बुधवार, 3 जून 2009

टीटी के गुर सीख रहे हैं खिलाड़ी

सप्रे टेबल टेनिस हॉल में छोटे-बड़े खिलाड़ी टेबल टेनिस के गुर सीख रहे हैं। इन खिलाडिय़ों में ३० से ज्यादा ज्यादा खिलाड़ी नए हैं। इन सभी का यहां आने का मकसद महज समर कैम्प नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलना है।



सप्रे टेबल टेनिस हॉल में १० मई से खेल एवं युवा कल्याण विभाग का टेनिस का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। इस शिविर में ३० से ज्यादा बच्चे नए आएं हैं जो टेबल टेनिस में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। प्रशिक्षण लेने के लिए कई छोटे-छोटे बच्चे भी आए हैं। इन खिलाडिय़ों नवजोत सिंह भाटिया, संजना जैन, प्रखर जैन, शंशाक अहीराव, महिला राजिमवाले, रसमीत कौर भाटिया, सौम्या रायजादा, अदिति जाधवानी, कागज खंडेलवाल, अभिषेक श्रीवास्तव, कुशल रस्तोगी, कार्तिक खरे, कुणाल पेढ़कर, संजय खंडेलवाल, नमन बरडिया, तन्य घाटगे, अंतु कृण्णन पिल्ले, सागरिका दास गुप्ता, कुमारी पलक, सौम्या रायजादा का कहना है कि वे पहली बार यहां टेबल टेनिस के गुर सीखने आए हैं और अब चाहते हैं कि उनको नियमित प्रशिक्षण मिले ताकि वे भी अपने राज्य और देश का नाम रौशन कर सकें। सभी खिलाडिय़ों ने पूछने पर बताया कि उनको मशीन से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मशीन के माध्यम से बैकहैंड, फोरहैंड, रिटर्न आदि के गुर सीखाएं जा रहे हैं।



खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने वाले राष्ट्रीय विनय बैसवाड़े ने बताया कि खिलाडिय़ों को खेल के गुर सीखने के साथ ही उनकी फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी के साथ खिलाडिय़ों का खेल परखने के लिए उनके बीच आपस में मैच भी करवाए जा रहे हैं। उन्होंने पूछने पर मशीन के बारे में बताया कि इसमें एक मिनट में ९० बॉल निकलती है।

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