प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों को अब तक अपने नाम जारी होने के साथ नौकरी का भी इंतजार है। खेल विभाग में जिन खिलाडिय़ों ने उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित होने के लिए आवेदन दिए थे, उन सबके नाम सामान्य प्रशासन को भेज दिए गए हैं। सामान्य प्रशासन द्वारा खिलाडिय़ों के नाम की सूची जारी होने के बाद ही उनको काम मिलेगा।
प्रदेश सरकार ने खिलाडिय़ों को रोजगार देने के लिए उनको उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करके नौकरी देने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत ही ऐसे पात्र खिलाडिय़ों के आवेदन खेल विभाग ने मंगाए थे जो उत्कृष्ट खिलाड़ी बन सकते हैं। प्रदेश के करीब २५० खिलाडिय़ों ने उत्कृष्ट खिलाड़ी होने का दावा करते हुए अपने फार्म करीब ६ माह पहले ही जमा कर दिए थे। पहले विधानसभा चुनाव और बाद में लोकसभा चुनाव के कारण खिलाडिय़ों की सूची ही जारी नहीं हो सकी। मार्च में लोकसभा के लिए आचार संहिता लगने से पहले मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह के निवास में एक मार्च में खिलाडिय़ों के सम्मान समारोह में उत्कृष्ट खिलाडिय़ों की सूजी जारी होने की बात की जा रही थी, पर यह सूची जारी नहीं हो सकी। उस समय खेल मंत्री लता उसेंडी ने कहा भी था कि सूची बन गई है और उसे जल्द जारी कर दिया जाएगा। लेकिन अब तक सूची जारी नहीं हो सकी है। खेल विभाग में सूची के बारे में जानकारी लेने पर संचालक जीपी सिंह ने बताया कि अब इस मामले में उनके विभाग की तरफ से कोई काम बाकी नहीं है। हमारे विभाग का काम सिर्फ इतना था कि आवेदन मंगाकर उनको सामान्य प्रशासन के पास भेजना है। उन्होंने बताया कि जो भी पात्र खिलाड़ी हैं उनके सहित उन सभी नामों को सामान्य प्रशासन के पास भेज दिया गया है जो उत्कृष्ट खिलाड़ी होने का दावा करते हैं। उन्होंने बताया कि अब सूची जारी करने का काम सामान्य प्रशासन का है। उन्होंने बताया कि वैसे वे भी बीच-बीच में सामान्य प्रशासन से इस संदर्भ में बात करते रहते हैं क्योंकि उनके पास भी लगातार खिलाड़ी जानकारी के लिए आते रहते हैं।
कुल मिलाकर अब खिलाडिय़ों को नौकरी मिलने का मामला सामान्य प्रशासन के पास है और वहां से सूची जारी होने के बाद ही खिलाडिय़ों को काम मिल सकेगा। खिलाडिय़ों को सूची के जारी होने का बेताबी से इंतजार है। एक जानकारी के अनुसार पहले चरण में करीब ८० खिलाडिय़ों के नाम जारी होने वाले हैं।
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