प्रस्ताव साई के मुख्यालय दिल्ली भेजा गया
प्रदेश की राजधानी रायपुर के स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स का साई सेंटर अगले माह प्रारंभ हो जाएगा। इसके लिए साई ने दिल्ली को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है, वहां से मंजूरी मिलते ही खिलाडिय़ों के चयन के प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी। खिलाडिय़ों का चयन करने के बाद अगले माह से प्रशिक्षण केन्द्र का प्रारंभ करने की बात साई के क्षेत्रीय निदेशक आरके नायडु ने कही है। पहले चरण में आउटडोर स्टेडियम में पांच खेलों का प्रशिक्षण केन्द्र बनाया जाएगा। बाद में इंडोर स्टेडियम के मिलने पर खेलों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
रायपुर के स्पोट्र्स काम्पलेक्स के आउटडोर स्टेडियम को भारतीय खेल प्राधिकरण के साई सेंटर के लिए देने के बाद अब इसमें खुलने वाले प्रशिक्षण केन्द्र का राजधानी के खिलाडिय़ों को बेताबी से इंतजार है। इस सेंटर को जल्द प्रारंभ करवाने का प्रयास जहां खेल विभाग कर रहा है, वहीं साई के भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक आरके नायडु भी इस प्रयास में हैं कि यहां का सेंटर जल्द प्रारंभ कर दिया जाए। उन्होंने संपर्क करने पर बताया कि रायपुर नगर निगम से एमओयू होने के बाद ही एक प्रस्ताव बनाकर साई के मुख्यालय दिल्ली को भेज दिया गया है। वहां से जैसे ही मंजूरी आएगी, इस सेंटर को प्रारंभ कर दिया जाएगा। पूछने पर उन्होंने बताया कि संभावना है कि सेंटर अगले माह प्रारंभ कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सेंटर प्रारंभ करने से पहले खिलाडिय़ों का चयन भी किया जाएगा। श्री नायडु ने कहा कि मैं एक बात साफ तौर पर कह देना चाहता हूं कि साई के सेंटरों के लिए खिलाडिय़ों के चयन में किसी भी तरह का पक्षपात और गलत बात बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि देश में खेलों को ओवरएज के कारण बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है, ऐसे में यह बात कताई बर्दाश्त नहीं होगी कि साई के किसी भी सेंटर में ओवरएज खिलाडिय़ों का चयन किया जाएगा। सरकार हर खिलाड़ी के पीछे साल भर में २५ से २८ हजार का खर्च करती है, ऐसे में यह देखना हमारा काम है कि ये पैसे सही खिलाडिय़ों के पीछे खर्च हो रहे हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि सेंटर के लिए किसी भी खेल के चयन ट्रायल के समय मैं खुद उपस्थित रहता हूं। मैं सारे सही प्रमाणपत्र देखने के बाद ही किसी भी खिलाड़ी को सेंटर में प्रवेश देने की मंजूरी दूंगा। किसी भी तरह की एप्रोच के दम पर खिलाडिय़ों का चयन नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ओवरएज के कारण ही भोपाल में साई ने हॉकी का प्रशिक्षण सेंटर बंद कर दिया गया था, बाद में सही खिलाडिय़ों के आने के बाद ही इसको प्रारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि साई के सेंटरों में १४ साल से २१ साल तक के खिलाडिय़ों को रखा जाता है।
श्री नायडू ने बताया कि राजधानी रायपुर के साई सेंटर में प्रारंभिक रूप से ११ खेलों को रखा जाएगा। इसके बाद इन खेलों की संख्या बढ़ाई जाएगी। डे बोर्डिंग के लिए १५० और बोर्डिंग के लिए १०० खिलाडिय़ों का चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शुरू में आउटडोर में खेलों का प्रारंभ होगा इसके बाद इंडोर स्टेडियम मिलते ही वहां पर जो इंडोर खेलों को प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी खेलों के लिए साई की तरफ से आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाईं जाएगीं। वालीबॉल का कोर्ट २५ लाख और हैंडबॉल का कोर्ट ३० लाख में बनेगा।
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