने का फैसला किया है। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। सप्रे स्कूल में इसका आगाज १५ अगस्त को किया जाएगा। इस स्कूल में खिलाडिय़ों को डे बोर्डिंग के आधार पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्कूल के लिए प्रशिक्षण शिविर से ४५ खिलाडिय़ों का चयन कर लिया है। यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि इस समय समिति का सप्रे स्कूल में ८२ दिनों का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। जिसमें १७२ खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन्हीं खिलाडिय़ों में से ४५ खिलाडिय़ों का चयन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया गया है। चुने गए ज्यादातर खिलाड़ी गरीब तबके के खिलाड़ी हैं। इन सभी खिलाडिय़ों के नामों की घोषणा खेलमंत्री लता उसेंडी से २ जुलाई को शिविर के समापन के दिन करवाई जाएगी।


खिलाडिय़ों को दिलाएंगे गोद - श्री प्रधान ने पूछने पर बताया कि जिन खिलाडिय़ों का चयन किया गया है उनको गोद दिलाने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक खिलाड़ी के पीछे माह में महज ६०० रुपए का खर्च आएगा। इन पैसों के खिलाडिय़ों के लिए सामान और उनके लिए खाने आदि का इंतजाम किया जाएगा। बकौल श्री प्रधान उनकी संस्था का इरादा ४५ ऐसे लोगों को संस्था से जोडऩे का है जो एक-एक खिलाड़ी का खर्च उठा सकें। उन्होंने बताया कि आगे चल कर जिले के १५ विकासखंडों से भी एक-एक खिलाड़ी का चयन किया जाएगा। इनके रहने के साथ शिक्षा का खर्च भी समिति वहन करेगी। खिलाडिय़ों के रहने के लिए समिति का कार्यालय है जहां पर १५ खिलाडिय़ों को रखने की पर्याप्त जगह है। उन्होंने पूछने पर बताया कि स्कूल प्रारंभ करने का मकसद पहले कदम पर राजधानी के साथ रायपुर जिले के खिलाडिय़ों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मैचों में खेलने का मंच देना है। खिलाडिय़ों के लिए प्रशिक्षकों को मानदेय देकर रखा जाएगा।

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