शेरा क्रीड़ा समिति द्वारा १५ अगस्त से प्रारंभ किए जाने वाले फुटबॉल स्कूल के लिए खिलाडिय़ों के नामों की घोषणा खेलमंत्री लता उसेंडी करेंगी। इस अवसर पर महिला और फुटबॉल खिलाडिय़ों के बीच एक प्रदर्शन मैच खेला जाएगा, और प्रशिक्षण शिविर का समापन भी होगा।
शेरा समिति द्वारा राजधानी में ८२ दिनों का प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा था। छत्तीसगढ़ के फुटबॉल खिलाडिय़ों को ३४ सालों से तैयार करने का काम करने के साथ ही फुटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन करने वाली शेरा क्रीड़ा समिति अब फुटबॉल का एक स्कूल १५ अगस्त से राजधानी में प्रारंभ करने जा रही है। इस स्कूल के लिए ४५ खिलाडिय़ों का चयन कर लिया गया है। अब इनके नामों की घोषणा प्रशिक्षण शिविर के समापन में शुक्रवार को खेलमंत्री सुश्री लता उसेंडी करेंगी। शेरा क्रीड़ा समिति की १९७५ में स्थापना करने वाले फुटबॉल खिलाड़ी मुश्ताक अली प्रधान ने फुटबॉल का एक स्कूल राजधानी में खोलने का फैसला किया है। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। सप्रे स्कूल में इसका आगाज १५ अगस्त को किया जाएगा। इस स्कूल में खिलाडिय़ों को डे बोर्डिंग के आधार पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्कूल के लिए प्रशिक्षण शिविर से ४५ खिलाडिय़ों का चयन कर लिया है। चुने गए ज्यादातर खिलाड़ी गरीब तबके के खिलाड़ी हैं।
श्री प्रधान ने पूछने पर बताया कि जिन खिलाडिय़ों का चयन किया गया है उनको गोद दिलाने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक खिलाड़ी के पीछे माह में महज ६०० रुपए का खर्च आएगा। इन पैसों के खिलाडिय़ों के लिए सामान और उनके लिए खाने आदि का इंतजाम किया जाएगा। बकौल श्री प्रधान उनकी संस्था का इरादा ४५ ऐसे लोगों को संस्था से जोडऩे का है जो एक-एक खिलाड़ी का खर्च उठा सकें। उन्होंने बताया कि आगे चल कर जिले के १५ विकासखंडों से भी एक-एक खिलाड़ी का चयन किया जाएगा। इनके रहने के साथ शिक्षा का खर्च भी समिति वहन करेगी। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण शिविर के समापन में महिला और पुरुष खिलाडिय़ों के बीच एक दोस्ताना मैच शाम को होगा इसके बाद होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्यअतिथि खेल मंत्री लता उसेंडी रहेंगी। अध्यक्षता महापौर सुनील सोनी करेंगे। विशेष अतिथि नगर निगम के सभापति रचन डागा, विधायक कुलदीप जुनेजा के साथ प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष अनिल वर्मा होंगे। इसी के साथ सभी खेल संघों के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है।
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