बुधवार, 10 जून 2009

एस्ट्रो-टर्फ के लिए साइंस कॉलेज ही उपयुक्त



प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह द्वारा राजधानी में एस्ट्रो टर्फ के लिए साइंस कॉलेज मैदान को मंजूरी देने का हॉकी बिरादरी ने एक स्वर में स्वागत करते हुए कहा कि साइंस कॉलेज ही उपयुक्त स्थान है एस्ट्रो टर्फ लगाने के लिए। साइंस कॉलेज के मैदान में पार्किंग से लेकर मैदान के रखरखाव में कोई समस्या आने वाली नहीं है।


प्रदेश के खेल विभाग ने एक नई योजना के तहत राजधानी में नेताजी स्टेडियम और कोटा स्टेडियम में बनने वाले एस्ट्रो टर्फ का स्थान बदल कर साइंस कॉलेज कर दिया है। ऐसा करने के पीछे कारण यह रहा है कि जहां नेताजी स्टेडियम तकनीकी रूप से गलत बना है और छोटा है वहीं कोटा स्टेडियम में जमीन का विवाद चल रहा है, साथ ही रविशंकर विवि उसका उपयोग बीपीएड और एमपीएड के लिए करना चाहता है। ऐसे में खेल विभाग ने साइंस कॉलेज में पड़ी खेल विभाग की ३४ एकड़ जमीन पर ही एस्ट्रो टर्फ लगाने की योजना बनाकर इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह से मंजूरी ले ली है। मुख्यमंत्री की मंजूरी से हॉकी खिलाड़ी काफी खुश हैं। हालांकि कुछ खिलाड़ी नेताजी स्टेडियम में भी एस्ट्रो टर्फ लगाने के पक्ष में हैं, लेकिन सरकार के फैसले का सबने स्वागत ही किया है। हॉकी से बरसों से जुड़े रहने वाली कोच मुश्ताक अली प्रधान के साथ पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी शेख समीर, कोच नजीर अहमद, पूर्व खिलाड़ी नासीर अली, रवि राज पिल्ले, शहनवाज सुल्तान, परवेज शकीलुद्दील, अरूण शर्मा के अलावा एथलेटिक क्लब के सचिव मंसूर अहमद खान का एक स्वर में कहना है कि खेल विभाग का फैसला स्वागत योग्य है। इनका साफ तौर पर कहना है कि जब आज की तारीख में नेताजी स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ नहीं लगा है तो इसका रखरखाव नहीं हो पा रहा है। नगर निगम इस दिशा में ध्यान ही नहीं देता है। स्टेडियम को कभी भी किसी भी आयोजन के लिए दे दिया जाता है, इसको जब मर्जी हो अस्थाई जेल बना दिया जाता है। ऐसे में अगर यहां पर एस्ट्रो टर्फ लगा दिया गया तो फिर क्या गारंटी है कि इसका उपयोग अन्य किसी कार्य के लिए नहीं किया जाएगा। इनका कहना है कि एक तो मैदान की दिशा भी गलत है और मैदान काफी छोटा भी है। ऐसे में साइंस कॉलेज का मैदान ज्यादा उपयुक्त है। इसका चयन किया गया है तो यह बिलकुल सही फैसला है। हॉकी के राष्ट्रीय अंपायर नोमान अकरम हामिद कहते हैं कि साइंस कॉलेज में एस्ट्रो टर्फ लगाने का फैसला सही है, पर नेताजी स्टेडियम को भी इस सुविधा ने वंचित नहीं करना चाहिए। इनका कहना है कि अगर थोड़ी सी मेहनत की जाए तो दिशा को ठीक किया जा सकता है।


महिला खिलाड़ी ज्यादा खुश- साइंस कॉलेज में एस्ट्रो टर्फ लगने की खबर से महिला खिलाड़ी ज्यादा खुश हैं कारण यह कि इनके पास आज तक एक मैदान नहीं है खेलने के लिए अभी महिला खिलाड़ी पुलिस मैदान में अभ्यास करती हैं लेकिन यह मैदान इनको नियमित नहीं मिल पाता है। एनआईएस कोच रश्मि तिर्की के साथ पुलिस मैदान में अभ्यास करने वाली खिलाडिय़ों चन्द्रकांता साहू, ललिता जांगड़े, रूचि बुंदेल, पूजा गिरी, निकिता धनकर, संध्या पाल उषा गिरी, वंदना ध्रुव, अंकिता पांडे, किरण यदु, लता जांगड़े, धनलक्ष्मी आचार्य, गायत्री धनकर ने एक स्वर में कहा साइंस कॉलेज में एस्ट्रो टर्फ लगने के बाद उनकी मैदान की समस्या का अंत हो जाएगा ऐसा उनको लगता है। इन्होंने एक स्वर में कहा कि सरकार का फैसला सही है, हम सब इसका स्वागत करती हैं।

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