छत्तीसगढ़ की मेजबानी में १२ दिसंबर से होने वाली अंडर १९ क्रिकेट चैंपियनशिप में मेजबान का पहला मैच मेघालय से होगा। चैंपियनशिप में खेलने वाली सात टीमों के मुकाबले रायपुर और भिलाई में होंगे। स्पर्धा की तैयारी अभी से प्रारंभ कर दी गई है। चैंपियनशिप का पूरा खर्च भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) उठाएगा। सभी राज्यों के खिलाडिय़ों को हर मैच में मैच फीस के रूप में दो हजार पांच सौ रुपए मिलेंगे। छत्तीसगढ़ की टीम की घोषणा २८ नवंबर को की जाएगी, इसके बाद इसका प्रशिक्षण शिविर लगेगा।
यह जानकारी पत्रकारों को देते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि बीसीसीआई के देश में सात राज्य एसोसिएट सदस्य है। इन राज्यों में छत्तीसगढ़ भी शामिल है। इन सभी राज्यों को अंडर १९ साल की टीम को राष्ट्रीय स्तर पर खेलने की मंजूरी भी दी गई है। इन राज्यों के लिए एक अलग से अंतर राज्य स्पर्धा का आयोजन भी किया गया है जिसकी मेजबानी छत्तीसगढ़ के हिस्से में आई है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ ने भी अन्य राज्यों की तरह मेजबानी का दावा किया था और छत्तीसगढ़ को महत्व देते हुए मेजबानी दी गई है। छत्तीसगढ़ को मेजबानी मिलने के पीछे का कारण यह बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ को बीसीसीआई में बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है, क्योंकि छत्तीसगढ़ ने ऐसे समय में इस साल आईपीएल के मैच करवाने का दावा किया था जब देश में इसको कोई नहीं करवाना चाहता था। अगर चैंपियनशिप द। अफ्रीका नहीं जाती तो छत्तीसगढ़ में आईपीएल के मैच जरूर होते।
सात राज्यों के बीच होंगे मुकाबले
एक सवाल के जवाब में श्री भाटिया ने बताया कि स्पर्धा में मेजबान छत्तीसगढ़ के साथ सिक्किम, मणिपुर, अरूणाचल प्रदेश, मेघालय, बिहार, नागालैंड और छत्तीसगढ़ की टीमें शामिल होंगी। इनके बीच १२ दिसंबर से होने वाले लीग मैचों के लिए मैदानों का चयन भी कर लिया गया है। भिलाई में दो मैदानों के साथ रायपुर के नए स्टेडियम में मैच होंगे। छत्तीसगढ़ का पहला मैच १२ दिसंबर को मेघालय से होगा। इसी दिन सिक्किम और मणिपुर के साथ बिहार और नागालैंड का भी मैच होगा। रोज तीन मैच खेले जाएंगे। सभी टीमों को हर टीम से खेलने का मौका मिलेगा। फाइनल में पहुंचने वाली टीमें राष्ट्रीय चैंपियनशिप के मुख्य मुकाबलों में खेलने की पात्र होंगी। स्पर्धा का फाइनल मैच २३ दिसंबर को होगा।
हर खिलाड़ी को मिलेंगे ढाई हजार
श्री भाटिया ने बताया कि स्पर्धा में खेलने वाले सभी राज्यों के खिलाडिय़ों को हर मैच के लिए बीसीसीआई से ढाई हजार रुपए हर मैच के लिए मिलेंगे। उन्होंने बताया कि पूर्व में यह मैच फीस एक हजार थी जिसे अंडर १९ साल के लिए बढ़ा दिया गया है। इसी के साथ अंडर १६ साल के मैचों में एक मैच के लिए ५०० रुपए मिलते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि स्पर्धा का सारा खर्च बीसीसीआई से मिलेगा। उन्होंने बताया कि छोटे-मोटे खर्च ही संघ को करने पड़ेंगे। पूछने पर उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की टीम की घोषणा २८ नवंबर को की जाएगी, इसके बाद राजधानी में ही एक दिसंबर से उनका प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा।
ग्रामीण खिलाडिय़ों को मिल रहा है मौका
श्री भाटिया ने बताया कि उनके संघ ने ग्रामीण खिलाडिय़ों को भी मौका देने के मकसद से इस बार अंडर १६ साल और अंडर १९ साल की राज्य स्पर्धा में दो ग्रुप बनाए हैं एलिट और प्लेट। इन ग्रुप की टीमों से जो टीमें हार कर बाहर हो जाती हैं उन टीमों के अच्छे खिलाडिय़ों का चयन करके एक संयुक्त टीम बनाकर इन दोनों ग्रुप की विजेता टीमों के साथ उसके लीग मैच करवाए जाते हंै। अंडर १९ की संयुक्त टीम में कोरिया के ६, जगदलपुर के ४, धमतरी के २, नारायणपुर, चांपा, जशपुर और महासमुन्द का एक-एक खिलाड़ी रखा गया है। पहले कई अच्छी टीमें भी हार कर बाहर हो जाती थीं और उनके खिलाडिय़ों को मौका नहीं मिल पाता था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि अगले साल संघ अपनी अकादमी बनाएगा, इसकी तैयारी दिल्ली पब्लिक स्कूल में चल रही है। उन्होंने बताया कि अंडर १९ चैंपियनशिप के उद्घाटन या समापन में बीसीसीआई के किसी पदाधिकारी को बुलाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जूनियर टीम से जुड़े संजय जगदाले के आने की संभावना है। पत्रकारों से बातचीत के समय संघ के महासचिव राजेश दवे के साथ विजय शाह भी उपस्थित थे।
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