राजधानी के जूडो खिलाडिय़ों में एक बार फिर से जान आ गई है और तीन खिलाडिय़ों का चयन तीन साल बाद राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए हुआ है। ये कमाल हुआ है एनआईएस कोच श्रीमती नरेन्द्र कम्बोज की वापसी के कारण। भारतीय खेल प्राधिकरण की इस कोच को तीन साल बाद वापस रायपुर भेजा गया है। इनके जाने के बाद जूडो में कोई खिलाड़ी नहीं निकल पा रहा था। अब फिर से बालाजी स्कूल में जूडो का नियमित प्रशिक्षण भी प्रारंभ हो गया है।
रायपुर के जूडो खिलाडिय़ों को एक बार फिर से एनआईएस कोच नरेन्द्र कम्बोज का साथ मिलने से उनका खेल निखरने लगा। अपनी वापसी के चंद महीनों में ही उन्होंने फिर से बालाजी स्कूल में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देना प्रारंभ किया है। उसका नतीजा यह हुआ है कि रायपुर के तीन खिलाडिय़ों रक्षा, अजय तिवारी और अजय राय को राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलने का मौका मिल गया है। यह चैंपियनशिप ११ जुलाई को इंदौर में होनी है। इसके लिए चुनी गई प्रदेश की टीम में इन तीन सब जूनियर खिलाडिय़ों को भी रखा गया है। श्रीमती कम्बोज ने पूछने पर बताया कि अब उनको उम्मीद है कि फिर से रायपुर के खिलाड़ी उसी तरह से प्रदेश की विभिन्न टीमों में स्थान बनाने में सफल होंगे जिस तरह से तीन साल पहले बनाते थे। उन्होंने बताया कि खेल विभाग द्वारा बालाजी स्कूल में लगाए गए प्रशिक्षण शिविर में इस बार बहुत खिलाड़ी नए आए थे, इनको भी अब रायपुर और प्रदेश की टीमों के लिए तैयार किया जा रहा है।
यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि एनआईएस कोच नरेन्द्र कम्बोज का जब यहां से भोपाल तबादला हो गया था तो यहां के खिलाडिय़ों में निराशा आ गई थी। उनके न रहने के कारण रायपुर के खिलाडिय़ों को प्रदेश की टीम में स्थान ही नहीं मिल पा रहा था, अब फिर से शुरुआत हो गई।
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