रविवार, 7 जून 2009

कुपोषण रैली में राजधानी के खिलाड़ी छाए

कुपोषण के खिलाफ राजधानी रायपुर में निकाली गई रैली में खिलाडिय़ों ने जोरदार भागीदारी देते हुए सबको मोहित कर लिया। २१ खेलों के ८०० से ज्यादा खिलाड़ी इसमें शामिल हुए। रैली में सबसे आकर्षक बाजे-गाजे थे जिसकी धुन पर खिलाड़ी थिरकते हुए रैली में शामिल हुए। खिलाडिय़ों के प्रशिक्षकों और खेल संघों के पदाधिकारियों को पगड़ी पहनाकर सजाया गया था। रैली को देखकर ऐसा लग रहा था कि कोई बारात निकली है।

प्रदेश सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पूरे राज्य में शनिवार को कुपोषण रैली का आयोजन किया गया। राजधानी रायपुर की रैली में खिलाडिय़ों ने अपनी भागीदारी देते हुए सबको चौका दिया। वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे द्वारा इस रैली की योजना बनाई गई थी। उन्होंने राजधानी में चलाए जा रहे विभाग के प्रशिक्षण शिविर के सभी खिलाडिय़ों को रैली में शामिल होने का आव्हान किया था। इस समय विभाग का २१ खेलों का शिविर चल रहा है। इन खेलों, फुटबॉल, कराते, हॉकी, वालीबॉल, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, जूडो, जिम्नास्टिक, ताइक्वांडो, जंप रोप, नेटबॉल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, वूशू, भारोत्तोलन, एथलेटिक्स के आदि खेलों के करीब ८०० खिलाड़ी शाम को नेताजी स्टेडियम में जुटे। इन खिलाडिय़ों के साथ इनके कोच और खेल संघों के पदाधिकारी भी आए। खेल संघों में कैरम संघ और एथलेटिक क्लब के भी पदाधिकारी शामिल हुए। इन सभी को पगड़ी पहनाकर इनका सम्मान किया गया। खिलाडिय़ों की रैली में उनका हौसला बढ़ाने के लिए खेल संचालक जीपी सिंह भी आए।

इसके बाद बाजे-गाजे के साथ यह रैली निकाली गई जो गास मेमोरियल सेंटर पहुंची। वहीं से मुख्य रैली का आयोजन किया गया था। यहां पर रैली के पहुंचते ही एक माहौल बन गया। इसके पहले सभी वहां पर पंडाल में शांत बैठे थे, लेकिन खिलाडिय़ों की रैली के पहुंचते ही सभी में उत्साह आ गया। थोड़ी देर बाद ही अचानक बारिश शुरू हो गई। इसमें भी खिलाडिय़ों का उत्साह कम नहीं हुआ और खिलाड़ी संगीत की धुन पर थिरकते रहे। बारिश बंद होते ही खिलाडिय़ों ने रैली में सबसे सामने मोर्चा संभाल लिया। यह रैली गास मेमोरियल से मेडिकल कॉलेज के सभागृह तक गई जहां पर मुख्य कार्यक्रम होना था।

1 टिप्पणी:

डॉ. मनोज मिश्र ने कहा…

अच्छी रिपोर्ट .

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