केन्द्र सरकार की पाइका योजना में उम्र के विरोधाभास का मामला प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग की बैठक में सामने आया। इस मामले के बाद खेल संचालक जीपी सिंह ने तय किया है कि इस संबंध में केन्द्र सरकार को पत्र लिखा जाएगा, ताकि यह विरोधाभास दूर किया जा सके।
खेल संचालनालय में सभी जिलों के खेल अधिकारियों की बैठक में यह बात सामने आई कि पाइका में खेल स्पर्धाओं के आयोजन के दरमियान उम्र के विरोधाभास के कारण खिलाड़ी परेशान हैं। खेल संचालक को बताया गया कि पाइका में विकासखंड स्तर पर तो उम्र की कोई सीमा तय नहीं है लेकिन जिला स्तर पर १८ साल से कम उम्र के खिलाड़ी ही खेल सकते हैं। ऐसे में विकासखंड स्तर पर जीतने वाले ज्यादा उम्र के खिलाड़ी जिला स्तर पर भी खेलना चाहते हैं लेकिन उनको नियमों के कारण मौैका नहीं दिया जाता है। ऐसे में कई जिलों में खिलाडिय़ों और खेल अधिकारियों के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है। इस बात की तरफ ध्यान दिलाए जाने पर खेल संचालक ने कहा कि इस संबंध में केन्द्र सरकार के खेल मंत्रालय को पत्र लिखकर सुङााव दिया जाएगा कि विकासखंड स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक उम्र की सीमा एक ही होनी चाहिए।
खेल संचालक ने बताया कि विकासखंड स्तर पर उम्र सीमा में छूट इसलिए दी गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा खिलाडिय़ों को खेलने का मौका मिल सके, लेकिन इसके कारण हो रहे विवाद से केन्द्र को अवगत कराके सका समाधान करने कहा जाएगा। श्री सिंह ने बताया कि बैठक में पाइका के लिए दो साल का प्रस्ताव बनाने के लिए सभी जिलों को १५ दिसंबर तक अनिवार्य रूप से प्रस्ताव बनाकर देने के लिए कहा गया है। कुछ जिलों को छोड़कर बाकी जिलों के प्रस्ताव आ गए हैं।
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