प्रदेश के शतरंज खिलाड़ी श्रेयांस डाकलिया भारत की जूनियर शतरंज टीम में स्थान बनाने वाले छत्तीसगढ़ के पहले खिलाड़ी बन गए हैं। वे अब भारत की टीम के साथ श्रीलंका में होने वाली एशियन चैंपियनशिप में खेलने के लिए जाएंगे। यह चैंपियनशिप वहां पर एक से ८ जुलाई तक होगी। इसके बाद नीदरलैंड में होने वाली तीन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी श्रेयांस खेलने जाएंगे।
यह जानकारी देते हुए श्रेयांस के साथ उनके पिता नरेन्द्र डाकलिया ने बताया कि श्रेयांसने इस बार औरंगाबाद में खेली गई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जहां दूसरा स्थान प्राप्त किया, वहीं आन्ध्र प्रदेश में खेली गई राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप में पांचवां स्थान प्राप्त किया। इन दो चैंपियनशिप में किए गए उनके प्रदर्शन के आधार पर एशियन चैंपियनशिप में खेलने जाने वाली ६ सदस्यों की टीम में श्रेयांस को भी शामिल किया गया है। यह चैंपियनशिप श्रीलंका में १ से ८ जुलाई तक होगी। इस चैंपियनशिप के साथ भारत सरकार ने भारत की इसी शतरंज टीम को नीदरलैंड में तीन चैंपियनशिप खेलने के लिए भी भेजने का फैसला किया है। यह चैंपियनशिप वहां पर १० जुलाई से ८ अगस्त तक होगी। श्रेयांस ने बताया कि वह नीदरलैंड में तीन के स्थान पर दो चैंपियनशिप में भाग लेंगे और फिर दिल्ली वापस आ जाएंगे। वापस आने का कारण उन्होंने बताया कि दिल्ली में १ से ३ अगस्त तक अंडर १८ साल की एशियन चैंपियनशिप होगी जो उनके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है।
श्रेयांस ने पूछने पर बताया कि इस समय अंडर १८ साल में उनकी भारत में ८वीं और एशिया में २४वीं रंकिंग हैं। उन्होंने बताया कि पिछले माह भुवनेश्वर मे खेली गई रेटिंग चैंपियनशिप में वे अंतरराष्ट्रीय मास्टर का एक नार्म पाने से चूक गए थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने यूक्रेन की महिला ग्रैंड मास्टर जेड. नतालिया के साथ बंगलादेश के नियाज मोसीद से तो बाजी जीत ली, पर अपने देश के ग्रैंड मास्टर पी. कोंगुवेल से मात खा गए। ऐसे में उनको नार्म नहीं मिल पाया। अगर तीन जीएम या एएम से बाजी जीतने का मौका मिलता है तो अंतरराष्ट्रीय मास्टर का एक नार्म मिल जाता है। उन्होंने बताया कि ओलंपियन मो. रफीक खान को उन्होंने नागपुर की एक चैंपियनशिप में मात दी थी। श्रेयांस ने पूछने पर बताया कि वे अब तक ३० राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेल चुके हैं।
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